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हाथरस में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित चिकित्सालय में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा

हाथरस में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित चिकित्सालय में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा और उसके बाद की गई कार्रवाई से अस्पताल प्रशासन सकते में आ गया है.

हाथरस में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित चिकित्सालय में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा
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Published : Mar 2, 2019, 11:21 PM IST

हाथरस: शहर में सिटी स्टेशन के सामने स्थित लगभग 15 साल पुरानी खेतान नेत्र चिकित्सालय का स्वास्थ्य विभाग ने रजिस्ट्रेशन निरस्त करके तत्काल बंद करने के निर्देश दिए हैं. कुछ माह पहले बायोमेडिकल बेस्ट खुले में फेंकने वाले अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस भेजा था, जिसमें खेतान नेत्र चिकित्सालय भी शामिल था. इस चिकित्सालय में किसी ने भी नोटिस रिसीव नहीं किया. इसके बाद रिकॉर्ड खंगाले गए तो मामले का पर्दाफाश हो गया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने नोटिस जारी किया कि अस्पताल में निर्देशों का उल्लंघन किया है. इसके बाबत खेतान नेत्र चिकित्सालय को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए है.

हाथरस में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित चिकित्सालय में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा


हाथरस के मेंडू रोड पर सिटी स्टेशन के सामने स्थित खेतान नेत्र चिकित्सालय एक ट्रस्ट द्वारा संचालित नेत्र चिकित्सालय है वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस चिकित्सालय का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर चिकित्सालय को बंद करने के आदेश दिए हैं.

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लगभग 8 माह पूर्व स्वास्थ्य विभाग ने बायोमेडिकल बेस्ट खुले में फेंकने वाले अस्पतालों को नोटिस भेजा था, जिसमें खेतान नेत्र चिकित्सालय भी शामिल था. अस्पताल में किसी ने इस नोटिस को रिसीव नहीं किया इसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया और चिकित्सालय के रिकॉर्ड खंगाले गए, जिससे मामले का पर्दाफाश हो गया.

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हाथरस में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित चिकित्सालय में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा


जिस डॉक्टर के नाम से चिकित्सालय का रजिस्ट्रेशन था. वह 8 माह पहले ही सेवाएं समाप्त करके चला गया. इसके बाद भी अस्पताल उसी के नाम से चल रहा था. इसका नवीनीकरण अप्रैल 2018 में कराया गया था, लेकिन मामले का पता चलते ही जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने चिकित्सालय का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया और चिकित्सालय को नोटिस दिया है कि जल्द ही चिकित्सालय बंद कर दिया जाए.

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खेतान नेत्र चिकित्सालय ट्रस्ट के जरिए संचालित होता है. यहां हाथरस ही नहीं अन्य जिलों के मरीज भी आते हैं. 10 मई 2018 को डॉ अजय कुलश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थान प्रभारी ने अपनी सेवाएं खत्म करते हुए सीएमओ को प्रार्थना पत्र दे दिया था. डॉक्टर कुलश्रेष्ठ के नाम से ही चिकित्सालय का पंजीकरण था.
खेतान नेत्र चिकित्सालय के सचिव का कहना है कि चिकित्सालय सोसायटी के अधीन संचालित है. जिसमें कई पदाधिकारी हैं. चिकित्सालय के नाम से ही पंजीकरण है. उसी के अंतर्गत पर चिकित्सालय चल रहा है. यदि सीएमओ को कुछ गलत लगता है, तो मैं सीएमओ से बात कर रहा हूं, अगर कोई कमी भी है तो उसको पूर्ण कर लिया जाएगा.


वही जब जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि चिकित्सालय बिना लाइसेंस के संचालित हो रहा था. मामला संज्ञान में आने पर अब लाइसेंस को निरस्त कर चिकित्सालय को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. चिकित्सालय प्रशासन द्वारा कार्यवाही पत्र न लेने पर अपर पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दिया गया है. अगर फिर भी चिकित्सालय बंद नहीं किया जाता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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हाथरस: शहर में सिटी स्टेशन के सामने स्थित लगभग 15 साल पुरानी खेतान नेत्र चिकित्सालय का स्वास्थ्य विभाग ने रजिस्ट्रेशन निरस्त करके तत्काल बंद करने के निर्देश दिए हैं. कुछ माह पहले बायोमेडिकल बेस्ट खुले में फेंकने वाले अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस भेजा था, जिसमें खेतान नेत्र चिकित्सालय भी शामिल था. इस चिकित्सालय में किसी ने भी नोटिस रिसीव नहीं किया. इसके बाद रिकॉर्ड खंगाले गए तो मामले का पर्दाफाश हो गया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने नोटिस जारी किया कि अस्पताल में निर्देशों का उल्लंघन किया है. इसके बाबत खेतान नेत्र चिकित्सालय को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए है.

हाथरस में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित चिकित्सालय में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा


हाथरस के मेंडू रोड पर सिटी स्टेशन के सामने स्थित खेतान नेत्र चिकित्सालय एक ट्रस्ट द्वारा संचालित नेत्र चिकित्सालय है वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस चिकित्सालय का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर चिकित्सालय को बंद करने के आदेश दिए हैं.

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लगभग 8 माह पूर्व स्वास्थ्य विभाग ने बायोमेडिकल बेस्ट खुले में फेंकने वाले अस्पतालों को नोटिस भेजा था, जिसमें खेतान नेत्र चिकित्सालय भी शामिल था. अस्पताल में किसी ने इस नोटिस को रिसीव नहीं किया इसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया और चिकित्सालय के रिकॉर्ड खंगाले गए, जिससे मामले का पर्दाफाश हो गया.

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हाथरस में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित चिकित्सालय में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा


जिस डॉक्टर के नाम से चिकित्सालय का रजिस्ट्रेशन था. वह 8 माह पहले ही सेवाएं समाप्त करके चला गया. इसके बाद भी अस्पताल उसी के नाम से चल रहा था. इसका नवीनीकरण अप्रैल 2018 में कराया गया था, लेकिन मामले का पता चलते ही जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने चिकित्सालय का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया और चिकित्सालय को नोटिस दिया है कि जल्द ही चिकित्सालय बंद कर दिया जाए.

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खेतान नेत्र चिकित्सालय ट्रस्ट के जरिए संचालित होता है. यहां हाथरस ही नहीं अन्य जिलों के मरीज भी आते हैं. 10 मई 2018 को डॉ अजय कुलश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थान प्रभारी ने अपनी सेवाएं खत्म करते हुए सीएमओ को प्रार्थना पत्र दे दिया था. डॉक्टर कुलश्रेष्ठ के नाम से ही चिकित्सालय का पंजीकरण था.
खेतान नेत्र चिकित्सालय के सचिव का कहना है कि चिकित्सालय सोसायटी के अधीन संचालित है. जिसमें कई पदाधिकारी हैं. चिकित्सालय के नाम से ही पंजीकरण है. उसी के अंतर्गत पर चिकित्सालय चल रहा है. यदि सीएमओ को कुछ गलत लगता है, तो मैं सीएमओ से बात कर रहा हूं, अगर कोई कमी भी है तो उसको पूर्ण कर लिया जाएगा.


वही जब जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि चिकित्सालय बिना लाइसेंस के संचालित हो रहा था. मामला संज्ञान में आने पर अब लाइसेंस को निरस्त कर चिकित्सालय को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. चिकित्सालय प्रशासन द्वारा कार्यवाही पत्र न लेने पर अपर पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दिया गया है. अगर फिर भी चिकित्सालय बंद नहीं किया जाता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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एंकर- हाथरस के सिटी स्टेशन के सामने स्थित लगभग 15 साल पुरानी खेतान नेत्र चिकित्सालय का स्वास्थ्य विभाग ने रजिस्ट्रेशन निरस्त करके तत्काल बंद करने के निर्देश दिए हैं बता देंगे कि कुछ माह पहले बायोमेडिकल बेस्ट खुले में फेंकने वाले अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस भेजा था जिसमें खेता नेत्र चिकित्सालय भी शामिल था इस चिकित्सालय में किसी ने भी यह नोटिस रिसीव नहीं किया इसके बाद रिकॉर्ड खंगाले गए तो मामले का पर्दाफाश हो गया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने नोटिस जारी किया कि अस्पताल में निर्देशों का उल्लंघन किया है इसके बाबत खेतान नेत्र चिकित्सालय को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए है।


Body:वीओ- बता दें कि हाथरस के मेंडू रोड पर सिटी स्टेशन के सामने स्थित खेतान नेत्र चिकित्सालय एक ट्रस्ट द्वारा संचालित नेत्र चिकित्सालय है वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस चिकित्सालय का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर चिकित्सालय को बंद करने के आदेश दिए हैं
बता दे कि लगभग 8 माह पूर्व स्वास्थ्य विभाग ने बायोमेडिकल बेस्ट खुले में फेंकने वाले अस्पतालों को नोटिस भेजा था जिसमें खेतान नेत्र चिकित्सालय भी शामिल था लेकिन अस्पताल में किसी ने इस नोटिस को रिसीव नहीं किया इसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया और चिकित्सालय के रिकॉर्ड खंगाले गई जिसमें मामले का पर्दाफाश हो गया दरअसल बता देंगे जिस डॉक्टर के नाम से चिकित्सालय का रजिस्ट्रेशन था वह 8 माह पहले ही सेवाएं समाप्त करके चला गया इसके बाद भी अस्पताल उसी के नाम से चल रहा था इसका नवीनीकरण अप्रैल 2018 में कराया गया था लेकिन मामले का पता चलते ही जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने चिकित्सालय का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया और चिकित्सालय को नोटिस दिया है कि जल्द ही चिकित्सालय बंद कर दिया जाए।
खेतान नेत्र चिकित्सालय ट्रस्ट के जरिए संचालित होता है यहां हाथरस ही नहीं अन्य जिलों के मरीज भी आते हैं 10 मई 2018 को डॉ अजय कुलश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थान प्रभारी ने अपनी सेवाएं खत्म करते हुए सीएमओ को प्रार्थना पत्र दे दिया था लेकिन डॉक्टर कुलश्रेष्ठ के नाम से ही चिकित्सालय का पंजीकरण था पंजीकरण में गड़बड़ी के कारण सीएमओ कार्यालय से अभिलेखों में डॉक्टर अजय कुलश्रेष्ठ के नाम से ही रजिस्ट्रेशन दर्ज है
जब इस मामले में खेता नेत्र चिकित्सालय के प्रशासन से बात की गई तो खेतान नेत्र चिकित्सालय के सचिव का कहना है कि चिकित्सालय सोसायटी के अधीन संचालित है जिसमें कई पदाधिकारी हैं चिकित्सालय के नाम से ही पंजीकरण है उसी के अंतर्गत पर चिकित्सालय चल रहा है यदि सीएमओ को कुछ गलत लगता है तो मैं सीएमओ से बात कर रहा हूं अगर कोई कमी भी है तो उसको पूर्ण कर लिया जाएगा।
वही जब जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि चिकित्सालय बिना लाइसेंस के संचालित हो रहा था मामला संज्ञान में आने पर अब लाइसेंस को निरस्त कर चिकित्सालय को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं चिकित्सालय प्रशासन द्वारा कार्यवाही पत्र न लेने पर अप पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दिया गया है अगर फिर भी चिकित्सालय बंद नहीं किया जाता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


बाइट-विजय खेतान। ( सचिव खेतान नेत्र चिकित्सालय )
बाइट-डॉ. बृजेश राठौड़। ( मुख्य चिकित्साधिकारी हाथरस)


Conclusion:हाथरस में संचालित खेता नेत्र चिकित्सालय को बंद होने से आसपास के मरीजों पर असर पड़ा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सालय में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा उसके बाद की गई कार्रवाई से अस्पताल प्रशासन सकते में आ गया है।
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