मथुरा: जिला महिला अस्पताल में सांसद हेमा मालिनी की निधि से तैयार किए गए पीकू वार्ड में खराब स्वास्थ्य उपकरण लगाने का मामला सामने आया है. यहां वेंटिलेटर और खरीदे गए बेड़ में गड़बड़ी सामने आई है. मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर हुई जांच में इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ.
सांसद हेमा मालिनी की करीब 43 लाख रुपए की निधि से जिला महिला चिकित्सालय में सघन बाल रोग चिकित्सा इकाई पीकू, कोविड-19 की स्थापना की गई थी. इसके लिए मेडिकल उपकरण खरीदे गए थे. मथुरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि सांसद निधि से महिला चिकित्सालय में 20 बेड का बाल सघन चिकित्सा इकाई वार्ड (पीकू) बनाया गया था.
आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सांसद निधि का दुरुपयोग करते हुए इस वार्ड में निम्न स्तर के उपकरण लगाकर रुपये हड़पने की कोशिश की. मामला सामने आने के बाद अब डीआरडीए ने जांच कर, डीएम से भुगतान रुकवा दिया है.
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पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने टेंडर के माध्यम से मेडिकल उपकरण खरीदे थे. उनको वार्ड्स में लगाया गया था. भुगतान के लिए एक सत्यापन कमेटी बनाई गई थी. इस कमेटी में 5 सदस्य शामिल हैं. अग्रवाल सत्यापन कमेटी के सत्यापन के बाद भुगतान होना है. अब डीआरडीए और स्वास्थ्य विभाग मिलकर इस पर कार्रवाई करेगा.
सीएमओ डॉ. एके वर्मा ने कहा कि जिलाधिकारी के माध्यम से इसके लिये सत्यापन समिति बनी है, जो इसका सत्यापन करेगी. इन्होंने स्वास्थ्य विभाग को अभी कोई रिपोर्ट नहीं दी है. यह मेरे कार्यकाल से पहले का मामला है.
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