मुरादाबाद: शहादत के वक्त देश के इन सपूतों को हर कोई याद करता है, लेकिन बीतते वक्त के साथ यह सब भी इतिहास के पन्नों का हिस्सा बन जाते हैं. 1962 में चीन के साथ हुए युद्ध में शहीद एक वीर सैनिक की विधवा पत्नी ने आज भी पति की यादों को अपने सीने में संजों कर रखा है. पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक को सही बताने वाली इस वीरांगना ने मोदी से आखिरी वार करने की भी अपील की है.
कमलेश कुमारी के पति ब्रज अवतार भारतीय सेना में हवलदार थे और शादी के दो साल बाद चीन के साथ हुए युद्ध में शहीद हो गए थे. कमलेश उस वक्त आठवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहीं थीं. पति की शहादत की खबर परिजनों को एक साल बाद मिली. शहादत का शोक मनाने के बजाय उन्होंने खुद अपने पैरों पर खड़ा होने का निश्चय किया और अपनी पढ़ाई पूरी कर शिक्षक की नौकरी प्राप्त की. आज भी उन संघर्ष के उन दिनों को याद कर कमलेश की आंखें नम हो जाती हैं, लेकिन वह आज भी उनकी शहादत को याद कर गौरवान्वित महसूस करती हैं.
कमलेश ने बताया कि उनके लिए सब कुछ इतना आसान नहीं था. परिजन, रिश्तेदार, समाज की परवाह किये बिना कमलेश अपने पति की यादों को सहेजकर आगे बढ़ीं. पति की शहादत के बाद कमलेश ने अपनी बहन के बेटे को गोद लिया और उसके सहारे अपने जीवन को आगे बढ़ाया. पुलवामा हमले के बाद भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कमलेश खुश तो हैं, लेकिन उनकी मांग है कि प्रधानमंत्री मोदी आतंकवाद की जड़ों को जड़ से उखाड़ फेंकें. शहीद की पत्नी सवाल उठाती हैं कि आखिर कब तक पत्नियों के सुहाग उजड़ते रहेंगे.