ETV Bharat / briefs

तैयार हैं गोरखपुर के अस्पताल, यहां नहीं फटक सकता चमकी बुखार - chamki bukhar

चमकी बुखार से बिहार में अब तक 157 बच्चों की मौत को देखते हुए यूपी के गोरखपुर में सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है. यह क्षेत्र इंसेफ्लाइटिस की बीमारी का गढ़ माना जाता है. इसलिए सरकार की तरफ से सीएमओ और कमिश्नर को इस बात का निर्देश जारी कर दिया गया है कि वह चमकी बुखार से निपटने की अपनी तैयारी पूर्ण रखें.

चमकी बुखार पर गोरखपुर में सभी तैयारियां पूरी
author img

By

Published : Jun 19, 2019, 10:33 PM IST

गोरखपुर: चमकी बुखार की वजह से बिहार में मासूमों की जान जाने के बाद यूपी सरकार भी अलर्ट हो गई है. खासकर गोरखपुर क्षेत्र पर उसकी निगरानी बढ़ गई है जिसकी सीमा बिहार प्रांत से लगती है.

गोरखपुर इंसेफ्लाइटिस की बीमारी का गढ़ माना जाता है. इसलिए सरकार की तरफ से सीएमओ और कमिश्नर को निर्देश जारी कर दिया गया है. सरकार की तरफ से निर्देश में कहा गया है कि चमकी को लेकर तैयारी पूर्ण रखें. अगर इस तरह की बुखार की चपेट में बच्चे आए तो उन्हें मौत के मुंह से बाहर निकाला जा सके. दवाओं की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को प्राप्त हो गया है.

चमकी बुखार पर अलर्ट हुआ यूपी

बिहार से सटे इलाकों में बुखार के मरीज तलाशे जाएंगे

  • सरकार के आदेश के मुताबिक बिहार से सटे मंडल के गांव में अब बुखार के मरीज तलाशे जाएंगे.
  • स्वास्थ विभाग की टीम गांव-गांव जाएगी और इस अभियान में आशा कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया जाएगा.
  • गोरखपुर क्षेत्र इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी को झेलता है और बिहार की सीमा से सटा हुआ इलाका है.
  • गोरखपुर में बिहार से भी मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.

प्रमुख सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को किया अलर्ट

  • गोरखपुर में चमकी को लेकर पूरी निगरानी बरतने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है.
  • स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी ने इसका आदेश दिया है.
  • बीमारी की आशंका को देखते हुए प्रमुख सचिव ने गोरखपुर- बस्ती मंडल के 7 जिलों में रैपिड रिस्पांस टीम गठित करने का आदेश दिया है.
  • प्रमुख सचिव ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने को कहा है.
  • प्रमुख सचिव ने अस्पतालों में फीवर डेस्क बनाने का भी निर्देश दिया है.
  • फीवर डेस्क पर बुखार से पीड़ित मरीजों के तीमारदार सीधे पहुंच सकते हैं.
  • शासन का निर्देश आने के बाद स्वास्थ विभाग पूरी तरह से अलर्ट है.

इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारी का सीजन करीब होने से हर तरह की तैयारियों को पूर्ण किया जा चुका है. इसलिए किसी भी अनहोनी से निपटने का इंतजाम कर लिया गया है.

डॉ. आरएन तिवारी, सीएमओ, गोरखपुर

गोरखपुर: चमकी बुखार की वजह से बिहार में मासूमों की जान जाने के बाद यूपी सरकार भी अलर्ट हो गई है. खासकर गोरखपुर क्षेत्र पर उसकी निगरानी बढ़ गई है जिसकी सीमा बिहार प्रांत से लगती है.

गोरखपुर इंसेफ्लाइटिस की बीमारी का गढ़ माना जाता है. इसलिए सरकार की तरफ से सीएमओ और कमिश्नर को निर्देश जारी कर दिया गया है. सरकार की तरफ से निर्देश में कहा गया है कि चमकी को लेकर तैयारी पूर्ण रखें. अगर इस तरह की बुखार की चपेट में बच्चे आए तो उन्हें मौत के मुंह से बाहर निकाला जा सके. दवाओं की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को प्राप्त हो गया है.

चमकी बुखार पर अलर्ट हुआ यूपी

बिहार से सटे इलाकों में बुखार के मरीज तलाशे जाएंगे

  • सरकार के आदेश के मुताबिक बिहार से सटे मंडल के गांव में अब बुखार के मरीज तलाशे जाएंगे.
  • स्वास्थ विभाग की टीम गांव-गांव जाएगी और इस अभियान में आशा कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया जाएगा.
  • गोरखपुर क्षेत्र इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी को झेलता है और बिहार की सीमा से सटा हुआ इलाका है.
  • गोरखपुर में बिहार से भी मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.

प्रमुख सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को किया अलर्ट

  • गोरखपुर में चमकी को लेकर पूरी निगरानी बरतने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है.
  • स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी ने इसका आदेश दिया है.
  • बीमारी की आशंका को देखते हुए प्रमुख सचिव ने गोरखपुर- बस्ती मंडल के 7 जिलों में रैपिड रिस्पांस टीम गठित करने का आदेश दिया है.
  • प्रमुख सचिव ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने को कहा है.
  • प्रमुख सचिव ने अस्पतालों में फीवर डेस्क बनाने का भी निर्देश दिया है.
  • फीवर डेस्क पर बुखार से पीड़ित मरीजों के तीमारदार सीधे पहुंच सकते हैं.
  • शासन का निर्देश आने के बाद स्वास्थ विभाग पूरी तरह से अलर्ट है.

इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारी का सीजन करीब होने से हर तरह की तैयारियों को पूर्ण किया जा चुका है. इसलिए किसी भी अनहोनी से निपटने का इंतजाम कर लिया गया है.

डॉ. आरएन तिवारी, सीएमओ, गोरखपुर

Intro:गोरखपुर। चमकी बुखार की वजह से बिहार में मासूमों की जान जाने के बाद यूपी सरकार भी अलर्ट हो गई है। खासकर गोरखपुर क्षेत्र पर उसकी निगरानी बढ़ गई है जिसकी सीमा बिहार प्रांत से लगती है। यह क्षेत्र इंसेफेलाइटिस की बीमारी का गढ़ माना जाता है। इसलिए सरकार की तरफ से सीएमओ और कमिश्नर को इस बात का निर्देश जारी कर दिया गया है कि वह इस बात की तैयारी पूर्ण रखें कि अगर इस तरह की बुखार की चपेट में बच्चे आए तो उन्हें मौत के मुंह से बाहर निकाला जा सके। दवाओं की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को प्राप्त हो गया है।

नोट--कम्पलीट पैकेज, वॉइस ओवर अटैच है।


Body:सरकार के आदेश के मुताबिक बिहार से सटे मंडल के गांव में अब बुखार के मरीज तलाशे जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ विभाग की टीम गांव-गांव जाएगी और इस अभियान में आशा कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया जाएगा। इसका आदेश स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी ने दिया है। क्योंकि गोरखपुर क्षेत्र इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी को झेलता है और बिहार की सीमा से सटा हुआ इलाका है जहां बिहार से भी मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। लिहाजा पूरी निगरानी बरतने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है। जिसके ऊपर बुखार से पीड़ित मरीजों को चिन्हित करने का दारोमदार है। सीएमओ गोरखपुर की माने तो इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी का सीजन करीब होने से हर तरह की तैयारियों को पूर्ण किया जा चुका है। इसलिए किसी भी अनहोनी से निपटने का इंतजाम कर लिया गया है।

बाइट--आरएन तिवारी, सीएमओ, गोरखपुर


Conclusion:बीमारी की आशंका को देखते हुए प्रमुख सचिव ने गोरखपुर- बस्ती मंडल के 7 जिलों में रैपिड रिस्पांस टीम गठित करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने को कहा है। उन्होंने अस्पतालों में फीवर डेस्क बनाने का भी निर्देश दिया है। जहां पर बुखार से पीड़ित मरीजों के तीमारदार सीधे पहुंच सकते हैं। यह डेस्क 24 घंटे संचालित होगा। शासन का निर्देश आने के बाद स्वास्थ विभाग पूरी तरह से अलर्ट है।

मुकेश पाण्डेय
Etv भारत, गोरखपुर
9415875724
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.