मुरादाबाद : लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस पार्टी ने मुरादाबाद लोकसभा सीट से इमरान प्रतापगड़ी को चुनाव मैदान में उतारा है. पहले इस सीट पर प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर को उतारा गया था. इमरान प्रतापगड़ी को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने उनका जमकर विरोध किया.
अब इमरान प्रतापगड़ी के मुरादाबाद आने से पहले कांग्रेस विरोध कर रहे नेताओं को मनाने में जुटी है. कांग्रेस पार्टी के भोपाल के विधायक आरिफ मसूद स्थानीय नेताओं से बातचीत के लिए इमरान का दूत बनकर पहुंचे हैं. उनका दावा है कि नामांकन के बाद सभी नेता एक साथ नजर आएंगे.
मुरादाबाद लोकसभा सीट के लिए गुरुवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है. गुरुवार को ही कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान प्रतापगड़ी मुरादाबाद पहुंचकर रोड शो करेंगे. इमरान को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद स्थानीय कांग्रेस नेताओं में आक्रोश है. स्थानीय नेता उन्हें बाहरी उम्मीदवार करार देकर टिकट बदलने की मांग कर रहें हैं. इमरान का टिकट निरस्त करने के लिए कई नेता दिल्ली तक दौड़ लगा चुके हैं. पार्टी में हो रहे विरोध के बाद अब इमरान प्रतापगड़ी ने भोपाल के विधायक दोस्त आरिफ मसूद को नेताओं की नब्ज पकड़ने मुरादाबाद भेजा है, जो विरोध को कांग्रेस के आंतरिक लोकतंत्र का हिस्सा बता रहे हैं.
पार्टी कार्यालय पहुंचे प्रतापगड़ी के दोस्त आरिफ मसूद ने पत्रकार वार्ता कर दावा किया कि कांग्रेस के जो नेता विरोध कर रहे हैं, वो इमरान का नामांकन होते ही एक सुर में साथ आएंगे और पार्टी के लिए प्रचार करेंगे. भोपाल विधायक ने जहां इमरान को मजबूत उम्मीदवार बताया, वहीं भाजपा नेताओं पर भी निशाना साधा. इस दौरान स्थानीय नेताओं से बातचीत करते हुए आरिफ मसूद ने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र है, जो कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं, उनको इसका अधिकार है.
2009 में मुरादाबाद सीट जीतने वाली कांग्रेस 2014 में इस सीट पर पांचवें नम्बर पर रही थी. आरिफ मसूद के मुताबिक पिछली हार के लिए पार्टी और कार्यकर्ता जिम्मेदार नहीं थे, बल्कि चुनाव लड़ने वाले नेता जिम्मेदार रहे. भोपाल विधायक आरिफ मसूद के दूत बनकर आने के बाद भी इमरान को लेकर पार्टी में विरोध जारी है. इमरान रोड शो से पहले हर हाल में पार्टी नेताओं को मनाने की कवायद कर रहे हैं, लेकिन उनकी इस कवायद का कितना असर हुआ है. यह गुरुवार के रोड शो के बाद साफ हो जाएगा. वहीं पार्टी हाई कमान इमरान का विरोध करने वाले नेताओं के सम्पर्क में है.