लखनऊ : प्रदेश के ऊर्जामंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि पिछले चार सालों में इस साल भीषण गर्मी के कारण बिजली की मांग सबसे अधिक हुई है. इसके चलते विभाग के सामने चुनौतियां हैं. बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने और इसके सुचारू संचालन के लिए मोबाइल टीम बनाकर नियमित रूप से अलर्ट होने की जरूरत है. साथ ही व्यवस्था पर बेहतर मॉनीटरिंग भी जरूरी है.
ऊर्जामंत्री ने कहा कि कॉल सेंटर 1912 को और व्यवस्थित ढंग से संचालित करने और इसमें आ रही शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण एवं सहयोग के साथ तुरंत समाधान किया जाए. उन्होंने शत-प्रतिशत बिलिंग के साथ सभी उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाने और बड़े बकायेदारों से बिजली बिल वसूलने के लिए कठोर कार्रवाई करने से भी पीछे न हटने को कहा है. उन्होंने बड़े शहरों खासकर लखनऊवासियों को बिजली तारों के मकड़जाल की व्यवस्था से मुक्त करने के भी निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन से बच नहीं सकते. बिजली बकायेदारों एवं बिजली चोरी करने वालों के साथ-साथ नकारे अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवाही होगी. बिजली बिल न जमा करने वाले, धमकी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. ऊर्जा मंत्री ने प्रबंधकीय व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मैनेजमेंट सिस्टम की कमी से विद्युत व्यवस्था चरमराई हुई है. इसके लिए संबंधित डिस्काम के एमडी अनिल ढींगरा और अमित किशोर के साथ सभी मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंता तक के अधिकारियों को अपनी कार्य संस्कृति में सुधार करने और इसके लिए जन-प्रतिनिधियों का सहयोग लेने व उनके सुझाव पर अमल करने के भी आवश्यक निर्देश दिए.
कहा कि कॉल सेंटर 1912 की शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाए. इसका फीडबैक भी लिया जाए. इस व्यवस्था को आंतरिक रूप से परिवर्तित करने की भी व्यवस्था की जाए ताकि लोग कहीं से भी इसमें कॉलकर अपनी समस्या का समाधान करा सकें. उन्होंने इन दोनों डिस्काम के जिलों के अधीक्षण अभियंता को कम बिलिंग पर सख्त चेतावनी दी है. एक सप्ताह के भीतर बिलिंग में सुधार के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को गलत बिल देने के लिए संबंधित कंपनी और मीटर रीडर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के भी निर्देश दिए. ऊर्जामंत्री ने कहा है कि बिजली चोरी रोकने के हर संभव प्रयास करने के साथ ही चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
राजस्व हानि को कम करने व इसकी वसूली समय से हो, इसके लिए उपभोक्ताओं को समय से सही बिल मिले, यह सुनिश्चित किया जाए. बिजली बकायेदारों से लगातार संपर्क एवं संवाद बनाएं. बड़े बकायेदारों से बिल वसूली के लिए सख्ती भी करने के उन्होंने निर्देश दिए. उन्होंने बिजली व्यवस्था के सुचारु संचालन के लिए जर्जर तारों व पोल के साथ खराब ट्रांसफार्मर को योजनाबद्ध तरीके से हटाने व मौके पर जाकर शीघ्र ही सुधारने के निर्देश दिए हैं.
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उन्होंने कहा कि ऐसी हालात में जनहानि के साथ-साथ आगजनी की भी संभावना बनी रहती है. दुर्घटनाएं हमारी लापरवाही एवं अनदेखी के कारण होतीं हैं. इसके लिए हम सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि ट्रिपिंग या टेक्निकल फाल्ट के कारण बिजली कटौती न होने पाए. इसके लिए पहले से ही सावधानी बरती जाए. उपकेंद्र, फीडर एवं ट्रांसफॉर्मर के लोड की निरंतर जांच की जाए. साथ ही इनका ओवरलोड पाए जाने पर क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए समय से आवश्यक सुधार के कार्य कर लिए जाएं.
ऊर्जा मंत्री ने इस माह के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले कृषि उत्पादन आयुक्त/अपर मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक सिंहा को शक्ति भवन में बुके देकर सम्मानित किया. शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद भी जीवन में सामाजिक कार्यों से जुड़े रहें और हमेशा स्वस्थ रहें. इस दौरान यूपीपीसीएल के चेयरमैन एम. देवराज, डीजी विजिलेंस एसएन सावत, प्रबंध निदेशक पंकज कुमार व विशेष सचिव एवं डायरेक्टर नेडा भवानी सिंह खंगरौत के साथ विभाग के निदेशक स्तर व अन्य उच्चाधिकारियों ने भी अपर मुख्य सचिव ऊर्जा का स्वागत किया.
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