लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कई शहरों में मेट्रो परियोजनाओं (metro projects) को लेकर बुधवार को अहम चर्चा होगी. शासन स्तर पर इसमें अलग-अलग जिलों के विभाग अध्यक्षों से समीक्षा की जाएगी. उत्तर प्रदेश के अधिकांश शहरों में अब लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट (Light Metro Project) ही चलाया जाएगा. जिसमें हल्की मेट्रो रेल चलेगी.
प्रमुख सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग नितिन रमेश गोकर्ण ने बताया कि उनके अधीनस्थ विभागों के अफसरों की मीटिंग बुधवार को होगी. 13976 दुर्बल आय वर्ग भवन को पूर्ण किया जाना, अमृत योजना के अन्तर्गत 59 महानगरों की सेटेलाइट बेस्ड महायोजना तैयार किया जाना, मेट्रो परियोजनाओं के लिए वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिंग के लिए अधिनियम में प्राविधान किया जाना है. महायोजना में प्रस्तावित उच्च भू-उपयोगों के लिए ‘नगरीय उपयोग शुल्क‘ लागू किये जाने के लिए अधिनियम में प्राविधान किया जाने को लेकर चर्चा होगी.
13 नगरों का सिटी डेवलपमेंट प्लान, गोरखपुर मेट्रो लाइट परियोजना के कार्यों का शुभारम्भ, काशी, मेरठ, बरेली, झांसी और प्रयागराज में मेट्रो लाइट अथवा मेट्रो नियो परियोजनाएं क्रियान्वित करने के लिए प्री फिजिबिलिटी स्टडी, डीपीआर तैयार कराने पर बात होगी. लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत बसंत कुंज योजना में निर्मित किये जा रहे 2256 दुर्बल आय वर्ग भवनों का लोकार्पण किया जाएगा. जनवरी 2023 में प्रस्तावित ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट‘ की तैयारी के संबंध में नई टाउनशिप नीति 2022 तैयार किए जाने के संबंध में विचार विमर्श होगा.
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आगामी पांच वर्षों में रियल एस्टेट सेक्टर में संभावित निवेश के संबंध में चर्चा, निवेशकों के लिए विभिन्न अभिकरणों में उपलब्ध लैंड बैंक के संबंध में चर्चा, अभिकरणों की अर्जित आय के संबंध में चर्चा होगी.