ETV Bharat / city

लखनऊ: मूक-बधिर छात्रों के लिए बैचलर ऑफ वोकेशनल कोर्स की शुरुआत - मूक-बधिर छात्रों के लिए वोकेशनल कोर्स

राजधानी लखनऊ के डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने मूक-बधिर विद्यार्थियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए एक और कदम आगे बढ़ाया. इसके लिए विश्वविद्यालय ने 10 नए वोकेशनल कोर्स शुरू किए हैं

shakuntala mishra national rehabilitation university
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय
author img

By

Published : Nov 5, 2020, 3:11 AM IST

लखनऊ: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने मूक-बधिर विद्यार्थियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए एक कदम और आगे बढ़ाया है. इसके लिए विश्वविद्यालय ने मूक-बधिर युवाओं के लिए बैचलर ऑफ वोकेशनल कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है.

अगले साल से शुरू होंगे 10 वोकेशनल कोर्स

इसके लिए विश्वविद्यालय में डेफ कॉलेज के नाम से अलग परिसर बनाया गया है. जहां मूक-बधिर विद्यार्थियों को मल्टीमीडिया से लेकर फैशन डिजाइनिंग तक 10 वोकेशनल कोर्स पढ़ाये जाएंगे. यहां सांकेतिक भाषा में विद्यार्थियों को फैशन डिजाइनिंग के आधुनिक तरीके के बारे में बताया जाएगा. आईटी एंड मल्टीमीडिया के साथ पेंट टेक्नोलॉजी व इंटीरियर डिजाइनिंग की भी समझ पैदा की जाएगी. आपको बता दें कि इस कोर्स की शुरुआत अगले साल नए सत्र से होगी.

मूक और बधिर विद्यार्थियों को वोकेशनल एजुकेशन देकर उन्हें मजबूत बनाने पर जोर दिया जाएगा. इस कोर्स में आईटी एंड मल्टीमीडिया, फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी व इंटीरियर डिजाइन की पढ़ाई विशेष तौर पर होगी. विद्यार्थी चाहें तो 3 वर्ष की पढ़ाई कर वीवोक की डिग्री हासिल करें या फिर वे 6 महीने का प्रमाण-पत्र कोर्स कर सकते हैं. इसके साथ ही 1 साल की पढ़ाई करने वाले को डिप्लोमा और 2 वर्ष की पढ़ाई करने वाले को एडवांस डिप्लोमा मिलेगा.

दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के कुलसचिव व संयुक्त निदेशक अमित कुमार सिंह के मुताबिक विश्वविद्यालय परिसर में भवन बनकर तैयार हो गया है. अगले वर्ष नए सत्र से नए कोर्स की शुरुआत होगी. गुणवत्ता युक्त पढ़ाई के साथ ही मूक बधिरों को नौकरी के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर के पी सिंह के निर्देशन में पढ़ाई का पूरा कोर्स तैयार कर लिया गया है.

लखनऊ: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने मूक-बधिर विद्यार्थियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए एक कदम और आगे बढ़ाया है. इसके लिए विश्वविद्यालय ने मूक-बधिर युवाओं के लिए बैचलर ऑफ वोकेशनल कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है.

अगले साल से शुरू होंगे 10 वोकेशनल कोर्स

इसके लिए विश्वविद्यालय में डेफ कॉलेज के नाम से अलग परिसर बनाया गया है. जहां मूक-बधिर विद्यार्थियों को मल्टीमीडिया से लेकर फैशन डिजाइनिंग तक 10 वोकेशनल कोर्स पढ़ाये जाएंगे. यहां सांकेतिक भाषा में विद्यार्थियों को फैशन डिजाइनिंग के आधुनिक तरीके के बारे में बताया जाएगा. आईटी एंड मल्टीमीडिया के साथ पेंट टेक्नोलॉजी व इंटीरियर डिजाइनिंग की भी समझ पैदा की जाएगी. आपको बता दें कि इस कोर्स की शुरुआत अगले साल नए सत्र से होगी.

मूक और बधिर विद्यार्थियों को वोकेशनल एजुकेशन देकर उन्हें मजबूत बनाने पर जोर दिया जाएगा. इस कोर्स में आईटी एंड मल्टीमीडिया, फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी व इंटीरियर डिजाइन की पढ़ाई विशेष तौर पर होगी. विद्यार्थी चाहें तो 3 वर्ष की पढ़ाई कर वीवोक की डिग्री हासिल करें या फिर वे 6 महीने का प्रमाण-पत्र कोर्स कर सकते हैं. इसके साथ ही 1 साल की पढ़ाई करने वाले को डिप्लोमा और 2 वर्ष की पढ़ाई करने वाले को एडवांस डिप्लोमा मिलेगा.

दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के कुलसचिव व संयुक्त निदेशक अमित कुमार सिंह के मुताबिक विश्वविद्यालय परिसर में भवन बनकर तैयार हो गया है. अगले वर्ष नए सत्र से नए कोर्स की शुरुआत होगी. गुणवत्ता युक्त पढ़ाई के साथ ही मूक बधिरों को नौकरी के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर के पी सिंह के निर्देशन में पढ़ाई का पूरा कोर्स तैयार कर लिया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.