बहराइच: कोराेना की दूसरी लहर के चलते एक बार फिर भारत-नेपाल सीमा सील हो गई है. दोनों देशों के नागरिक सीमा से लौटा दिए जा रहे हैं. नेपाल अपने देश के नागरिकों को भी कोविड की जांच के बाद ही प्रवेश करने दे रहा है. यही कारण है कि बीते एक सप्ताह से रुपईडीहा होकर नेपाल जा रहे लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. नेपाली पुलिस और सशस्त्र पुलिस के जवानों को भी स्थिति नियंत्रण करने में पापड़ बेलने पड़ रहे हैं.
भारत के विभिन्न शहरों में फैली कोरोना महामारी से बचने के लिए नेपाली कामगार वापस लौट रहे हैं. सीमा पर सुबह लाइन में खड़े रहते हैं. पुलिस नेपाल के विभिन्न जिलावासियों की जांच करती है. संक्रमित पाए जाने पर इनके इलाज की व्यवस्था करती है. इसके बाद बसों से इन्हें नेपालगंज स्थित बस पार्क पहुंचाया जाता है. नेपालगंज स्थित पुलिस कार्यालय के इंचार्ज इंस्पेक्टर डिल्ली बहादुर खड़का ने बताया कि प्रतिदिन लगभग पांच से छह हजार तक नेपाली नागरिक स्वदेश लौट रहे हैं.
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पड़ोसी नेपाली थाना जमुनहा के इंचार्ज सहायक निरीक्षक विष्णु गिरी ने बताया कि नेपाल लौटने वाले अधिकांश लोग लुंबिनी व कर्णाली के विभिन्न जिलों के निवासी हैं. नेपाली थाना जमुनहा में स्थापित हेल्थ डेस्क इंचार्ज चिरंजीवी ज्ञवाली बताते हैं कि रुपईडीहा से आने वाले प्रत्येक नेपाली नागरिक के स्वास्थ्य की जांच होती है. उनका बुखार नापा जाता है, खांसी होने पर उनकी एंटीजन विधि से जांच होती है. पिछले 20 दिनों की जांच में 29 संक्रमित पाए गए हैं. संक्रमित होने पर एंबुलेंस से उन्हें नेपालगंज स्थित भेरी अस्पताल भेजा जाता है.