मिर्जापुर: अब तक जनगणना के लिए सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों को जिम्मेदारी दी जाती थी, लेकिन अब जनगणना की कमान जिले में कॉमन सर्विस सेंटर्स के एन्यूमेरेटर और सुपरवाइजर के हाथों में होगी. मिर्जापुर में भी आर्थिक जनगणना एक जुलाई से शुरू होगी. इस आर्थिक गणना में प्रत्येक परिवारों का आर्थिक सर्वे किया जाएगा. सर्वे में परिवार के मुखिया का नाम कुल सदस्य व्यवसाय तथा सभी स्रोतों के प्राप्त अनुमानित परिवारिक आमदनी का विवरण लिया जाएगा.
गणना तीन प्रकार से होगी
- आर्थिक जनगणना के लिए 2300 लोग लगाए जा रहे हैं, जिसमें से 1000 लोगों को ट्रेनिंग भी दे दी गई है.
- पहला रेजिडेंशियल हाउस, दूसरा कमर्शियल हाउस और तीसरा रेजिडेंशियल कम कमर्शियल हाउस है.
- एक सुपरवाइजर के नीचे 1 से 10 एन्यूमेरेटर होंगे. एक-एक एन्यूमेरेटर 10 घर को कवर करेगा.
- एन्यूमेरेटर को एक रेजिडेंशियल पर 10 रुपये मिलेगा, कमर्शियल का 20 और रेजिडेंशियल कम कमर्शियल पर 16 रुपये मिलेंगे.
- सुपरवाइजर को रेजिडेंशियल पर 3 रुपये, कमर्शियल पर 6 रुपये और रेजिडेंशियल कम कमर्शियल पर 4.50 रुपये मिलेंगे.
- देश में पहली आर्थिक जनगणना 1977 में हुई थी. इससे पूर्व छठी आर्थिक जनगणना वर्ष 2013-14 में की गई थी.
- इस बार आर्थिक जनगणना पेपरलेस होगी, गणना मोबाइल ऐप के माध्यम से की जाएगी.