लखनऊ: जनपद के थाना कस्बा बाह के मोहल्ला सुनट्टी निवासी अधिवक्ता जमीर हुसैन का डॉ. पुत्र लखनऊ में हुई नकली और असली इंजेक्शन की कालाबाजारी में आरोपी पाया गया है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार युवक सहित पांच अन्य पर पुलिस ने कार्रवाई की है.
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पुलिस कर रही कार्रवाई
पुलिस ने नकली जीवन रक्षक इंजेक्शन और असली इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सिटी स्टेशन के पास बुधवार को एक होटल से गिरोह के छह सदस्यों को इंजेक्शनों की डील करते समय छापा मारकर गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों में एक डॉक्टर, दो संविदाकर्मी सहित तीन अन्य लोग शामिल हैं.
पुलिस ने सामान किया बरामद
बजीरगंज थाना प्रभारी धनंजय पांडेय के अनुसार शहर में कुछ दिनों से नकली और असली इंजेक्शन की कालाबाजारी की खबरें सामने आ रहीं थी. इसे लेकर पुलिस द्वारा टीम गठित कर आरोपियों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे थे. बुधवार को मुखबिर द्वारा शहर के एक होटल में कालाबाजारी करने वाले गिरोह के होने की सूचना मिली. इस पर पुलिस ने टीम के साथ बताए गए होटल पर छापा मारकर 6 आरोपियों को मौके से धर दबोचा. आरोपियों के पास से लिपोसोमेन एम्फोटेरिसिन बी के 28 इंजेक्शन, रेमडेसिविर के 18 इंजेक्शन, 8 मोबाइल, एक कार, दो मोटरसाइकिल और सोलह हजार रुपये बरामद हुए हैं.
ये लोग हुए गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक आरोपी प्रति इंजेक्शन 20 से 25 हजार रुपये में बेचते थे. यह कोरोना के इलाज में इस्तेमाल हो रहे रेडमेसिविर और ब्लैक फंगस इंजेक्शन को केजीएमयू और आरएमएल इमरजेंसी से चुराते थे. पुलिस ने आगरा के बाह कस्बा के मोहल्ला सुनट्टी निवासी डॉ. बामिक हुसैन, हरदोई तंडियावा निवासी मो. आरिफ, कैसरबाग लखनऊ निवासी मो. इमरान, इंटौजा रायपुर निवासी राजेश कुमार, आजमगढ़ निवासी मो. राकिब और अयोध्यापुरा बाजार निवासी बलवीर सिंह को गिरफ्तार किया है.
डॉक्टर भी कर रहे हैं चोरी
लखनऊ पुलिस ने इंजेक्शन की कालाबाजारी का भंडाफोड़ किया है. छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर गिरोह पर कार्रवाई की है. गिरोह का सदस्य डॉ. बामिक हुसैन बाह कस्बा के एक स्थानीय अधिवक्ता जमीर हुसैन का पुत्र है. इनका क्षेत्र में अच्छा खासा नाम है. पुत्र की करतूत सामने आते ही लोग दंग रह गए.