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मेरठ: एयर क्वालिटी इंडेक्स में हुआ थोड़ा सुधार, बुधवार को 252 रहा AQI

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Published : Nov 12, 2020, 4:18 AM IST

उत्तर प्रदेश के कई शहरों में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. इन शहरों में से मेरठ भी एक है. लेकिन बुधवार को यहां वायु प्रदूषण के स्तर में थोड़ा सुधार देखने को मिला. बुधवार को मेरठ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 252 रहा.

Uttar Pradesh Pollution Control Board, Meerut
उत्तर प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, मेरठ

मेरठ: जिले के एयर क्वालिटी इंडेक्स में बुधवार को थोड़ा सुधार देखने को मिला. हालांकि अभी भी शहर में वायु प्रदूषण काफी ज्यादा है और एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक शहर की स्थिति अभी भी खराब ही बनी हुई है. बुधवार को जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 252 रहा. माना जा रहा है दिन में नमी कम होने की वजह ये यह सुधार दिखायी दिया. सुबह और शाम के समय नमी अधिक होने की वजह से स्मॉग का असर अधिक दिखायी दे रहा है. साथ ही ऐसे स्थान जहां निर्माण कार्य चल रहा है वहां प्रदूषण अधिक दिखायी दे रहा है.

बुधवार को जयभीम नगर की हवा रही सबसे जहरीली

क्षेत्रीय प्रदूषण ​नियंत्रण बोर्ड द्वारा ​जिले में तीन स्थानों पर वायु प्रदूषण की जांच करायी जा रही है. ये तीन स्थान हैं गंगानगर, पल्लवपुरम और जयभीम नगर. बुधवार को सबसे अधिक खराब स्थिति जयभीम नगर की रही. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 290 रिकॉर्ड किया गया. जबकि, गंगानगर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 217 और पल्लवपुरम का एयर क्वालिटी इंडेक्स 282 रहा. क्षेत्रीय प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार तीनों स्थानों का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स निकालने पर जिले का AQI 252 रहा.

जिले में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विभागीय अधिकारी लगातार योजना पर काम कर रहे हैं. नगर निगम द्वारा लगातार सड़कों पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद वायु प्रदूषण में लगातार उतार चढ़ाव बना हुआ है. नवंबर के महीने में पहली बार बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 252 रहा. अभी तक के आंकड़ों के अनुसार जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से ऊपर ही बना हुआ था.

सेहत का रखें ध्यान
वायु प्रदूषण बढ़ने से स्वास्थ्य पर भी इसका असर हो रहा है. फिजिशियन डॉ राजकुमार ने बताया इस समय एयर पॉल्यूशन की जो स्थिति है, वह ठीक नहीं है. इस स्थिति में सबसे अधिक समस्या अस्थमा, हार्ट और ब्लडप्रेशर के मरीजों को होती है. प्रदूषण अधिक होने पर सामान्य व्यक्ति को भी आंखों में जलन की शिकायत होने लगती है. ऐसी स्थिति में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है. सुबह और शाम के समय नमी अधिक होने की वजह से स्मॉग बढ़ जाता है. अस्थमा के मरीजों को किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने चिकित्सक से सलाह लेकर तुरंत उपचार शुरू करना चाहिए.

मेरठ: जिले के एयर क्वालिटी इंडेक्स में बुधवार को थोड़ा सुधार देखने को मिला. हालांकि अभी भी शहर में वायु प्रदूषण काफी ज्यादा है और एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक शहर की स्थिति अभी भी खराब ही बनी हुई है. बुधवार को जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 252 रहा. माना जा रहा है दिन में नमी कम होने की वजह ये यह सुधार दिखायी दिया. सुबह और शाम के समय नमी अधिक होने की वजह से स्मॉग का असर अधिक दिखायी दे रहा है. साथ ही ऐसे स्थान जहां निर्माण कार्य चल रहा है वहां प्रदूषण अधिक दिखायी दे रहा है.

बुधवार को जयभीम नगर की हवा रही सबसे जहरीली

क्षेत्रीय प्रदूषण ​नियंत्रण बोर्ड द्वारा ​जिले में तीन स्थानों पर वायु प्रदूषण की जांच करायी जा रही है. ये तीन स्थान हैं गंगानगर, पल्लवपुरम और जयभीम नगर. बुधवार को सबसे अधिक खराब स्थिति जयभीम नगर की रही. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 290 रिकॉर्ड किया गया. जबकि, गंगानगर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 217 और पल्लवपुरम का एयर क्वालिटी इंडेक्स 282 रहा. क्षेत्रीय प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार तीनों स्थानों का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स निकालने पर जिले का AQI 252 रहा.

जिले में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विभागीय अधिकारी लगातार योजना पर काम कर रहे हैं. नगर निगम द्वारा लगातार सड़कों पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद वायु प्रदूषण में लगातार उतार चढ़ाव बना हुआ है. नवंबर के महीने में पहली बार बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 252 रहा. अभी तक के आंकड़ों के अनुसार जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से ऊपर ही बना हुआ था.

सेहत का रखें ध्यान
वायु प्रदूषण बढ़ने से स्वास्थ्य पर भी इसका असर हो रहा है. फिजिशियन डॉ राजकुमार ने बताया इस समय एयर पॉल्यूशन की जो स्थिति है, वह ठीक नहीं है. इस स्थिति में सबसे अधिक समस्या अस्थमा, हार्ट और ब्लडप्रेशर के मरीजों को होती है. प्रदूषण अधिक होने पर सामान्य व्यक्ति को भी आंखों में जलन की शिकायत होने लगती है. ऐसी स्थिति में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है. सुबह और शाम के समय नमी अधिक होने की वजह से स्मॉग बढ़ जाता है. अस्थमा के मरीजों को किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने चिकित्सक से सलाह लेकर तुरंत उपचार शुरू करना चाहिए.

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