लखनऊ: भले ही देश में मंदी की बात हो रही हो, लेकिन त्योहारों को भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाने की अलग ही परंपरा है. धनतेरस के दिन सोने-चांदी के आभूषण और बर्तन खरीदने की परंपरा है, लेकिन बलिया के बाजारों में इस बार लोगों की पसंद बने चांदी के भगवान कुबेर और लाफिंग बुद्धा. ज्वेलर्स की दुकानों पर इस बार चांदी के सिक्के की मांग तो हुई, लेकिन फैंसी गिफ्ट आइटम की ओर लोगों का फोकस ज्यादा रहा.
धनतेरस पर अमूमन लोग सोने-चांदी के जेवरात खरीदते हैं. चांदी के सिक्के खरीदने से लोगों के घर में लक्ष्मी और भगवान कुबेर का आगमन माना जाता है. बलिया में भी लोगों ने धनतेरस पर जमकर खरीदारी की. वहीं सोना मंहगा होने के कारण लोगों का रुझान इस बार चांदी के आइटम्स पर ज्यादा रहा. साथ ही चांदी के प्लेट पर हनुमान चालीसा, दुर्गा चालीसा आरती संग्रह भी ग्राहकों को आकर्षित करने में पीछे नहीं रहे.
जौनपुर में सर्राफा कारोबारी परेशान
आर्थिक मंदी के चलते जहां सर्राफा कारोबारी काफी परेशान हैं. वहीं सोने-चांदी के ऊंचे दामों की वजह से कारोबारी मुश्किल में हैं. दीपावली और धनतेरस के त्योहार पर कारोबारियों की काफी उम्मीदें टिकी हुई हैं. ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए जौनपुर के सर्राफा कारोबारियों इस बार कई तरह के हल्के आभूषण मंगाए हैं, जो ग्राहकों को इस मंदी के दौर में पसंद आ सकें.
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जौनपुर में इन दिनों इटली के सोने के आभूषण ग्राहकों को काफी आकर्षित कर रहे हैं. इन आभूषणों की बनावट देश में बने आभूषणों से बिल्कुल अलग है. यह काफी हल्के हैं और इनकी डिजाइन काफी आकर्षक है, जो ग्राहकों को एक ही बार में पसंद आ रहे हैं.
जिले में नहीं दिखा मंदी का असर, लोगों ने की जमकर खरीदारी
जिले में धनतेरस के अवसर पर बाजारों में अलग ही रौनक देखने को मिली. इस अवसर पर करोड़ों का कारोबार किया गया. दुकानदारों का कहना था कि धनतेरस और दीपावली साल भर में एक बार आती है. लोग मार्केटिंग का आनंद ले रहे हैं.
विश्व में आर्थिक मंदी के कारण लोगों को धनतेरस, दीपावली से काफी उम्मीद थी, जिसके लिए दुकानदारों ने काफी तैयारी की थी. शुक्रवार को ग्राहकों ने मंदी का चक्र तोड़ते हुए जमकर खरीददारी की. धनतेरस के अवसर पर व्यापारियों ने कई करोड़ का टार्न ओवर किया. मंदी के इस दौर में त्योहार के मद्देनजर कहीं भी मंदी देखने को नहीं मिली.