गोरखपुर: चमकी बुखार की वजह से बिहार में मासूमों की जान जाने के बाद यूपी सरकार भी अलर्ट हो गई है. खासकर गोरखपुर क्षेत्र पर उसकी निगरानी बढ़ गई है जिसकी सीमा बिहार प्रांत से लगती है.
गोरखपुर इंसेफ्लाइटिस की बीमारी का गढ़ माना जाता है. इसलिए सरकार की तरफ से सीएमओ और कमिश्नर को निर्देश जारी कर दिया गया है. सरकार की तरफ से निर्देश में कहा गया है कि चमकी को लेकर तैयारी पूर्ण रखें. अगर इस तरह की बुखार की चपेट में बच्चे आए तो उन्हें मौत के मुंह से बाहर निकाला जा सके. दवाओं की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को प्राप्त हो गया है.
बिहार से सटे इलाकों में बुखार के मरीज तलाशे जाएंगे
- सरकार के आदेश के मुताबिक बिहार से सटे मंडल के गांव में अब बुखार के मरीज तलाशे जाएंगे.
- स्वास्थ विभाग की टीम गांव-गांव जाएगी और इस अभियान में आशा कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया जाएगा.
- गोरखपुर क्षेत्र इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी को झेलता है और बिहार की सीमा से सटा हुआ इलाका है.
- गोरखपुर में बिहार से भी मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.
प्रमुख सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को किया अलर्ट
- गोरखपुर में चमकी को लेकर पूरी निगरानी बरतने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है.
- स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी ने इसका आदेश दिया है.
- बीमारी की आशंका को देखते हुए प्रमुख सचिव ने गोरखपुर- बस्ती मंडल के 7 जिलों में रैपिड रिस्पांस टीम गठित करने का आदेश दिया है.
- प्रमुख सचिव ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने को कहा है.
- प्रमुख सचिव ने अस्पतालों में फीवर डेस्क बनाने का भी निर्देश दिया है.
- फीवर डेस्क पर बुखार से पीड़ित मरीजों के तीमारदार सीधे पहुंच सकते हैं.
- शासन का निर्देश आने के बाद स्वास्थ विभाग पूरी तरह से अलर्ट है.
इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारी का सीजन करीब होने से हर तरह की तैयारियों को पूर्ण किया जा चुका है. इसलिए किसी भी अनहोनी से निपटने का इंतजाम कर लिया गया है.
डॉ. आरएन तिवारी, सीएमओ, गोरखपुर