लखनऊ : राजधानी के शहीद स्मारक पर बड़ी तादाद में विभिन्न धर्मों के लोग बुधवार को इकट्ठा हुए. लोगों ने श्रीलंका में हुए आत्मघाती हमले में मारे गए लोगों को कैंडिल जलाकर श्रद्धांजलि दी. साथ ही लोगों ने पूरी दुनिया में फैले आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की.
- भारत के पड़ोसी मुल्कों में से एक श्रीलंका में ईसाई धर्म के ईस्टर के पर्व के दिन चर्च समेत कई जगहों पर आत्मघाती हमले हुए थे.
- हमले में 300 से ज्यादा निर्दोष लोग मारे गए थे. वहीं दुनिया भर के साथ भारत में भी इस हमले का विरोध देखा जा रहा है.
- इस हमले में अपनी जान गंवा बैठे लोगों को राजधानी लखनऊ के लोग श्रद्धांजलि देने शाहिद स्मारक पहुंचे. लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉक्टर साबरा हबीब ने कहा कि जहां इस तरह का हादसा होता है वहां इंसानियत घायल होती है.
- साबरा हबीब का कहना था कि दुनिया में हम यह दिखाना चाहते हैं कि आज भी लोग जिंदा हैं जो इंसानियत को जिंदा रखे हैं. इसी के चलते सभी मजहब के लोगों ने एक साथ मिलकर श्रीलंका में हुए हमले की निंदा की है.
- वहीं वरिष्ठ समाजसेवी ताहिर हसन ने भी इस श्रदांजलि सभा में शिरकत की और आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों के परिवार के लिए दुआ की.
ताहिर हसन ने कहा कि आतंकवादी किसी धर्म के नहीं है. यह सिर्फ दरिंदे हैं जो कभी मस्जिद तो कभी मन्दिर और चर्च को अपना निशाना बनाकर धर्मों में दूरियां पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम यहां से पूरी दुनिया को यह दिखाना चाहते है कि हम सब एक है.