लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती (69000 teacher recruitment) के सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए. योगी ने शुक्रवार को बाकी बचे 6,696 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए. सीएम योगी ने कहा कि सवा चार लाख युवाओं को नौकरी दी गयी. यूपी में पारदर्शिता के साथ भर्ती की गयी. कुछ गैंग भर्ती में वसूली करते थे.
सीएम योगी ने कहा कि धांधली करने वालों के लिए जेल की हवा खिलाई गयी. उनका 4 साल 4 महीने का कार्यकाल पूरा हो गया है. इसमें 69 हजार शिक्षकों की भर्ती की गई. तकनीक के साथ कई सुधार किए गए. शिक्षा विभाग में आमूल चूल परिवर्तन किए गए. एक भी नौकरी पर संदेह नहीं है.
सीएम योगी ने कहा कि हम जल्द ही परीक्षा कराने जा रहे हैं. उसमें 30 लाख आवेदन आये हैं. देश की सबसे बड़ी परीक्षा होने जा रही है. आप विश्वास करें कहीं तिनका भी नहीं हिलेगा. इसीलिए हमने टीईटी को आजीवन कर दिया है. ताकि भ्रष्टाचार न हो। जिन लोगों को पारदर्शी व्यवस्था अच्छी नहीं लगती, वह बेचैन हैं. हमने तो एक ही बात कही थी कि पारदर्शी व्यवस्था के साथ रहेगा या गड़बड़ी करके अपनी संपत्ति जब्त करवानी है. उनकी परेशानी देखने को मिली.
मुख्यमंत्री अकेले बेसिक का 53 हजार करोड़ का बजट है. जो लोग अपने बच्चे को विदेश भेजते थे, उन्होंने बेसिक स्कूलों को जर्जर करके रख दिया था. पीपल और बरगद का पेड़ जमीन पर नहीं दिखता था. बेसिक स्कूलों के भवनों पर जरूर दिखता था. जब हमने स्कूलों को गोद लेने का निर्णय लिया तो भी विपक्ष ने सवाल खड़ा किया. गरीबों को जाति और बर्ग के नाम पर बांट कर राजनीति करने वालों ने गड़बड़ी की. उन्हें उन गरीब बच्चों की चिंता नहीं की. आज स्कूलों में सुधार हो रहा है.
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के खाली पदों पर भर्ती के लिए 69000 सहायक अध्यापक भर्ती की गयी. दो चरणों की काउंसलिंग पहले ही पूरी हो गई थी. ऐसे में खाली पड़े हुए करीब छह हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए तीसरे चरण की काउंसलिंग जून के अंतिम सप्ताह में कराई गई. पूर्व में प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक काउंसलिंग के बाद ही चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए जाने थे. लेकिन, काउंसलिंग के दौरान ही अचानक इस पर रोक लगा दी गई. इसको लेकर अभ्यर्थियों में काफी नाराजगी भी थी. हालांकि सरकार की तरफ से की गई इस घोषणा के बाद अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है.
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पिछले वर्षों के दौरान हुई भर्तियों में कई पद खाली रह गए हैं. इन्हें भरने के लिए दोबारा भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इन खाली पदों की संख्या 50,000 से ज्यादा बताई जा रही है. बीते दिनों बीएड, बीटीसी पास करके बेरोजगार घूम रहे युवकों की ओर से इन खाली पदों पर भर्ती किए जाने की मांग की गई थी. जिसको लेकर धरना प्रदर्शन भी किया गया. वहीं, सरकार की इन खाली पदों पर भर्तियां किए जाने की इस घोषणा ने अभ्यर्थियों को काफी राहत दी है.