संतकबीरनगर: ऐतिहासिक विरासत और साझी संस्कृति का सुपर संदेश लेकर जनपद पहुंची बुद्ध-कबीर यात्रा का लोगों ने जोरदार स्वागत किया. लोगों ने इस यात्रा में शामिल होकर आपसी भाईचारा-संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का शपथ भी लिया. इस यात्रा का शुभारंभ 14 फरवरी को लुंबिनी से किया गया था जिसका समापन शनिवार को गोरखपुर में किया जाना है. यह यात्रा भारत-नेपाल की साझी विरासत पर भाईचारा-संदेश को आगे बढ़ाती है.
बुद्ध और कबीर के संदेशों को पूरे दुनिया में पहुंचाने के लिए यह यात्रा निकाली गई है. इसका समापन शनिवार को गोरखपुर में किया जाएगा. यात्रा के दौरान यात्रा संचालक ने कहा कि बुद्ध और कबीर सिर्फ भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व के लिए प्रेरक व्यक्तित्व हैं. पूर्वांचल के लोग खुश किस्मत हैं कि बुद्ध और कबीर जैसी विभूतियों को अपना कह सकते हैं. कुशीनगर जहां बुद्ध का निर्वाण स्थल रहा है वहीं मगहर कबीर का कार्य स्थल रहा है. समाज की सोच बदलने वाले दो ऐसे महापुरुषों का ताल्लुक जिस जगह से रहा वह स्थान उनके विचारों को रोशनी से अछूता कैसे रह सकता है.
इस यात्रा के माध्यम से बुद्ध और कबीर की ज्ञान और प्रेम की गंगा को जन-जन तक पहुंचाने का प्रण लिया गया है. इस यात्रा के माध्यम से लोगों को आपसी भाईचारा एकता-अखंडता का संदेश दिया जा रहा है ताकि लोग आपसी भाईचारा का माहौल कायम करें.