बाराबंकी: प्रदेश के कुछ जिलों में हर घर पर स्वास्थ्य विभाग अब ने 'दस्तक' अभियान चलाया है. इन जिलों में बाराबंकी जिला भी शामिल है. दरअसल बच्चों में होने वाले 'दिमागी बुखार' को लेकर स्वास्थय विभाग की ओर से 'दस्तक' अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान में प्रत्येक आशा बहू को जिले के एक हजार की आबादी पर निरीक्षण करने को कहा गया है. यह अभियान विशेषकर बच्चों में होने वाले 'दिमागी बुखार' से बचने के लिए प्रिकॉशन के तौर पर है.
'दिमागी बुखार' को लेकर चलाया जा रहा है अभियान:
- बच्चों में होने वाले दिमागी बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग दस्तक अभियान चला रहा है.
- यह अभियान 1 जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक चलाया जाएगा.
- इस अभियान में आशा बहुएं घर-घर जाकर देखेंगी कि घर पर कोई बच्चा बीमार तो नहीं है.
- किसी परिवार में बच्चा बीमार है तो उन्हें स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने का काम आशा बहुएं करेगी.
- इस अभियान में प्रत्येक आशा बहू को एक हजार की आबादी पर निरीक्षण करने को कहा गया है.
- निरीक्षण करने के बाद आशा बहू जिस घर पर जाएगी वहां पर स्टीकर भी लगाएगी.
- यह अभियान बच्चों में होने वाले दिमागी बुखार से बचने के लिए प्रिकॉशन के तौर पर चलाया जा रहा है.
प्रदेश के पूर्वांचल और लखनऊ से सटे कुछ जिलों में हर साल दिमागी बुखार से बहुत बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हो जाती है. इस बार सरकार का प्रयास है कि बच्चों को किसी भी प्रकार का बुखार पहले न हो इसके लिए कोशिश की जा रही है. यदि यह बुखार बच्चों को हो भी जाए तो समय पर बच्चों को इलाज मिले इससे बच्चों की जान बचाई जा सके यह सरकार की कोशिश है.