मुजफ्फरनगर: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 20 दिसम्बर 2019 को जुमे की नमाज के बाद उपद्रव हो गया था. इस दौरान एक युवक नूरा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. करोड़ों की सरकारी और गैर सरकारी सम्पत्ति की तोड़फोड़ करते हुए आग के हवाले कर दिया था. नूरा की हत्या के बाद उसके भाई उमर ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 में मुकदमा दर्ज कराया था. मामले में डीएम के आदेश पर मजिस्ट्रट जांच शुरू कर दी गई है.
इसके बाद परिजनों के आग्रह पर एसएसपी ने डीएम को एक पत्र मजिस्ट्रेट जांच के लिये लिखा था, जिसपर जिलाधिकारी के आदेश पर नूरा हत्याकांड की मजिस्ट्रट जांच शुरू हो गयी है. नूरा हत्या कांड की जांच एसडीएम करेंगे, जिससे नूरा के परिवार को सही न्याय मिल सके.
एडीएम ने दी जानकारी
एडीएम अमित कुमार ने बताया कि वादी मोहम्मद उमर दराज ने एक तहरीर थाना सिविल लाइन में दी गई है, जिसमें उन्होंने कहा कि भीड़ में किसी ने उनके भाई को गोली मारकर हत्या कर दी. तहरीर के आधार पर एसओ ने मुकदमा संख्या 710 /2019 में धारा 302 में अज्ञात में मुकदमा दर्ज करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की.
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एडीएम ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुरोध पर डीएम द्वारा दीपक कुमार डिप्टी कलक्ट्रेट मुख्यालय को सीआरपीसी के अंतर्गत जांच करने के आदेश दिए गए हैं. उनके द्वारा इस जांच को आगे बढ़ाते हुए अखबार में एक विज्ञापन दिया गया है. यदि किसी को इस जांच के बारे में साक्ष्य देना हो तो वह साक्ष्य उनके न्यायालय में दे सकता है.