आगरा: जिले के थाना सदर क्षेत्र में पुलिसकर्मियों द्वारा रिटायर्ड सूबेदार और उसके पुत्र की पिटाई का मामला सामने आया था. अब ये लॉकडाउन उल्लंघन का मामला बड़ा रूप ले रहा है. सोमवार को यूपी सरकार के राज्य मंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उनकी पीड़ा सुनने के बाद वो वहीं धरने पर बैठ गए. एसपी सिटी द्वारा जांच का आश्वासन देने के बाद राज्यमंत्री वहां से हटे.
बता दें कि थाना सदर के सौदागर लेन चौकी प्रभारी अमन कुमार और सिपाही अतुल कुमार ने 6 पुलिसकर्मियों के साथ रिटायर्ड सूबेदार हरीशचंद और उनके पुत्र राहुल की पिटाई की थी. उनपर लॉकडाउन उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया था. मामले में पीड़ित की पुत्री रचना आर्या ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस मामले में कोई कार्रवाई करती नहीं दिख रही थी.
सोमवार को छावनी क्षेत्र के विधायक और यूपी सरकार के राज्य मंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. उनकी पीड़ा सुनने और चोट के निशान देखने के बाद राज्यमंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश रिटायर्ड सूबेदार हरिश्चंद्र के घर के बाहर बैठ गए. राज्यमंत्री के धरने पर बैठने की सूचना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई. एसपी सिटी रोहन बोत्रे प्रमोद और सीओ सदर विकास जायसवाल मौके पर पहुंच गए. राज्यमंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश ने इस पर नाराजगी जताई.
राज्य मंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश ने कहा कि सौदागर लाइन चौकी इंचार्ज और सिपाही के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. क्योंकि पिटाई करना पुलिस के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है. इसके बाद एसपी सिटी द्वारा जांच का आश्वासन मिलने के बाद राज्यमंत्री वहां से गये. उनका कहना है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो, वो फिर प्रोटोकॉल तोड़ने को मजबूर होंगे.
आगरा: रिटायर्ड फौजी के समर्थन में राज्यमंत्री ने दिया धरना, एसपी सिटी ने दिया आश्वासन - राज्य मंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश
आगरा में पुलिसकर्मियों ने लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में पिता पुत्र की पिटाई की थी. यूपी सरकार के राज्य मंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और धरने पर बैठ गये.
आगरा: जिले के थाना सदर क्षेत्र में पुलिसकर्मियों द्वारा रिटायर्ड सूबेदार और उसके पुत्र की पिटाई का मामला सामने आया था. अब ये लॉकडाउन उल्लंघन का मामला बड़ा रूप ले रहा है. सोमवार को यूपी सरकार के राज्य मंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उनकी पीड़ा सुनने के बाद वो वहीं धरने पर बैठ गए. एसपी सिटी द्वारा जांच का आश्वासन देने के बाद राज्यमंत्री वहां से हटे.
बता दें कि थाना सदर के सौदागर लेन चौकी प्रभारी अमन कुमार और सिपाही अतुल कुमार ने 6 पुलिसकर्मियों के साथ रिटायर्ड सूबेदार हरीशचंद और उनके पुत्र राहुल की पिटाई की थी. उनपर लॉकडाउन उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया था. मामले में पीड़ित की पुत्री रचना आर्या ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस मामले में कोई कार्रवाई करती नहीं दिख रही थी.
सोमवार को छावनी क्षेत्र के विधायक और यूपी सरकार के राज्य मंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. उनकी पीड़ा सुनने और चोट के निशान देखने के बाद राज्यमंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश रिटायर्ड सूबेदार हरिश्चंद्र के घर के बाहर बैठ गए. राज्यमंत्री के धरने पर बैठने की सूचना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई. एसपी सिटी रोहन बोत्रे प्रमोद और सीओ सदर विकास जायसवाल मौके पर पहुंच गए. राज्यमंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश ने इस पर नाराजगी जताई.
राज्य मंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश ने कहा कि सौदागर लाइन चौकी इंचार्ज और सिपाही के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. क्योंकि पिटाई करना पुलिस के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है. इसके बाद एसपी सिटी द्वारा जांच का आश्वासन मिलने के बाद राज्यमंत्री वहां से गये. उनका कहना है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो, वो फिर प्रोटोकॉल तोड़ने को मजबूर होंगे.