गोरखपुर : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात सीनियर क्लर्क को एंटी करप्शन की टीम ने घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है. लखनऊ एंटी करप्शन में शिकायत के बाद लखनऊ और गोरखपुर की संयुक्त टीम घूस लेने के मामले की जांच कर रही थी. लखनऊ एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक हरि सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई है. इस टीम ने एंटी करप्शन गोरखपुर के अलावा, जिलाधिकारी की ओर से सीएमओ कार्यालय के दो कर्मी भी टीम का हिस्सा रहे.
- कैंपियरगंज में तैनात सब इंस्पेक्टर पंकज कुमार यादव ने उनकी पुत्री के इलाज के लिए पत्रावली संतुष्टि के लिए एसएसपी कार्यालय भेजी थी.
- पत्रावली में पॉजिटिव रिपोर्ट लगाने के लिए लिपिक ज्ञानेंद्र सिंह ने सब इंस्पेक्टर पंकज कुमार यादव से घूस मांगी. यह बात पंकज कुमार यादव को नागवार गुजरी.
- इस मामले पर अपने ही विभाग के क्लर्क से घूस मांगने की शिकायत सीधे एंटी करप्शन के मुख्यालय लखनऊ में कर दी.
- टीम ने पूरी तैयारी के साथ क्लर्क को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया.
- लखनऊ और गोरखपुर की संयुक्त टीम ने सब इंस्पेक्टर पंकज कुमार यादव से क्लर्क ज्ञानेंद्र सिंह ने 5 हजार रुपये घूस ली. टीम ने उसे कार्यालय में ही रंगे हाथों दबोच लिया.
- आरोपी क्लर्क के खिलाफ घूस मांगने का मामला दर्ज कर पूछताछ के बाद पुलिस और एंटी करप्शन की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
कैंपियरगंज थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर पंकज कुमार यादव द्वारा उनकी पुत्री के इलाज के लिए पत्रावली संतुष्टि के लिए एसएसपी कार्यालय में भेजी गई थी. पत्रावली को पास करने के नाम पर कार्यालय में तैनात सीनियर क्लर्क ज्ञानेंद्र सिंह ने रुपये की मांग की, जिसकी शिकायत इंस्पेक्टर पंकज कुमार यादव ने लखनऊ मुख्यालय में की. इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए वहां से टीम गठित कर सीनियर क्लर्क को 5 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा गया. इस संबंध में आगे कार्रवाई की जा रही है.
-हरि सिंह, प्रभारी लखनऊ एंटी करप्शन टीम