अलीगढ़: मुस्लिम विश्वविद्यालय के फॉरेंसिक मेडिसिन डिपार्टमेंट में एमबीबीएस छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के दौरान देवी-देवताओं को जोड़ते हुए प्रोजेक्टर पर रेप की हिस्ट्री और परिभाषा पढ़ाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. बीते दिनों हिंदु नेताओं ने आरोपी प्रोफेसर की गिरफ्तारी न होने को लेकर एएमयू के बाब-ए-सैयद गेट पर धरने का एलान किया था. इसके चलते जिला प्रशासन ने एहतियातन एएमयू गेट और इसके आसपास पुलिस फोर्स तैनात कर दी है.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय फॉरेंसिक मेडिसिन डिपार्टमेंट में एमबीबीएस छात्र-छात्राओं को लेक्चर के दौरान हिंदु देवी-देवताओं को जोड़ते हुए प्रोजेक्टर पर रेप की हिस्ट्री और परिभाषा पढ़ाने का मामला सामने आया था. प्रोजेक्टर पर इसकी पढ़ाई कराने के दौरान की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एएमयू प्रशासन में हड़कंप मच गया.
इसकी एक लिखित शिकायत एएमयू के ही पूर्व छात्र और भाजपा नेता निशित शर्मा ने क्लास में पढ़ाने वाले प्रोफेसर और डिपार्टमेंट के चेयरमैन के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर थाना सिविल लाइन पर तहरीर दी थी. इस पर आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ मुकद्दमा भी दर्ज किया गया था. मामला मीडिया में आने के बाद एएमयू प्रशासन ने असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी कर सस्पेंड कर दिया था. वहीं, अब तक इस मामले में एएमयू आरोपी प्रोफेसर जितेंद्र की गिरफ्तारी न होने से नाराज हिंदुओं ने रविवार को एएमयू के बाब-ए- सैयद गेट पर धरने का एलान किया था.
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हाल ही में राष्ट्रीय सवर्ण परिषद संगठन के पदाधिकारियों ने क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन श्वेताभ पांडेय को एक ज्ञापन के माध्यम से आरोपी प्रोफेसर डॉक्टर जितेंद्र कुमार की गिरफ्तारी के लिए ज्ञापन सौंपा था. उस समय एलान किया गया था कि अगर जल्द ही गिरफ्तारी नहीं होती है तो वह संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ एएमयू बाबे सैयद गेट पर धरना प्रदर्शन करेंगे.
ज्ञापन के अनुसार रविवार का दिन उसमें नियत था. इसके मद्देनजर अलीगढ़ पुलिस ने संगठन से जुड़े लोगों को उन्हीं के घर पर शनिवार रात को ही नजरबंद कर दिया. वहीं, एएमयू बाबे सैयद गेट और कैंपस के आसपास एहतियातन भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
रोरावर क्षेत्र के जलालपुर निवासी राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के संगठन मंत्री आचार्य भरत तिवारी को उनके घर में नजरबंद किया गया है. उनका कहना है कि उन्होंने धरना प्रदर्शन की परमिशन मांगी थी लेकिन क्षेत्राधिकारी श्वेताभ पांडेय ने मना कर दिया. अब उन्हें और उनके अन्य पदाधिकारियों को नजरबंद किया गया है.
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