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बलरामपुर : राजनीतिक दल भी कर रहे ईवीएम की चौकीदारी

सोशल मीडिया पर इन दिनों ईवीएम से जुड़ी खबरें वायरल होने से विपक्षी राजनीतिक दल के नेता चौकन्ना हो गए हैं. ट्रक पर ईवीएम ले जाने की खबर आने से राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि ज्यादा सक्रिय हो गए हैं. बलरामपुर जिला प्रशासन का दावा है कि सीसीटीवी एवं अर्द्धसैनिक बल की निगरानी में ईवीएम सुरक्षित स्ट्रांग रूम में हैं. सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं. स्ट्रांग रूम के आसपास अनाधिकृत प्रवेश वर्जित है.

ईवीएम की सुरक्षा में डटे कार्यकर्ता
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Published : May 22, 2019, 11:26 AM IST

बलरामपुर : जिले में ईवीएम की सुरक्षा में सेंध न लग सके इसलिए विपक्षी दलों के कार्यकर्ता बारी-बारी से स्ट्रांग रूमों की सुरक्षा कर रहे हैं. जिला मुख्यालय के नवीन मंडी परिसर में बनाए गए 18 कमरों में 1846 ईवीएम और वीवीपैट के साथ चुनाव से जुड़े कागजातों को सुरक्षित रख कर सील किया गया है.

बलरामपुर में ईवीएम की सुरक्षा में डटे कार्यकर्ता.

ईवीएम, वीवीपैट की सुरक्षा के लिए स्ट्रांग रूम के बाहर एक कंपनी सीआईएसएस तैनात की गई है और सीसीटीवी के लाइव वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से सुरक्षा करने की बात कही जा रही है. वहीं विपक्षी दलों को विश्वास नहीं है और विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता दिन-रात ईवीएम की सुरक्षा में लगे हुए हैं.

सपा-बसपा गठबंधन कार्यकर्ता के अनुसार

  • सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो से सभी परेशान हैं.
  • सोशल मीडिया पर लगातार ईवीएम से छेड़खानी और बदले जाने के मामले सामने आ रहे हैं.
  • हम लोग स्वत: सचेत होकर यहां पर स्ट्रांग रूम के बाहर बारी-बारी से इसकी सुरक्षा कर रहे हैं.
  • कमरा नंबर 16 के बाहर लगे सीसीटीवी स्क्रीन में महज 15 स्ट्रांग रूमों के वीडियो फुटेज ही शो कर रहे हैं.
  • ऐसे में हम लोगों को ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा में सेंध लगने का डर है.
  • हम जिला प्रशासन और चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि वहां लगी एक स्क्रीन के अतिरिक्त दूसरी स्क्रीन भी लगाई जाए. इसके जरिए हम सभी लोग सभी कमरों की वीडियो रिकॉर्डिंग देख सकें.

इस तरह की शिकायत का मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है और न ही मुझसे किसी राजनीतिक दल के व्यक्ति ने कहा है. सभी दलों के लोगों से लिखित रूप से यह अनुरोध किया गया था कि वह अपने-अपने स्तर से कार्यकर्ताओं की ड्यूटी स्ट्रांग रूम और मंडी परिसर में लगाएं, जिससे उन्हें किसी तरह का कोई संदेह न हो सके. रही बात सीसीटीवी से ईवीएम और वीवीपैट के निगरानी की, तो सील कमरों के बाहर सीसीटीवी वर्टिकल और फ्रंट व्यू में लगे हुए हैं और उनके जरिए 24 घंटे निगरानी भी की जा रही है. सारा डाटा चुनाव आयोग के पास लाइव जा रहा है.

-कृष्ण करुणेश, जिलाधिकारी

बलरामपुर : जिले में ईवीएम की सुरक्षा में सेंध न लग सके इसलिए विपक्षी दलों के कार्यकर्ता बारी-बारी से स्ट्रांग रूमों की सुरक्षा कर रहे हैं. जिला मुख्यालय के नवीन मंडी परिसर में बनाए गए 18 कमरों में 1846 ईवीएम और वीवीपैट के साथ चुनाव से जुड़े कागजातों को सुरक्षित रख कर सील किया गया है.

बलरामपुर में ईवीएम की सुरक्षा में डटे कार्यकर्ता.

ईवीएम, वीवीपैट की सुरक्षा के लिए स्ट्रांग रूम के बाहर एक कंपनी सीआईएसएस तैनात की गई है और सीसीटीवी के लाइव वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से सुरक्षा करने की बात कही जा रही है. वहीं विपक्षी दलों को विश्वास नहीं है और विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता दिन-रात ईवीएम की सुरक्षा में लगे हुए हैं.

सपा-बसपा गठबंधन कार्यकर्ता के अनुसार

  • सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो से सभी परेशान हैं.
  • सोशल मीडिया पर लगातार ईवीएम से छेड़खानी और बदले जाने के मामले सामने आ रहे हैं.
  • हम लोग स्वत: सचेत होकर यहां पर स्ट्रांग रूम के बाहर बारी-बारी से इसकी सुरक्षा कर रहे हैं.
  • कमरा नंबर 16 के बाहर लगे सीसीटीवी स्क्रीन में महज 15 स्ट्रांग रूमों के वीडियो फुटेज ही शो कर रहे हैं.
  • ऐसे में हम लोगों को ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा में सेंध लगने का डर है.
  • हम जिला प्रशासन और चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि वहां लगी एक स्क्रीन के अतिरिक्त दूसरी स्क्रीन भी लगाई जाए. इसके जरिए हम सभी लोग सभी कमरों की वीडियो रिकॉर्डिंग देख सकें.

इस तरह की शिकायत का मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है और न ही मुझसे किसी राजनीतिक दल के व्यक्ति ने कहा है. सभी दलों के लोगों से लिखित रूप से यह अनुरोध किया गया था कि वह अपने-अपने स्तर से कार्यकर्ताओं की ड्यूटी स्ट्रांग रूम और मंडी परिसर में लगाएं, जिससे उन्हें किसी तरह का कोई संदेह न हो सके. रही बात सीसीटीवी से ईवीएम और वीवीपैट के निगरानी की, तो सील कमरों के बाहर सीसीटीवी वर्टिकल और फ्रंट व्यू में लगे हुए हैं और उनके जरिए 24 घंटे निगरानी भी की जा रही है. सारा डाटा चुनाव आयोग के पास लाइव जा रहा है.

-कृष्ण करुणेश, जिलाधिकारी

Intro:बलरामपुर जिले में ईवीएम की सुरक्षा में सेंध न लग सके इसलिए विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं बारी-बारी से स्ट्रांग रूमों की सुरक्षा कर रहे हैं। जिला मुख्यालय के नवीन मंडी परिसर में बनाए गए 18 कमरों में 1846 ईवीएम व वीवीपैट मशीनों के साथ चुनाव से जुड़े कागजातों को सुरक्षित रख कर सील किया गया है। ईवीएम, वीवीपीएटी मशीनों की सुरक्षा के लिए इस्लाम रूम के बाहर एक कंपनी सीआईएसएस की तैनात की गई है और सीसीटीवी कैमरों की लाइव वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से सुरक्षा करने की बात कही जा रही है। लेकिन विपक्षी दलों को विश्वास नहीं है


Body:सपा बसपा गठबंधन से बसपा के उम्मीदवार राम शिरोमणि वर्मा के कार्यकर्ता ने हमसे बात करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर लगातार ईवीएम से छेड़खानी और बदले जाने के मामले सामने आ रहे हैं। इसलिए हम लोग स्वत: सचेत होते हुए, यहां पर स्ट्रांग रूम के बाहर बारी बारी से कर रहे है। इसके सुरक्षा कर रहे हैं।
कार्यकर्ताओं ने हमसे शिकायती लहजे में कहा कि सभी स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा को लगाया गया है, जिसके जरिए चुनाव आयोग व जिला प्रशासन सुरक्षा की मॉनिटरिंग कर रहा है। लेकिन कमरा नंबर 16 के बाहर लगे सीसीटीवी स्क्रीन में महज 15 स्ट्रांग रूमों के वीडियो फुटेज ही शो कर रहे हैं। तीन वहां से गायब है। ऐसे में हम लोगों को ईवीएम और वीवीपट मशीनों की सुरक्षा में सेंध लगने का डर है। हम जिला प्रशासन व चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि वहां लगे एक स्क्रीन के अतिरिक्त दूसरा स्क्रीन भी लगाया जाए। जिसके जरिए हम सभी लोग सभी कमरों की वीडियो रिकॉर्डिंग देख सके।


Conclusion:इस मामले पर हमने जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश से बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह के शिकायत का मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। न ही मुझसे किसी राजनीतिक दल के व्यक्ति ने कहा है।
उन्होंने कहा कि सभी दलों के लोगों से लिखित रूप से यह अनुरोध किया गया था कि वह अपने-अपने अपने स्तर से कार्यकर्ताओं की ड्यूटी स्ट्रांग रूम व मंडी परिसर में लगाएं। जिसके जरिए उन्हें किसी तरह का कोई शक शुबा न हो सके।
उन्होंने कहा कि जहां तक बात रही, सीसीटीवी कैमरों से ईवीएम व वीवीपैट मशीनों के निगरानी की, तो सील कमरों के बाहर सीसीटीवी कैमरे वर्टिकल और फ्रंट व्यू में लगे हुए हैं और उनके जरिए 24*7 निगरानी भी की जा रही है। सारा डाटा चुनाव आयोग के पास लाइव जा रहा है।
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