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मुजफ्फरनगर: CAA हिंसा में उपद्रव के दौरान हुई नूरा की मौत की मजिस्ट्रेट जांच शुरू

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Published : Jan 12, 2020, 10:05 AM IST

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में सीएए के विरोध में 20 दिसंबर 2019 को हुई हिंसा में नूरा नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद मृतक के भाई ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. मामले में डीएम के आदेश पर मजिस्ट्रट जांच शुरू कर दी गई है.

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एडीएम अमित कुमार.

मुजफ्फरनगर: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 20 दिसम्बर 2019 को जुमे की नमाज के बाद उपद्रव हो गया था. इस दौरान एक युवक नूरा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. करोड़ों की सरकारी और गैर सरकारी सम्पत्ति की तोड़फोड़ करते हुए आग के हवाले कर दिया था. नूरा की हत्या के बाद उसके भाई उमर ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 में मुकदमा दर्ज कराया था. मामले में डीएम के आदेश पर मजिस्ट्रट जांच शुरू कर दी गई है.

नूरा की मौत की मजिस्ट्रेट जांच शुरू.

इसके बाद परिजनों के आग्रह पर एसएसपी ने डीएम को एक पत्र मजिस्ट्रेट जांच के लिये लिखा था, जिसपर जिलाधिकारी के आदेश पर नूरा हत्याकांड की मजिस्ट्रट जांच शुरू हो गयी है. नूरा हत्या कांड की जांच एसडीएम करेंगे, जिससे नूरा के परिवार को सही न्याय मिल सके.

एडीएम ने दी जानकारी
एडीएम अमित कुमार ने बताया कि वादी मोहम्मद उमर दराज ने एक तहरीर थाना सिविल लाइन में दी गई है, जिसमें उन्होंने कहा कि भीड़ में किसी ने उनके भाई को गोली मारकर हत्या कर दी. तहरीर के आधार पर एसओ ने मुकदमा संख्या 710 /2019 में धारा 302 में अज्ञात में मुकदमा दर्ज करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की.

इसे भी पढ़ें- गोरखपुर महोत्सव: अलका याग्निक के सुर पर झूमे लोग, सुब्बालक्ष्मी ने भी बजाया सैक्सोफोन

एडीएम ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुरोध पर डीएम द्वारा दीपक कुमार डिप्टी कलक्ट्रेट मुख्यालय को सीआरपीसी के अंतर्गत जांच करने के आदेश दिए गए हैं. उनके द्वारा इस जांच को आगे बढ़ाते हुए अखबार में एक विज्ञापन दिया गया है. यदि किसी को इस जांच के बारे में साक्ष्य देना हो तो वह साक्ष्य उनके न्यायालय में दे सकता है.



मुजफ्फरनगर: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 20 दिसम्बर 2019 को जुमे की नमाज के बाद उपद्रव हो गया था. इस दौरान एक युवक नूरा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. करोड़ों की सरकारी और गैर सरकारी सम्पत्ति की तोड़फोड़ करते हुए आग के हवाले कर दिया था. नूरा की हत्या के बाद उसके भाई उमर ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 में मुकदमा दर्ज कराया था. मामले में डीएम के आदेश पर मजिस्ट्रट जांच शुरू कर दी गई है.

नूरा की मौत की मजिस्ट्रेट जांच शुरू.

इसके बाद परिजनों के आग्रह पर एसएसपी ने डीएम को एक पत्र मजिस्ट्रेट जांच के लिये लिखा था, जिसपर जिलाधिकारी के आदेश पर नूरा हत्याकांड की मजिस्ट्रट जांच शुरू हो गयी है. नूरा हत्या कांड की जांच एसडीएम करेंगे, जिससे नूरा के परिवार को सही न्याय मिल सके.

एडीएम ने दी जानकारी
एडीएम अमित कुमार ने बताया कि वादी मोहम्मद उमर दराज ने एक तहरीर थाना सिविल लाइन में दी गई है, जिसमें उन्होंने कहा कि भीड़ में किसी ने उनके भाई को गोली मारकर हत्या कर दी. तहरीर के आधार पर एसओ ने मुकदमा संख्या 710 /2019 में धारा 302 में अज्ञात में मुकदमा दर्ज करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की.

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एडीएम ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुरोध पर डीएम द्वारा दीपक कुमार डिप्टी कलक्ट्रेट मुख्यालय को सीआरपीसी के अंतर्गत जांच करने के आदेश दिए गए हैं. उनके द्वारा इस जांच को आगे बढ़ाते हुए अखबार में एक विज्ञापन दिया गया है. यदि किसी को इस जांच के बारे में साक्ष्य देना हो तो वह साक्ष्य उनके न्यायालय में दे सकता है.



Intro:मुजफ्फरनगर: उपद्रव के दौरान हुई नूरा की मौत की मजिस्ट्रेट जाँच शुरू

मुज़फ्फरनगर। नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के विरोध में 20 दिसम्बर को जुमे की नमाज के बाद हुए उपद्रव के दौरान जहां एक युवक नूरा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी वही करोड़ो की सरकारी व गैरसरकारी समाप्ति में तोड़फोड़ करते हुए आग के हवाले कर दिया था ।नूरा की।हत्या के बाद उसके भाई उमर दराज ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 में मुकदमा दर्ज कराया थी ।जिसके बाद परिजनों के आग्रह पर एसएसपी द्वारा डीएम को एक पत्र मजिस्ट्रेट जांच के लिये लिखा था। जिसपर जिलाधिकारी के आदेश पर नूरा हत्याकांड की मजिस्ट्रट जाँच शुरू हो गयी है।नूरा हत्या कांड की जाँच एसडीएम करेंगे।जिससे नूरा के परिवार को सही न्याय मिल जाये।
Body:जाँच के बारे में जानकारी देते हुए एडीएम अमित कुमार ने बताया की यह वादी है मोहम्मद उमर दराज उनके द्वारा 1 तहरीर थाना सिविल लाइन में दी गई है जिसमें उनके द्वारा कहा गया है उनका एक भाई था उसके भीड़ में किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी इस प्रकार की तहरीर दी थी इस आधार पर एसओ द्वारा मुकदमा संख्या 710 /2019 में धारा 302 में अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है और उनके द्वारा निष्पक्ष जांच की मांग की गई थी।

Conclusion:एडीएम अमित कुमार ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुरोध पर जिलाधिकारी द्वारा दीपक कुमार डिप्टी कलक्ट्रे मुख्यालय को सीआरपीसी के अंतर्गत जांच करने के आदेश दिए गए हैं। उनके द्वारा इस जाँच को आगे बढ़ाते हुए अखबार में एक विज्ञापन दिया गया है। यदि किसी को इस जांच के बारे में साक्ष्य देना हो तो वह साक्ष्य उनके न्यायालय में दे सकता है।

BYTE=अमित कुमार(एडीएम प्रशासन मुज़फ्फरनगर)

अंकित मित्तल
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