लखनऊ: महिला मंत्री के परिवार के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में बुधवार को तत्कालीन बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी अदालत में पेश हुए. नसीमुद्दीन को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया. वो आज इस मामले में अपना बयान दर्ज कराएंगे.
नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर और तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम के खिलाफ फरवरी माह में ही कोर्ट ने आरोप तय किए थे. आरोप तय होने के बाद आरोपियों को अदालत में पेश होकर अपना पक्ष रखना है. आरोप को दोषी होने पर कोर्ट सजा तय करेगी. एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष जज पवन कुमार राय ने उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री के परिवार की महिलाओं व उनकी बेटी के लिए अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल करने के मामले में बसपा के तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी व रामअचल राजभर और तत्कालीन राष्ट्रीय सचिव मेवालाल गौतम के खिलाफ फरवरी महीने में आरोप तय किए थे.
अब इस मामले में गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. यह मामला 22 जुलाई 2016 का है. इस मामले की नामजद एफआईआर भाजपा महिला मंत्री की सास ने थाना हजरतगंज में दर्ज कराई थी. इसके मुताबिक 22 जुलाई 2016 को महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गयी थी.
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आरोप है कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर व मेवालाल की अगुवाई में बसपा कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित आंबेडकर प्रतिमा पर अभद्र टिप्पणियां करते हुए धरना प्रदर्शन किया. वर्ग और जातीय भेद बताते हुए भीड़ को हिंसा के लिए उत्तेजित किया. उनके बेटे की 12 वर्षीय बेटी के लिए खुलेआम अमर्यादित नारे लगाए. इस मामले में कोर्ट में पेश न होने पर सितंबर 2020 में कोर्ट ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी सहित सभी आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था.