ETV Bharat / briefs

अब मदरसा के छात्र भी हासिल करेंगे ऑनलाइन तालीम, योगी सरकार ने दी मंजूरी - उत्तर प्रदेश समाचार

उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त अनुदानित और गैर अनुदानित मदरसों के सभी छात्र अब मोबाइल एप पर एनसीईआरटी की किताबों से शिक्षा हासिल करेंगे. एप बनाने की जिम्मेदारी यूपी डेस्को को दी गई है.

मदरसा छात्र.
मदरसा छात्र.
author img

By

Published : Oct 13, 2020, 7:49 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त अनुदानित और गैर अनुदानित मदरसों के सभी छात्र अब मोबाइल एप पर एनसीईआरटी की किताबों से शिक्षा हासिल करेंगे. मदरसों में ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने मोबाइल एप तैयार करने की मंजूरी दे दी है. एप पर अब दीनियात और एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम उपलब्ध रहेगा. एप बनाने की जिम्मेदारी यूपी डेस्को को दी गई है.

उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार आरपी सिंह ने बताया कि एप को मदरसा पोर्टल से जोड़ा जाएगा. मदरसों को एप का लिंक भेजकर सभी को एप से जोड़ा जाएगा. एप का मकसद ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ ही बच्चों को शिक्षा सामग्री आसानी से मुहैया कराना है. उन्होंने बताया कि एप पर पाठ्यक्रम मौजूद रहेगा. इससे मदरसा प्रबंधन को किसी भी तरह का संशय नहीं रहेगा. सरकार ने एप तैयार करने की जिम्मेदारी यूपी डेस्को को दी है.

बता दें कि योगी सरकार ने तीन साल पहले तैतानिया (कक्षा 1 से 5) फोकानिया (कक्षा 5 से 8) और आलिया और उच्च आलिया स्तर (हाई स्कूल व उसके ऊपर) के मदरसों में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई की मंजूरी दी थी. प्रदेश में मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त करीब 16,460 मदरसे हैं. इनमें से 558 मदरसे सरकार से अनुदानित हैं. सरकार के इस फैसले के बाद से जहां मदरसों से जुड़े बच्चों में खुशी देखी जा रही है, तो वहीं उलेमाओं ने भी सरकार के इस कदम को मदरसों के हक में बेहतर बताया है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त अनुदानित और गैर अनुदानित मदरसों के सभी छात्र अब मोबाइल एप पर एनसीईआरटी की किताबों से शिक्षा हासिल करेंगे. मदरसों में ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने मोबाइल एप तैयार करने की मंजूरी दे दी है. एप पर अब दीनियात और एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम उपलब्ध रहेगा. एप बनाने की जिम्मेदारी यूपी डेस्को को दी गई है.

उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार आरपी सिंह ने बताया कि एप को मदरसा पोर्टल से जोड़ा जाएगा. मदरसों को एप का लिंक भेजकर सभी को एप से जोड़ा जाएगा. एप का मकसद ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ ही बच्चों को शिक्षा सामग्री आसानी से मुहैया कराना है. उन्होंने बताया कि एप पर पाठ्यक्रम मौजूद रहेगा. इससे मदरसा प्रबंधन को किसी भी तरह का संशय नहीं रहेगा. सरकार ने एप तैयार करने की जिम्मेदारी यूपी डेस्को को दी है.

बता दें कि योगी सरकार ने तीन साल पहले तैतानिया (कक्षा 1 से 5) फोकानिया (कक्षा 5 से 8) और आलिया और उच्च आलिया स्तर (हाई स्कूल व उसके ऊपर) के मदरसों में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई की मंजूरी दी थी. प्रदेश में मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त करीब 16,460 मदरसे हैं. इनमें से 558 मदरसे सरकार से अनुदानित हैं. सरकार के इस फैसले के बाद से जहां मदरसों से जुड़े बच्चों में खुशी देखी जा रही है, तो वहीं उलेमाओं ने भी सरकार के इस कदम को मदरसों के हक में बेहतर बताया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.