लखनऊ: सीएम योगी ने बुधवार को लखनऊ में 150 नई BS-6 डीजल बसों का उद्घाटन किया. सीएम योगी ने बुधवार को परिवहन विभाग के टेस्टिंग ट्रैक एवं ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर अलीगढ़, बरेली, झांसी और सारथी हाल फिरोजाबाद का लोकार्पण और शिलान्यास किया. रक्षाबंधन पर मुख्यमंत्री ने नई बसों का बेहतरीन तोहफा उत्तर प्रदेश को दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने बस स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करें.
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सीएम योगी ने कहा कि यूपी में सरकारी बसों में जल्द ही 60 साल से अधिक उम्र की महिलाएं फ्री यात्रा करेंगी. अब बुधवार रात 12 बजे के बाद राज्य में सभी महिलाओं को निःशुल्क यात्रा की सुविधा मिल सकेगी. महिलाओं को ये सुविधा 12 अगस्त की रात 12 बजे तक मिलेगी. इसके अलावा अब राज्य में 60 साल से ऊपर की महिलाओं को बसों में यात्रा के दौरान किराया नहीं देना होगा.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब जानते हैं की कॉमन मैन जब घर से बाहर निकलता है उसे कहीं जाना होता है तो सबसे पहले उसका वास्ता पड़ता है हमारे सड़क परिवहन निगम की बस से. बस स्टेशनों से, और फिर वहां उन साधनों का उपयोग करते हुए अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करता है. उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का एक लंबा इतिहास है लेकिन समय के अनुरूप जिस प्रकार से निगम के प्रति ध्यान देकर उसकी व्यवस्था को अच्छे और प्रोफेशनल तरीके से व्यवस्थित रखने की आवश्यकता थी वह समय के अनुरूप नहीं हो पाया, लेकिन जब 2019 में प्रयागराज कुंभ था उस दौरान श्रद्धालु जनों की सुविधा के लिए प्रदेश सरकार ने प्रयागराज मेला प्राधिकरण के माध्यम से और परिवहन निगम के माध्यम से जिन बसों को खरीदा था, उन सभी बसों के बेड़े को बाद में परिवहन निगम को ही प्रदान किया.
उसका परिणाम था कि 2019 में जो बसे हमें मिली थीं उन बसों ने अपनी सेवाओं को बेहतरीन तरीके से प्रदान किया. कोरोना काल के दौरान जब प्रवासी अपने घरों की तरफ चले थे तब यही बसें काम आई थीं. एक करोड़ से ज्यादा प्रवासियों को इन्हीं बसों से उनके घर तक भेजा गया था. यह सभी में 40 लाख श्रमिक उत्तर प्रदेश के थे. 30 लाख बिहार के थे. बाकी झारखंड, वेस्ट बंगाल, उड़ीसा, असम जैसे राज्य के थे. मानवीय सेवा का इतना अच्छा उदाहरण कुंभ के बाद पहली बार देखने को मिला. कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने बसों की सेवा प्राप्त की थी.
कोरोनाकाल में जब लोग इधर-उधर दौड़ भाग कर रहे थे तो परिवहन निगम से जुड़े कार्मिकों ने जो मानवीय सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया उसकी हर तरफ चर्चा हुई. योगी आदित्यनाथ ने कहा आज मुझे प्रसन्नता है कि जब मेरे पास ये प्रस्ताव आया कि नई डेढ़ सौ बसें तैयार हो गई है अब आगे इन्हें बढ़ाना चाहते हैं तो मैंने सोचा रक्षाबंधन से बेहतर समय क्या हो सकता है. हर जनपद को दो-दो बसे दीजिए और प्रयास कीजिए कि 10 की रात्रि को 12 बजे से 12 तारीख की रात्रि 12 बजे तक लगातार 48 घंटे तक यह व्यवस्था बनाईए कि प्रदेश की बहनें और बेटियां फ्री में परिवहन निगम की बसों से यात्रा कर सकें आज मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि प्रदेश सरकार के परिवहन निगम के अंतर्गत संचालित उन सभी बसों को प्रदेश के अंदर बहन और बेटियों को फ्री में अगले 48 घंटे के लिए मुफ्त बस सेवा की सुविधा मिलेगी.
कोरोना काल से उबरकर परिवहन निगम अपनी पुरातन व्यवस्था को प्राप्त कर रहा है. हमें तेजी के साथ अपने बस स्टेशनों को हाई क्लास स्टेशन के रूप में बदलना होगा. बाहर से जब कोई व्यक्ति आता है कोई कॉमन मैन आता है तो सबसे पहले बस स्टेशन पर आता है. उन्होंने कहा कि अगर भारत के एयरपोर्ट वर्ल्ड क्लास के बन सकते हैं तो हम अपने बस स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित क्यों नहीं कर सकते इस दिशा में परिवहन निगम को कार्य करना होगा. बस स्टेशन बेहतरीन दिखने चाहिए. सभी तरह की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए.
रेस्टोरेंट्स उपलब्ध होना चाहिए, डॉरमेट्री की व्यवस्था होनी चाहिए, होटल की व्यवस्था होनी चाहिए, बैठने की बेहतरीन व्यवस्था होनी चाहिए. बस स्टेशन के परिसर में ही पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए. ऐसी सुविधाओं को बस स्टेशनों पर तेजी से विकसित करना होगा. उत्तर प्रदेश की आबादी अकेले 25 करोड़ है. परिवहन निगम उनकी प्रतिदिन की गतिविधियों में सहभागी बन सकता है. इंटर स्टेट कनेक्टिविटी को बेहतर करने की तरफ भी ध्यान देना होगा. हमने अपने पहले कार्यकाल के दौरान तमाम राज्यों के साथ एमओयू साइन किया था. अब इस दिशा में और बेहतरीन प्रयास किया जाए.
हमें इन सभी सुविधाओं को जहां बेहतरीन करके कामन मैन के सुविधा को सर्वोपरि रखते हुए आगे बढ़ाना होगा, वहीं अपनी सुविधाओं को और बेहतरीन करना होगा जो भी जर्जर बसे हैं अपनी आयु पूरी कर चुकी हैं उन्हें बेड़े से हटाकर नई बसों को जोड़ना होगा. धीरे-धीरे करके इन बसों को हटाया जाए. नई बसों से पुरानी बसों को रिप्लेस किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन निगम के चालक कुशल होने चाहिए. ऐसा ना हो जो स्टेरिंग थामें हों, उन्हें सही से दिखाई न देता हो. इसके परिणाम गलत हो सकते हैं. इस तरफ विशेष तौर पर परिवहन निगम को ध्यान देना होगा. आने वाले समय में बहुत शीघ्र 60 वर्ष से ऊपर की माता बहनों को फ्री में बस सेवा की सुविधा का शुभारंभ करेंगे. प्रदेश के अंदर सड़क सुरक्षा से संबंधित ड्राइविंग टेस्टिंग एवं ट्रेकिंग इंस्टिट्यूट को आगे बढ़ाना है. परिवहन निगम के वर्कशॉप में अपने कर्मचारी तो काम करें ही आईटीआई के छात्रों को भी उससे जोड़ें.
बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अकेले ढाई वर्ष में उत्तर प्रदेश के अंदर कोरोना से 23000 मौतें हुई हैं. हमारे लिए दर्दनाक है, दुखद है, लेकिन वैश्विक महामारी से हमने प्रदेश के लोगों को बचाने का काम किया है. जहां उत्तर प्रदेश में अकेले ढाई वर्ष में 23,000 मौतें हुई हैं वहीं सड़क दुर्घटना में एक वर्ष में 30,000 से ज्यादा मौतें होती हैं यह बेहद दुखद है. हमें इसकी तह में जाने की आवश्यकता है. हमें इस ओर विशेष तौर पर ध्यान देना होगा. हमें हर हाल में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों का नियंत्रण स्थापित करना होगा.
इस मौके पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि रक्षाबंधन के अवसर पर हमारी माताएं, बहनें फ्री में नई बसों का प्रयोग कर सकेंगी. डेढ़ सौ बसों का उद्घाटन आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर ओवरलोडिंग और डग्गामारी पर कंट्रोल किया गया है. इससे परिवहन निगम का लोड फैक्टर बढ़ा है. 28 परसेंट लोड फैक्टर बढ़ा है. 316 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है. भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन जो मुख्यमंत्री ने दिया है उसे परिवहन विभाग में शत-प्रतिशत पालन कराया जा रहा है. ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लर्निंग लाइसेंस को शत प्रतिशत ऑनलाइन कर दिया है.
अब किसी व्यक्ति को आरटीओ आने की जरूरत नहीं है. घर बैठे ही लाइसेंस बनवा सकता है. परमानेंट लाइसेंस के लिए भी कई जगहों पर ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट को समर्पित किया गया है. उसके कारण अब हम लोग ऑटोमेटिक टेस्टिंग करेंगे. अब मैन्युअल टेस्टिंग नहीं रहेंगी. अब कोई व्यक्ति न किसी को पास कर सकता है ना किसी को फेल. जिस तरह जहाज में सिम्युलेटर की व्यवस्था ट्रेनिंग के लिए होती थी उसी तरह अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट की व्यवस्था होगी.
कोरोना के चलते नई बसें हम खरीद नहीं पाए थे, लेकिन अब साढ़े 11 सौ बसें खरीदी जा रही हैं जिसमें से डेढ़ सौ बसों को रवाना किया जा रहा है. डेढ़ सौ बसें जनरथ भी बनकर तैयार हो रही हैं. इसके बाद अन्य बसें भी तैयार होकर सड़क पर आ जाएंगी. परिवहन मंत्री ने कहा कि हमारे विभाग में पदों को भरा जाना है. आधे से ज्यादा पद खाली हैं. कर्मचारीज अधिकारी, ड्राइवर, कंडक्टर सभी के पद खाली हैं. जल्द से जल्द इन सभी पदों को भरा जा सके इसके लिए मुख्यमंत्री जी आप जल्द अनुमति दे दीजिए. हम हिंदुस्तान की नंबर एक परिवहन व्यवस्था परिवहन विभाग के रूप में बनाना चाहते हैं. आपकी तरफ से जो निर्देश मिलेगा परिवहन विभाग अक्षरशः इसका पालन करेगा.
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