ETV Bharat / city

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक बोले, समय से ओपीडी पहुंचें डॉक्टर - प्रदेश में 167 अस्पताल

प्रदेश में लगभग 167 जिला स्तरीय महिला और पुरुष अस्पताल हैं. इसके अलावा 873 सीएचसी यानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं. वहीं 3 हजार से ज्यादा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उपकेंद्रों में भी मरीजों को सलाह दी जा रही है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Aug 22, 2022, 5:03 PM IST

लखनऊ : प्रदेश भर में स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर डिप्टी सीएम, स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने रविवार को सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के लापरवाही भरे रवैया को तत्काल सुधारने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी डॉक्टरों को समय से ओपीडी में मरीजों को देखने की बात कही है. इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखने के लिए नियमित राउंड भी लेने की नसीहत दी है. सभी सरकारी अस्पतालों और संस्थानों के निदेशकों और मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों की सूची भी तैयार करने के निर्देश दिए हैं.

प्रदेश में लगभग 167 जिला स्तरीय महिला और पुरुष अस्पताल हैं. इसके अलावा 873 सीएचसी यानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (community health center) हैं. वहीं 3 हजार से ज्यादा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उपकेंद्रों में भी मरीजों को सलाह दी जा रही है. इन सभी केंद्रों में तैनात डॉक्टरों को मरीजों का इलाज मन से करने की बात कही है. स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में ओपीडी तय समय सुबह आठ बजे तक खुल जाएं. पर्चा काउंटर कुछ समय पहले खोल दिए जाएं. डाॅक्टर आठ बजे से मरीज देखें. यदि किसी विभाग में दो या इससे अधिक डाॅक्टर हैं तो एक हरहाल में ओपीडी में बैठे. दूसरे डाॅक्टर भर्ती मरीजों को देंखें. दो बजे से पहले ओपीडी छोड़ने वाले डाॅक्टरों पर नजर रखी जाए.

यह भी पढ़ें : ईडी की छापेमारी के बाद अब माफिया मुख्तार अंसारी के करीबियों से पूछताछ, ED ने तन्नू अंसारी को किया तलब

उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी भी दशा में असुविधा नहीं होनी चाहिए. यदि मरीज को दिक्कत होगी तो इसकी जवाबदेही अस्पताल प्रशासन की होगी. डॉक्टर शाम के समय भर्ती मरीज को एक बार जरूर देखें.

यह भी पढ़ें : यूपी में हुआ था दिल्ली से बड़ा खेल, आबकारी नीति से सरकार को लगा था 24 हजार करोड़ का चूना

लखनऊ : प्रदेश भर में स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर डिप्टी सीएम, स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने रविवार को सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के लापरवाही भरे रवैया को तत्काल सुधारने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी डॉक्टरों को समय से ओपीडी में मरीजों को देखने की बात कही है. इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखने के लिए नियमित राउंड भी लेने की नसीहत दी है. सभी सरकारी अस्पतालों और संस्थानों के निदेशकों और मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों की सूची भी तैयार करने के निर्देश दिए हैं.

प्रदेश में लगभग 167 जिला स्तरीय महिला और पुरुष अस्पताल हैं. इसके अलावा 873 सीएचसी यानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (community health center) हैं. वहीं 3 हजार से ज्यादा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उपकेंद्रों में भी मरीजों को सलाह दी जा रही है. इन सभी केंद्रों में तैनात डॉक्टरों को मरीजों का इलाज मन से करने की बात कही है. स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में ओपीडी तय समय सुबह आठ बजे तक खुल जाएं. पर्चा काउंटर कुछ समय पहले खोल दिए जाएं. डाॅक्टर आठ बजे से मरीज देखें. यदि किसी विभाग में दो या इससे अधिक डाॅक्टर हैं तो एक हरहाल में ओपीडी में बैठे. दूसरे डाॅक्टर भर्ती मरीजों को देंखें. दो बजे से पहले ओपीडी छोड़ने वाले डाॅक्टरों पर नजर रखी जाए.

यह भी पढ़ें : ईडी की छापेमारी के बाद अब माफिया मुख्तार अंसारी के करीबियों से पूछताछ, ED ने तन्नू अंसारी को किया तलब

उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी भी दशा में असुविधा नहीं होनी चाहिए. यदि मरीज को दिक्कत होगी तो इसकी जवाबदेही अस्पताल प्रशासन की होगी. डॉक्टर शाम के समय भर्ती मरीज को एक बार जरूर देखें.

यह भी पढ़ें : यूपी में हुआ था दिल्ली से बड़ा खेल, आबकारी नीति से सरकार को लगा था 24 हजार करोड़ का चूना

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.