लखनऊ: मदरसे में दो बच्चों के पैरों में बेड़ियां लगाकर ताला जड़ने के मामले में बाल संरक्षण आयोग ने ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है. आज आयोग ने मदरसे के संचालक, हाफिज व पीड़ित बच्चों के परिजनों को आयोग में बुलाया. आयोग की पूछताछ में सामने आया कि गैर मान्यता चल रहे मदरसे में जिस हाफिज ने बच्चों के पैरों में बेड़ियां डाली थीं वो खुद 8वीं पास था. यही नहीं मदरसे का संचालक खुद रिटायर्ड सरकारी शिक्षक हैं.
बाल संरक्षक आयोग की सदस्य अनिता अग्रवाल ने ईटीवी भारत की खबर में प्रकाशित "बच्चों के साथ क्रूरता करने वाले मौलाना को जेल भिजवाएगा बाल आयोग" का संज्ञान लेते हुए मदरसे के संचालक मो. हलीम व बेड़ियों में बांधने वाले हाफिज रियाज व बच्चों के परिजनों को कार्यालय बुलाया था. आयोग सदस्य की पूछताछ में सामने आया कि गोसाईगंज निवासी अब्दुल हलीम ने 2015 में सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन करवाया था. इसी सोसाइटी के आधार पर बिना मान्यता के मदरसे को संचालित कर रहा था. मदरसे में नजरा, हिबस से 5वीं तक कि पढ़ाई करवाई जा रही थी. वहीं यहां अरबी, उर्दू, हिंदी व अंग्रेजी की पढ़ाई करवाने वाला हाफिज मोहम्मद रियाज 8वीं पास है व दूसरा हाफिज अहमद 5वीं पास हैं.
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बच्चे जाना चाहते हैं स्कूल, भेजा जाता था मदरसा : बाल संरक्षण आयोग की सदस्य अनिता अग्रवाल की पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वो स्कूल में पढ़ना चाहते हैं, लेकिन घरवाले जबरन मदरसे में भेजते थे. अनिता अग्रवाल ने बताया कि रियाज और अब्दुल हलीम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई जा रही है. मदरसे के संचालन के लिए फंडिंग कहां से हो रही थी इसका पता लगाया जा रहा है.
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