मेरठ: मेरठ एसओजी और थाना गंगानगर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो पैसे दोगुने करने का लालच देकर लोगों को कागज के टुकड़े थमा रहा था. पुलिस को गिरोह के पास से 53 लाख रुपये की नकली नोटों की गड्डियां बरामद हुई है. 500 और 200 रुपये की गड्डी में ऊपर और नीचे असली नोट और बीच में नोट के साइज के कागज के टुकड़े लगे हुए हैं.
पुलिस लाइन में एसपी क्राइम अनित कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में रुपयों को दोगुना करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए बताया कि 20 लोगों को इस गैंग ने अलग अंदाज में चूना लगाया है. थाना गंगानगर पुलिस को एक सूचना मिली थी कि एक गिरोह नकली नोट चला रहा है. इस सूचना पर पुलिस ने काम शुरू किया और इस गैंग के सदस्य को दबोच लिया. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गैंग के सदस्य असली नोटों के बदले में दोगुने नकली नोट देने का लालच देते थे. गैंग पहले लोगों को सैंपल के तौर पर असली नोटों को नकली बता कर देते थे. नोट असली होते थे इसलिए नोट मार्केट में चल जाते थे.
नोट मार्केट में चल जाने के बाद यह गैंग बड़ी डील करने के लिए लोगों को बोलता. इसपर जब कोई बड़ी डील करने के लिए गैंग से असली नोट देकर नकली नोट लेने आता, तो यह लोग नोटों की ऐसी गड्डी बनाते जिनमें ऊपर और नीचे असली नोट लगे होते थे और बीच में कागज के टुकड़े लगे होते थे. जब लोग मार्केट में डील कर रहे होते तब ही वहां पुलिस आ जाती थी. क्योंकि इस गैंग के साथ एक होमगार्ड भी जुड़ा हुआ था. डील के समय पुलिस को देख कर डील करने वाला व्यक्ति रेड समझकर वहां से अपने असली नोट भी छोड़कर भाग जाता था.
इसी तरह से गैंग सदस्य लोगों को असली रुपयों की जगह दोगुने नकली रुपये देने का प्रस्ताव रखते और डील के समय ऐसे ही छापेमारी कर ठग लेते थे. इस सब में अपनी गाढ़ी कमाई गंवा चुके लोग किसी से शिकायत भी नहीं कर पाते थे. पुलिस ने गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मोहसिन और महताब मास्टरमाइंड है. एक होमगार्ड को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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होमगार्ड और उसका भाई इन फर्जी नोट देने वाले शख्स को दबिश देकर पकड़ कर डराते थे और पैसे दोगुने होने के लालच में दिए गए पैसे उनसे हड़प लेते थे. गिफ्तार लोगों के पास से कागज की बनाई हुई 53 लाख की नोटों की गड्डियां, 4 बाइक, पांच मोबाइल फोन बरामद हुए है. इस गैंग का सरगना हिस्ट्रीशीटर ईसा फरार है. जबकि जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर हाजी परवेज से गैंग ने यह हुनर सीखा है.
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