वाराणसी: आजादी का अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव (Chauri Chaura Centenary mahotsav) के तहत महामना पं. मदन मोहन मालवीय (Pt. Madan Mohan Malviya) की जयंती के अवसर पर शनिवार को क्षेत्रीय अभिलेखागार की ओर से अस्सी घाट पर महामना पं. मदन मोहन मालवीय की जीवन यात्रा विषय पर अभिलेख एवं छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी (Tourism Minister Dr. Neelkanth Tiwari), डॉ. राजेश्वर आचार्य और डॉ. दुर्ग सिंह चौहान ने मालवीय के चित्र पर फूल माला अर्पित कर की.
इस अवसर पर आयोजित अभिलेख प्रदर्शनी दो भागों में विभाजित रही. प्रथम भाग में मालवीय से संबंधित अभिलेखों को पेश किया गया. जिसमें मालवीय जी का काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) में द्वितीय दीक्षांत समारोह में दिया गया भाषण, मालवीय जी के स्थापित अभ्युदय पत्रिका की प्रतियां, मालवीय जी की गांधी को बचाने की अपील, कुलपति के रूप में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में जलापूर्ति हेतु कमिश्नर बनारस मंडल को लिखा पत्र, हिंदी के सुपरिचित रचनाकार महावीर प्रसाद द्विवेदी को अभ्युदय में लेख भेजने के लिए लिखा पत्र, छात्रों को नैतिक जीवन के लिए दिए गए संदेश और मालवीय जी को प्रिय सुभाषित आदि अभिलेख प्रमुख रहें.
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द्वितीय भाग में मालवीय जी से संबंधित छायाचित्र पर आधारित रहा. इसमें मालवीय जी के चित्र, उनके परिजनों के चित्र और प्रसिद्ध विद्वानों का चित्र आकर्षण का केंद्र रहा. इस अभिलेख एवं चित्र प्रदर्शनी का संयोजन डॉ. हरेन्द्र नारायण सिंह ने किया.
कार्यक्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त पूर्व छात्रों के साथ, सुबह ए बनारस के सदस्य एवं बड़ी संख्या में शोधार्थी और जिज्ञासु लोगों ने कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत और सम्पूर्ण कार्यक्रम का निर्देशन डॉ. सुभाष चंद्र यादव, क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी, वाराणसी ने किया.
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