लखनऊ: UP STF को बड़ी सफलता मिली है. चेक की क्लोनिंग करने वाले गैंग के सदस्य को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया. जबकि, गैंग के सरगना समेत दो अन्य लोगों की तलाश जारी है.
दादा उर्फ गुरुजी महाराष्ट्र में एक ट्रैवेल्स एजेंसी का संचालक भी है. एसटीएफ की टीम ने दादा के पास से मोबाइल, आधार कार्ड, 20 हजार रुपये नकद, सोने की अंगूठी बरामद की. वर्ष 2020 में धोखाधड़ी के मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक संजय कुमार ने विभूतिखंड थाने में मुकदमा दर्ज कराया था.
ADG STF अमिताभ यश के मुताबिक ये गैंग सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों की कैंसिल चेक से क्लोनिंग करके लाखों रुपये निकाल लेते थे. शातिर अपराधी दादा उर्फ गुरुजी उर्फ राशिद व गैंग के लोगों ने यूपीडा के खाते से तीन बार में 39 लाख 46 हजार 600 रुपये निकाले लिए थे. STF की मानें तो गिरफ्त में आए आरोपी दादा उर्फ गुरुजी नालासोपारा थाणे महाराष्ट्र के एक बैंक से कैंसिल चेक की क्लोनिंग करके रुपये निकालने के फिराक में था. तभी STF टीम ने उसे दबोच लिया.
गैंग के सदस्यों ने शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि और उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी के खातों से भी रुपये निकालने का प्रयास किया था लेकिन वो इसमें सफल नहीं हुए थे. अफसरों ने बताया कि जालसाजों को यूपीडा के चार चेक का भुगतान तो हो गया था. शकुंतला मिश्रा विवि और आयुष सोसायटी के चेक का भुगतान नहीं हुआ था.
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STF कि मानें तो गैंग के सरगना अजय है. वह अपने दो अन्य साथियों के साथ फरार है. इन तीनों के भी महाराष्ट्र में छिपे होने की संभावना है. आरोपियों से पूछताछ कर, इन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. अफसरों ने बताया कि फरार अजय ही चेक का क्लोन तैयार करता था. बाकी साथियों ने क्लोन चेक को जौनपुर, वाराणसी और गोरखपुर के खाताधारकों के खातों में जमा किया था. रुपयों के खाते में ट्रांसफर होने के बाद, एटीएम से सारा रुपया निकाला गया था. STF की टीम अजय समेत दो अन्य की तलाश में महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में दबिश दे रही है.
वर्ष 2020 में चेक क्लोनिंग करके लाखों रुपये हड़पने के मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक संजय कुमार ने विभूतिखंड थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. STF ने नामजद आरोपी अरविंद तिवारी, मनीष मौर्या, शादाब अनवर शेख को गिरफ्तार कर लिया था. दादा उर्फ गुरुजी उर्फ राशिद गिरोह का सबसे सक्रिय सदस्य है. ये लंबे समय से फरार चल रहा था. राशिद महाराष्ट्र के नालासोपारा के बी बिंग 701 आरनेट इंक्लेव ओस्ठवाल नगरी का रहने वाला है.