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बलिया जिला अस्पताल में कैदी की मौत, परिजनों ने लगाया जहर देने का आरोप

जिला प्रशासन में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब जेल में बंद एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. कैदी की तबियत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मृतक के परिजनों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

बलिया में कैदी की संदिग्ध हालत में मौत.
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Published : Jun 27, 2019, 10:29 AM IST

बलिया: जिला कारागार में विचाराधीन बंदी की अचानक तबियत बिगड़ गई. उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर शाम उसकी मौत हो गई. मृतक के परिजन जेल में उसे जहर देने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने की बात कही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पोस्टमार्टम जांच के लिए मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया है.

बलिया में कैदी की संदिग्ध हालत में मौत.
क्या है पूरा मामला
  • जिला कारागार में राकेश तिवारी विचाराधीन बंदी था.
  • वह दहेज के लिए पत्नी की हत्या के आरोप में 2016 से जेल में बंद था.
  • जनवरी 2018 में इसी केस के सिलसिले में जिला कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो गया था.
  • पुलिस ने नाकाबंदी कर देर शाम ही उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया था.
  • बुधवार दोपहर अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई, तो आनन-फानन में जेल प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया.
  • दिनभर इलाज के बाद शाम को राकेश ने दम तोड़ दिया.
  • उसकी मौत से प्रशासन में हड़कंप मच गया और परिजनों के विरोध को देखते हुए पोस्टमार्टम के लिए विशेष मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया.

वह बिल्कुल स्वस्थ था. खाने के दौरान उसे जेल में जहर दिया गया है, इसके चलते ही उसकी मौत हुई है. जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली शक के घेरे में है.
- पुष्कर तिवारी, मृतक के पिता

पोस्टमार्टम के लिए दो डॉक्टरों का एक पैनल तैयार किया गया है. मेरी देख-रेख में यह पैनल काम करेगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
- जया सिंह, मजिस्ट्रेट

बलिया: जिला कारागार में विचाराधीन बंदी की अचानक तबियत बिगड़ गई. उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर शाम उसकी मौत हो गई. मृतक के परिजन जेल में उसे जहर देने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने की बात कही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पोस्टमार्टम जांच के लिए मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया है.

बलिया में कैदी की संदिग्ध हालत में मौत.
क्या है पूरा मामला
  • जिला कारागार में राकेश तिवारी विचाराधीन बंदी था.
  • वह दहेज के लिए पत्नी की हत्या के आरोप में 2016 से जेल में बंद था.
  • जनवरी 2018 में इसी केस के सिलसिले में जिला कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो गया था.
  • पुलिस ने नाकाबंदी कर देर शाम ही उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया था.
  • बुधवार दोपहर अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई, तो आनन-फानन में जेल प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया.
  • दिनभर इलाज के बाद शाम को राकेश ने दम तोड़ दिया.
  • उसकी मौत से प्रशासन में हड़कंप मच गया और परिजनों के विरोध को देखते हुए पोस्टमार्टम के लिए विशेष मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया.

वह बिल्कुल स्वस्थ था. खाने के दौरान उसे जेल में जहर दिया गया है, इसके चलते ही उसकी मौत हुई है. जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली शक के घेरे में है.
- पुष्कर तिवारी, मृतक के पिता

पोस्टमार्टम के लिए दो डॉक्टरों का एक पैनल तैयार किया गया है. मेरी देख-रेख में यह पैनल काम करेगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
- जया सिंह, मजिस्ट्रेट

Intro:एंकर--बलिया के जिला कारागार में विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में तबीयत खराब होने के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां देर शाम उसकी मौत हो गई बंदी की मौत के बाद उसके परिजन जेल में उसे जहर देने का आरोप लगा रहे हैं वहीं प्रशासन इस पूरे मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही किसी कार्रवाई की बात कहता नजर आ रहा है




Body:वीओ1--जिला अस्पताल के इमरजेंसी में पुलिस के सिपाहियों के बीच घिरा बेड पर लेटा यह राकेश तिवारी विचाराधीन बंदी है जो अपनी पत्नी की हत्या के केस में 2016 से जेल में बंद है बुधवार की दोपहर इसकी तबीयत जेल में खराब हुई तो आनन-फानन में जेल प्रशासन ने इसे जिला अस्पताल पहुंचाया जहां देर शाम इलाज के दौरान इसकी मृत्यु हो गई राकेश की मौत के बाद उसके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है राकेश के पिता ने अपने बेटे को जेल में जहर देने का आरोप लगाया है

बाइट1---पुष्कर तिवारी--मृत बंदी का पिता

वीओ2--मृतक राजेश भले ही 2016 से जेल में बंद है लेकिन उसके कारनामे में भी काफी है जनवरी 2018 में इसी केस के सिलसिले में जब उसकी पलिया कोर्ट में पेशी थी तो पुलिस को चकमा देकर वह कोर्ट परिसर से फरार हो गया था लेकिन बलिया पुलिस की सुस्ती की वजह से देर शाम ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था

आज राकेश की मौत के बाद बलिया जेल प्रशासन के साथ-साथ जिला प्रशासन में भी हड़कंप मच गया आनन-फानन में जिलाधिकारी ने एक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति कर राकेश के पोस्टमार्टम के लिए दो डॉक्टरों का एक पैनल भी तैयार करने के लिए सीएमओ को निर्देश दिए इतना ही नहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए राकेश की पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करने के आदेश दिए गए

बाइट2--जया सिंह---मजिस्ट्रेट




Conclusion:फाइनल वीओ---जिस तरीके से यूपी के जिलों से कैदियों के मौज मस्ती के वीडियो वायरल हो रहे हैं उससे लगातार यूपी के जेलों की साख गिरती रही है ऐसे में बलिया जेल के अंदर बंद कैदी की मौत के बाद परिजनों का आरोप कि उसे जहर दिया गया है यह सवाल खड़ा करता है कि आखिर किसने इतनी खौफनाक साजिश रची फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार है और तभी इस मौत की गुत्थी से पर्दा उठ पाएगा

क्लोज़िंग पीटीसी

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
9455785050


नोट--video not playing लिखकर डेस्क से आया इसलिए उनके कहने पर दोबारा सेंड कर रहा
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