मेरठ: उत्तर प्रदेश में कुल 12 म्यूजियम हैं. इसमें मथुरा का संग्रहालय सबसे पुराना बताया जाता है. मेरठ में अकेला ऐसा संग्रहालय है, जिसमें बड़ी संख्या में 1857 की क्रांति से जुड़े स्मृति चिन्ह मौजूद हैं. कैंट में मौजूद यह राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय अमर जवानों के शौर्य का प्रतीक है.
अब इस संग्रहालय में चार चांद लगाने के लिए सरकार ने लगभग एक करोड़ की राशि दी है. इससे ये संग्रहालय हाईटेक बनाया जाएगा. संग्रहालय अध्यक्ष के अनुसार संग्रहालय में अब एलईडी लाइट्स का इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही क्योंस्क टेक्निक का भी अब उपयोग किया जाएगा. इस तकनीक के माध्यम से 2000 पेज की विकसित जानकारी यहां आने वाले लोगों को मिल सकेगी.
इस तकनीक से पर्यटक 1857 की गौरव गाथा जान पाएंगे. संग्रहालय के अध्यक्ष ने कहा कि अब प्रोजेक्टर के माध्यम से पर्यटकों को लुभाने के लिए यहां आप शॉर्ट फिल्म दिखायी जाएंगी. यह हाईटेक संग्रहालय लगभग अक्टूबर माह तक बनकर तैयार हो जाएगा. प्रदेश के संस्कृति विभाग ने इस संग्रहालय का निर्माण सन 1995 में कराया गया था. इस संग्रहालय में कुल पांच गैलरियां हैं, जिसमें पहली और दूसरी गैलरी में 1857 की क्रांति की गाथा के चित्र हैं.
देश में वर्तमान में 700 से अधिक म्यूजियम हैं. इसमें इंडियन म्यूजियम कोलकाता, नेशनल म्यूजियम दिल्ली, सलारजंग म्यूजियम हैदराबाद, छत्रपति साहूजी वास्तु म्यूजियम मुंबई, प्रयागराज संग्रहालय, भारतकला वाराणसी, केलिको वस्तु संग्रहालय अहमदाबाद, शंकर अंतरराष्ट्रीय डाक संग्रहालय दिल्ली, राजकीय म्यूजियम चेन्नई व विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता प्रमुख हैं. क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा संगहालय सलारजंग हैदराबाद है. कलाकृतियों के अनुसार सबसे बड़ा संग्रहालय राज्य संग्रहालय लखनऊ है.