लखनऊ: सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और रमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित संदीप पांडे अपने दस से अधिक साथियों के साथ मिलकर राजधानी में पदयात्रा निकाल रहे थे. पुलिस ने बिना अनुमति के पदयात्रा निकाल रहे सभी लोगों को हिरासत में ले लिया. यह पदयात्रा CAA, NRC, NPR के खिलाफ निकाली जा रही थी.
लखनऊ के घंटाघर पर पिछले एक महीने से महिलाओं का CAA, NRC और NPR के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना जारी है. वहीं गोमतीनगर के उजरिया में भी महिलाएं पिछले काफी वक्त से धरने पर बैठी हैं. सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ता और मैग्सेसे अवार्ड विनर संदीप पांडे अपने साथ दस से अधिक साथियों के साथ पुराने लखनऊ के घंटाघर से गोमतीनगर के उजरियाओं तक पैदल मार्च निकाल अपना विरोध दर्ज कराना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने संदीप पांडे और उनके सभी साथियों को घण्टाघर पर ही रोक कर हिरासत में ले लिया.
बाद में देर शाम पुलिस ने संदीप पांडये सहित हिरासत में लिये गये सभी लोगों को रिहा कर दिया.
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हम अपने दस साथियों के साथ वह शांतिपूर्ण पैदल मार्च निकालकर लोगों को CAA, NRC, NPR और डिटेंशन सेंटर के बारे में पर्चे बांटकर जानकारी देना चाहते थे, जिसपर उनको पुलिस ने रोक दिया. पुलिस ने सभी को रूमी गेट चौकी पर बैठाकर उनसे पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई के लिए थाने भेज दिया.
-संदीप पांडे, सामाजिक कार्यकर्ता