वाराणसी: एसटीएफ को कई दिन से यह सूचना मिल रही थी कि उत्तर प्रदेश में गैंग बना कर चोरी लूट र गाड़ियों का चेचिस प्लेट और नये कागजात बनाकर इसे अन्य राज्यों में जाकर बेच दिया जा रहा है. इस पर बड़ी कार्रवाई की गई है. चोरी, लूट, फाइनेंस की ट्रक, बोलेरो, कार और पिकअप आदि गाड़ियों का फर्जी कागजात तैयार कर पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में ले जाकर बेचने वाले गिरोह के सरगना सहित 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही उनके पास से एक ट्रक बरामद करने में सफलता प्राप्त हुई.
दरअसल, काफी दिनों से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों में एक ऐसे गैंग के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी, जो चोरी, लूट, फाइनेंस की ट्रक, बोलेरो, कार और पिकअप जैसे गाड़ियों का इन्जन और चेचिस नंबर को मिटाकर इसकी जगह दूसरा नंबर अंकित करते हुये फर्जी कागजात तैयार कर पक्षिम बंगाल जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में ले जाकर बेच दिया करता है. इसी बीच मुखबिर से मिली सूचना कि चोरी,लूट,फाइनेंस की ट्रक, बोलेरो, कार एवं पिकअप जैसे गाड़ियों का फर्जी कागजात तैयार कर पक्षिम बंगाल जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में ले जाकर बेचने वाले गिरोह के कुछ सदस्य जनपद गाजीपुर के थाना सैदपुरा क्षेत्रान्तर्गत सैदपुर पुराना कोल्ड स्टोरेज के बगल में ट्रक का नंबर प्लेट हटाकर पश्चिम बंगाल का नंबर लगवा रहे हैं.
सूचना पर विश्वास कर निरीक्षक श्री अनिल कुमार सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां पर 3 संदिग्ध व्यक्ति एक ट्रक सहित दिखायी दिये, जिसकी तरफ मुखबिर ने इशारा कर बताया. एसटीएफ टीम की ओर से घेराबंदी करते हुये तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया. अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान बताया कि इन लोगों का एक गिरोह है, जो उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल और पूर्वात्तर के अन्य प्रदेशों तक सक्रिय है.
यह लोग चोरी, लूट और फाइनेंस के ट्रक, बोलेरो, पिकअप जैसी वाहनों को कम मूल्य पर खरीद लेते हैं और इसका मूल इंजन और चेचिस नंबर मिटा देते है. इसके बाद पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के आरटीओ कार्यालय के एजेण्टों से मिलकर एक लाख चालीस हजार में वाहन रजिस्ट्रेशन, नंबर इंजन, चेचिस नंबर सहित प्राप्त कर लेता है. इसके बाद रजिस्ट्रेशन, चेचिस और इंजन नंबर अंकित कर वाहन पश्चिम बंगाल ले जाते हैं और वहां ऊंचे मूल्य पर बेच देते हैं.