अयोध्या: सदर तहसील क्षेत्र में एसडीएम की एकतरफा कार्रवाई से ग्रामीणों में आक्रोश है. उन्होंने स्थानीय प्रशासन के इस एक्शन की निष्पक्ष जांच और उपजिला अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि उनके पसीने की कमाई बिना नोटिस के एक झटके में नष्ट कर दी गई. वहीं मामले में प्रशासनिक अधिकारी कुछ कहने से बचते नजर आ रहे हैं.
तालाब की जमीन पर मकान निर्माण की मिली थी शिकायत
अयोध्या के दर्शन नगर स्थित कुढ़ा केशवपुर में एसडीएम सदर ज्योति सिंह की कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों ने सवाल खड़े किए हैं. दरअसल सदर तहसील क्षेत्र के कूड़ा केशवपुर ग्राम सभा में एक निर्माण को लेकर स्थानीय प्रशासन से शिकायत की गई थी, जिसमें कहा गया था कि तालाब की जमीन पर मकान का निर्माण किया जा रहा है.
एसडीएम ने ग्रामीणों को नहीं रखने दिया अपना पक्ष
शिकायत पर मौके पर पहुंची उपजिलाधिकारी सदर ज्योति सिंह ने ही तत्काल निर्माण को गिराने की निर्देश दिए. उप जिलाधिकारी के आदेश मिलते ही निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई. निर्माण ध्वस्त करने के आदेश की जानकारी मिलते ही ग्रामीण एसडीएम से अपना पक्ष रखने के लिए समय की मांग की. उन्होंने अपने पास मौजूद कोर्ट के पेपर भी दिखाए. इससे एसडीएम संतुष्ट नहीं हुईं, तो ग्रामीणों ने अपना पक्ष रखने के लिए 24 घंटे का समय मांगा. एसडीएम ने ग्रामीणों को समय नहीं दिया.
नियमानुसार हो रहे निर्माण को किया जमींदोज
आरोप है कि स्थानीय प्रशासन ने एकपक्षीय कार्रवाई की है. निर्माण क्यों गिराया गया इस सवाल का जवाब प्रशासन उन्हें देने को तैयार नहीं है, जबकि कोर्ट के निर्णय के आधार पर मकान का निर्माण किया जा रहा था.