बरेली: यहां के आर्य समाज अनाथालय में तीन नेपाली बच्चे और किशोर अपनों का इंतजार कर रहे हैं. यह चारों मार्च 2021 से अनाथालय में हैं. बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र में 19 मई को 15 साल का किशोर, नेपाल के महेंद्र नगर से नौकरी की तलाश में बरेली पहुंच गया था.
नेपाली किशोर को भटकता देख चाइल्डलाइन की टीम ने उसे बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया और उसे अनाथालय भेज दिया गया. इसके बाद 27 मार्च को 9 साल और 7 साल के दो सगे भाइयों साथ एक 5 साल की बच्ची मिली. इन तीनों को भी चाइल्डलाइन की टीम ने अनाथालय भिजवा दिया.
तब से यह चारों अपने परिजनों का इंतजार अनाथालय में कर रहे हैं. तीन नेपाली बच्चे इतने छोटे हैं कि वह अपने घर का पता भी ठीक से नहीं बता पा रहे हैं. वहीं 15 साल के किशोर ने अपने घर का पता बता दिया, जिसके बाद उसके परिजनों को तलाशने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
बाल कल्याण समिति के प्रभारी अध्यक्ष डॉ. डीएन शर्मा ने बताया कि तीन छोटे बच्चे अपने घर से भटक कर बरेली पहुंच गए. ये मामला मानव तस्करी का लग रहा है. इन तीनों बच्चों को कोई व्यक्ति बहला-फुसलाकर नेपाल से दिल्ली घुमाने के बहाने ट्रक पर बिठाकर बरेली ले आया और फिर यहां छोड़कर फरार हो गया. वहीं किशोर नौकरी की तलाश में नेपाल से दिल्ली जा रहा था.
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जिला प्रोबेशन अधिकारी नीता अहिरवार ने बताया कि बरेली के आर्य समाज अनाथालय में रह रहे चार नेपाली बच्चों के घरवालों की तलाश के लिए एनजीओ से संपर्क किया गया है. नेपाली दूतावास को भी चारों बच्चों के रिकॉर्ड के साथ चिट्ठी भेजी गई है. इन बच्चों को उनके घर तक पहुंचाने में मदद के लिए प्रवासी नेपाली मित्र मंच को भी बच्चों की जानकारी भेजी गयी है. उनके माता-पिता की तलाशने की मुहिम तेजी से चल रही है.