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बाराबंकी : वैक्सीन की आपूर्ति में हो रही देरी, मरीज हुए परेशान - वैक्सीन की आपूर्ति

जिला अस्पताल में वैक्सीन के लिए आ रहे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में बार-बार वैक्सीन खत्म हो जाती है.

जिला अस्पताल में वैक्सीन की आपूर्ति में देरी हो रही है.
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Published : May 8, 2019, 11:29 PM IST

बाराबंकी : जिले में रेबीज के लिए वैक्सीन का इंजेक्शन लगवाने आ रहे मरीजों को ज्यादातर निराशा हाथ लग रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि जिला अस्पताल में वैक्सीन की सही से आपूर्ति नहीं हो पा रही है. बताया जा रहा है कि इससे मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है साथ ही मजबूरी में उन्हें बाहर से वैक्सीन खरीदनी पड़ती है, जो उन्हें काफी महंगे दामों पर मिलती है.

जिला अस्पताल में वैक्सीन न होने से लोग परेशान.
  • जिले में आपूर्ति सही से न होने पर बार-बार वैक्सीन खत्म होने का मामला सामने आया है.
  • बताया जा रहा है कि वैक्सीन की मांग और आपूर्ति में सामंजस्य नहीं होने की वजह से बार-बार वैक्सीन खत्म हो जाती है.
  • ऐसे में मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
  • उन्हें मजबूरी में बाहर से भी वैक्सीन खरीदनी पड़ती है.
  • बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में वैक्सीन के लिए प्रतिदिन 45 से 80 के बीच में लोग आते हैं.

जब उन्हें कुत्ते ने काटा तो उसके बाद वह अस्पताल आए और उन्हें वैक्सीन लगाई गई, लेकिन जब वह दोबारा 4 तारीख को वैक्सीन लगवाने जिला अस्पताल पहुंचे तो उस वक्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी. इसके कारण उन्हें 8 तारीख को वैक्सीन लगवाने आना पड़ा.

-मोहम्मद अहमद, मरीज

30 अप्रैल को कुत्ते ने काटा था, जिसके बाद वह अस्पताल आए और उन्हें वैक्सीन लगाई गई. दूसरी डोज के लिए 4 मई को बुलाया गया था, लेकिन जब वह अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि वैक्सीन समाप्त हो चुकी है. इसी वजह से वह 8 मई को वैक्सीन लगवाने पहुंचे हैं.

-कुंदन कुमार साहू, मरीज

इस वक्त वैक्सीन मौजूद है और मरीजों को लगाई जा रही है. पिछले हफ्ते वैक्सीन खत्म हो गई थी.

-डॉ. एसके सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

बाराबंकी : जिले में रेबीज के लिए वैक्सीन का इंजेक्शन लगवाने आ रहे मरीजों को ज्यादातर निराशा हाथ लग रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि जिला अस्पताल में वैक्सीन की सही से आपूर्ति नहीं हो पा रही है. बताया जा रहा है कि इससे मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है साथ ही मजबूरी में उन्हें बाहर से वैक्सीन खरीदनी पड़ती है, जो उन्हें काफी महंगे दामों पर मिलती है.

जिला अस्पताल में वैक्सीन न होने से लोग परेशान.
  • जिले में आपूर्ति सही से न होने पर बार-बार वैक्सीन खत्म होने का मामला सामने आया है.
  • बताया जा रहा है कि वैक्सीन की मांग और आपूर्ति में सामंजस्य नहीं होने की वजह से बार-बार वैक्सीन खत्म हो जाती है.
  • ऐसे में मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
  • उन्हें मजबूरी में बाहर से भी वैक्सीन खरीदनी पड़ती है.
  • बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में वैक्सीन के लिए प्रतिदिन 45 से 80 के बीच में लोग आते हैं.

जब उन्हें कुत्ते ने काटा तो उसके बाद वह अस्पताल आए और उन्हें वैक्सीन लगाई गई, लेकिन जब वह दोबारा 4 तारीख को वैक्सीन लगवाने जिला अस्पताल पहुंचे तो उस वक्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी. इसके कारण उन्हें 8 तारीख को वैक्सीन लगवाने आना पड़ा.

-मोहम्मद अहमद, मरीज

30 अप्रैल को कुत्ते ने काटा था, जिसके बाद वह अस्पताल आए और उन्हें वैक्सीन लगाई गई. दूसरी डोज के लिए 4 मई को बुलाया गया था, लेकिन जब वह अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि वैक्सीन समाप्त हो चुकी है. इसी वजह से वह 8 मई को वैक्सीन लगवाने पहुंचे हैं.

-कुंदन कुमार साहू, मरीज

इस वक्त वैक्सीन मौजूद है और मरीजों को लगाई जा रही है. पिछले हफ्ते वैक्सीन खत्म हो गई थी.

-डॉ. एसके सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

Intro: बाराबंकी , 08 मई । जिले में वैक्सीन की मांग और आपूर्ति में नहीं है सामंजस्य. बार बार हफ्ते भर नहीं रहती है वैक्सीन. मरीजों को उठानी पड़ती है खासी दिक्कतें. इसके लिए जिम्मेदार लोग ठीक प्रकार से काम नहीं करते. केवल कागजों पर मेहनत की जाती है. जिले में केवल जिला अस्पताल में प्रतिदिन 45 से 80 के बीच में लोग वैक्सीनेशन के लिए आते हैं. यदि 1 हफ्ते तक वैक्सीन नहीं है तो इसका मतलब है कि सैकड़ों मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ता है.


Body:बाराबंकी में पिछले कई महीनों से बार बार रेबीज के लिए वैक्सीन ना उपलब्ध होने के कारण,मरीजों को बाहर से खरीदना पड़ता है.
आज मोहम्मद अहमद जिला अस्पताल में वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे थे. उनसे पूछने पर उन्होंने बताया कि जब उन्हें कुत्ते ने काटा उसके बाद वह अस्पताल आए ,और उन्हें वैक्सीन लगाई गई. लेकिन जब वह दोबारा जिला अस्पताल पहुंचे 4 तारीख को तो, उस वक्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी. जिसके कारण 8 तारीख को उन्हें वैक्सीन लगवाने आना पड़ा.
कुंदन कुमार साहू का कहना है कि उन्हें 30 अप्रैल को कुत्ते ने काटा, जिसके बाद वह अस्पताल आए और उन्हें वैक्सीन लगाई गई . दूसरे डोज के लिए 4 मई की तारीख को बुलाया गया था. लेकिन जब वह अस्पताल पहुंचे तो ,पता चला कि वैक्सीन समाप्त हो चुकी है. इसी वजह से वह 8 मई को वैक्सीन लगवाने पहुंचे हैं.

जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस. के. सिंह से जब हमने पूछा तो, उन्होंने बताया कि इस वक्त वैक्सीन मौजूद है, और मरीजों को लगाया भी जा रहा है. हां पिछले 1 हफ्ते में वैक्सीन नहीं था. बीच में छुट्टियां होने के कारण और जिस प्रकार से लोगों की संख्या मरीजों की संख्या बढ़ रही है उसके अनुरूप वैक्सीन नहीं मिल पा रही है. जिसके कारण समस्या आ रही है, लेकिन फिर भी हम लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं ,कि लोगों को असुविधा ना हो.










Conclusion:जिस प्रकार से बार-बार जिले में रेबीज वैक्सीन खत्म हो रही है, उससे एक बात तो साफ है ,कि जिले में खतरनाक जानवरों कुत्ते बिल्ली बंदर के काटने की समस्याएं ज्यादा हो रही हैं. इससे बचाव की जरूरत है. साथ ही साथ जिले के प्रशासनिक व्यवस्था को इस लिहाज से खुद को अपडेट रखने की भी आवश्यकता है ताकि किसी भी मरीज को असुविधा का सामना ना करना पड़े.


bite -

1- मोहम्मद अहमद ,मरीज

2- कुंदन कुमार साहू , मरीज

3- डॉ एसके सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल बाराबंकी.


रिपोर्ट- आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी 9628 4769 07
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