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फैजुल्लागंज में कई बच्चे बीमार, मेडिकल टीम तैनात, इन बातों का रखें ध्यान

राजधानी के फैजुल्लागंज में बीते छह दिन में अफ्रीकन स्वाइन फीवर से बड़ी संख्या में सूअरों की मौत हुई. इस बात की पुष्टि लखनऊ से भेजे गए सैंपलों की जांच के बाद भोपाल स्थित लैब से हुई. फीवर की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी एहतियात बरत रही है.

फैजुल्लागंज
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Published : Jul 22, 2022, 5:53 PM IST

लखनऊ : राजधानी के फैजुल्लागंज में बीते छह दिन में अफ्रीकन स्वाइन फीवर से बड़ी संख्या में सूअरों की मौत हुई. इस बात की पुष्टि लखनऊ से भेजे गए सैंपलों की जांच के बाद भोपाल स्थित लैब से हुई. रिपोर्ट आने से पहले नगर निगम का पशु कल्याण विभाग सूअरों की मौत को स्वाइन फ्लू से जोड़ रहा था, हालांकि फीवर की पुष्टि के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली है. फीवर की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी एहतियात बरत रही है.

बाल महिला सेवा संगठन की अध्यक्ष ममता त्रिपाठी ने बताया कि सूअरों की मौत के कारण यहां पर काफी दहशत हो गई है. बहुत सारे लोग पलायन करने पर भी मजबूर हैं. बारिश के मौसम में इस तरह से सूअरों का मरना बेहद खतरनाक साबित हुआ है. 15 से 20 बच्चे इस समय बीमार पड़े हैं. नगर निगम सूअर पालकों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दे रहा है. वहीं स्वास्थ्य विभाग अफ्रीकन स्वाइन फीवर से बचने के लिए डॉक्टरों की टीम क्षेत्र में भेज रहा है. इसके साथ ही फैजुल्लागंज में सफाई, सैनिटाइजेशन जैसे काम युद्धस्तर पर हो रहे हैं. फॉगिंग के साथ ही चूना और ब्लीचिंग के छिड़काव के लिए कर्मचारियों को लगाया गया है. स्थानीय सभासद का कहना है क


जानकारी देतीं समाजसेवी ममता त्रिपाठी

अफ्रीकन स्वाइन फीवर एक संक्रामक वायरल है, जो जंगली और घरेलू दोनों तरह सुअरों को प्रभावित करता है. इसका वायरस तेजी से फैलने के साथ ही केवल सूअरों को ही चपेट में लेता है, हालांकि मनुष्यों को प्रभावित नहीं करता है. चिकित्साधिकारियों के अनुसार संक्रमित सूअरों के संपर्क में आने वालों को भी खतरा नहीं होता है. फैजुल्लागंज वार्ड में सूअरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने गुरुवार को मांस और इससे बनने वाले किसी भी तरह के खाद्य पदार्थों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. लखनऊ और ग्रामीण इलाकों में भी भी मांस की बिक्री प्रतिबंधित है. अगर कहीं पर भी मांस या इससे बने उत्पाद की बिक्री होती पाई गई तो संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.

बीमार हुये बच्चे
बीमार हुये बच्चे


डॉ. मिलिंद के मुताबिक, आजकल बारिश का मौसम चल रहा है. ऐसे में फोड़े-फुंसी निकल आते हैं. इसके अलावा गंदे पानी की वजह से भी दाने निकल सकते हैं. लोगों को बीमारी से बचाव के लिए जागरूक किया गया है. साथ ही कोई भी समस्या होने पर इलाज कराने की सलाह दी गई है. इलाके में मेडिकल टीम तैनात कर दी गई है, जो स्थिति पर नजर रखे हुए है. सीएमओ के मुताबिक, विभाग की टीम मौके पर काम कर रही है.

बीमार हुये बच्चे
बीमार हुये बच्चे



ये भी पढ़ें : मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे मंत्री दिनेश खटीक, क्या सच में दूर हो गई नाराजगी?

ऐसे रखें ख्याल

- ऐसे में खाने-पीने का विशेष ख्याल रखें. बाहर की चीजें बिल्कुल भी न खाएं.
- पानी को 40 डिग्री सेल्सियस पर गर्म करके तभी पियें, जिससे कीटाणु नष्ट हो जाएंगे.
- बरसात के मौसम में गर्म पानी से कपड़े धो लें.
- इस तरह के वायरस फैलने पर बरसात से बचे हैं. बारिश होने पर भीगें नहीं.

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लखनऊ : राजधानी के फैजुल्लागंज में बीते छह दिन में अफ्रीकन स्वाइन फीवर से बड़ी संख्या में सूअरों की मौत हुई. इस बात की पुष्टि लखनऊ से भेजे गए सैंपलों की जांच के बाद भोपाल स्थित लैब से हुई. रिपोर्ट आने से पहले नगर निगम का पशु कल्याण विभाग सूअरों की मौत को स्वाइन फ्लू से जोड़ रहा था, हालांकि फीवर की पुष्टि के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली है. फीवर की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी एहतियात बरत रही है.

बाल महिला सेवा संगठन की अध्यक्ष ममता त्रिपाठी ने बताया कि सूअरों की मौत के कारण यहां पर काफी दहशत हो गई है. बहुत सारे लोग पलायन करने पर भी मजबूर हैं. बारिश के मौसम में इस तरह से सूअरों का मरना बेहद खतरनाक साबित हुआ है. 15 से 20 बच्चे इस समय बीमार पड़े हैं. नगर निगम सूअर पालकों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दे रहा है. वहीं स्वास्थ्य विभाग अफ्रीकन स्वाइन फीवर से बचने के लिए डॉक्टरों की टीम क्षेत्र में भेज रहा है. इसके साथ ही फैजुल्लागंज में सफाई, सैनिटाइजेशन जैसे काम युद्धस्तर पर हो रहे हैं. फॉगिंग के साथ ही चूना और ब्लीचिंग के छिड़काव के लिए कर्मचारियों को लगाया गया है. स्थानीय सभासद का कहना है क


जानकारी देतीं समाजसेवी ममता त्रिपाठी

अफ्रीकन स्वाइन फीवर एक संक्रामक वायरल है, जो जंगली और घरेलू दोनों तरह सुअरों को प्रभावित करता है. इसका वायरस तेजी से फैलने के साथ ही केवल सूअरों को ही चपेट में लेता है, हालांकि मनुष्यों को प्रभावित नहीं करता है. चिकित्साधिकारियों के अनुसार संक्रमित सूअरों के संपर्क में आने वालों को भी खतरा नहीं होता है. फैजुल्लागंज वार्ड में सूअरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने गुरुवार को मांस और इससे बनने वाले किसी भी तरह के खाद्य पदार्थों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. लखनऊ और ग्रामीण इलाकों में भी भी मांस की बिक्री प्रतिबंधित है. अगर कहीं पर भी मांस या इससे बने उत्पाद की बिक्री होती पाई गई तो संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.

बीमार हुये बच्चे
बीमार हुये बच्चे


डॉ. मिलिंद के मुताबिक, आजकल बारिश का मौसम चल रहा है. ऐसे में फोड़े-फुंसी निकल आते हैं. इसके अलावा गंदे पानी की वजह से भी दाने निकल सकते हैं. लोगों को बीमारी से बचाव के लिए जागरूक किया गया है. साथ ही कोई भी समस्या होने पर इलाज कराने की सलाह दी गई है. इलाके में मेडिकल टीम तैनात कर दी गई है, जो स्थिति पर नजर रखे हुए है. सीएमओ के मुताबिक, विभाग की टीम मौके पर काम कर रही है.

बीमार हुये बच्चे
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ऐसे रखें ख्याल

- ऐसे में खाने-पीने का विशेष ख्याल रखें. बाहर की चीजें बिल्कुल भी न खाएं.
- पानी को 40 डिग्री सेल्सियस पर गर्म करके तभी पियें, जिससे कीटाणु नष्ट हो जाएंगे.
- बरसात के मौसम में गर्म पानी से कपड़े धो लें.
- इस तरह के वायरस फैलने पर बरसात से बचे हैं. बारिश होने पर भीगें नहीं.

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