वाराणसी: यहां गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. शनिवार सुबह गंगा का जलस्तर खतरे का निशान 71.26 मीटर को पार कर गया. गंगा का वर्तमान जलस्तर 71. 32 मीटर है. अस्सी घाट को जलमग्न करते हुए गंगा का पानी अब सड़क पर जा पहुंचा है. जिसके कारण धार्मिक परंपरा को निभाते हुए गंगा आरती को बीच सड़क पर करना पड़ रहा है. ऐसे में देश विदेश से आए हुए श्रद्धालुओं को खासा मायूसी हो रही है. बता दें कि, गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को छू चुकी है. ऐसे में गंगा का पानी गलियों से अब सड़क की ओर बढ़ चुका है.
आम जनजीवन गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण प्रभावित तो हुआ ही है धार्मिक परंपराएं भी खासा प्रभावित हुई है. शहर बनारस के शाम की खूबसूरती गंगा आरती अब सड़क पर हो रही है. आरती की परंपरा को निभाने के लिए आरती आयोजक आरती की भव्यता को कम करते हुए एक अर्चक द्वारा आरती को सम्पन्न करवा रहे हैं. जी हां वाराणसी के अस्सी घाट पर जाने वाले रास्ते पर बीच सड़क पर अब गंगा आरती हो रही है, जिसमें सड़क पर ही श्रद्धालु गंगा आरती को देख रहे हैं. बढ़ते जलस्तर से सबसे ज्यादा मायूसी घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं को हो रही है, क्योंकि वह आरती की भव्यता नहीं देख पा रहे हैं.
इसे भी पढ़ेंः काशी में गंगा के बढ़े जलस्तर से जनजीवन बेहाल, राहत शिविरों में सैकड़ों परिवार
गौरतलब है कि, वाराणसी में गंगा के जलस्तर में बीते लगभग 1 महीने से बढ़ोतरी के बाद कुछ दिनों तक शांत हुई थी. जिससे गंगा का जलस्तर नीचे जाना शुरू हो गया था. लेकिन राजस्थान समेत उत्तराखंड में हो रही लगातार भारी बारिश का असर गंगा समेत उसकी सहायक नदियों पर पड़ रहा है. राजस्थान और मध्य प्रदेश में बारिश के बाद लगातार बांध खोले जा रहे हैं. जिसकी वजह से गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है. वाराणसी में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 71.26 मीटर के करीब पहुंच चुका है. जबकि वार्निंग लेबल 70.26 मीटर से ऊपर 70.33 मीटर पर गंगा बह रही है. यानी वार्निंग लेवल से लगभग 7 सेंटीमीटर ऊपर गंगा का पानी वाराणसी में वर्तमान समय में है.
इसे भी पढ़ेंः बनारस में लगातार बढ़ रहे गंगा जलस्तर से बाढ़ का खतरा, PM मोदी ने ली हालात की जानकारी