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सुलतानपुर: खराब ड्रेनेज सिस्टम से व्यापारी हुए आंदोलित

जिले की मंडी में ड्रेनेज सिस्टम फेल होने से नालियां चोक हो गईं, जिसके कारण मंडी के व्यापारी आंदोलित हो गये हैं. उनका कहना है कि प्रशासन को कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन इस ओर किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं गया.

सुलतानपुर में ड्रेज समस्कया
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Published : Jun 30, 2019, 10:30 AM IST

सुलतानपुर: जिला मुख्यालय की मंडी में लगभग 10 साल से ड्रेनेज व्यवस्था फेल है. अफसर आते हैं और झूठा वादा करके चले जाते हैं और इसका दंश व्यापारियों को झेलना पड़ता हैं. इस बार की बारिश में भी यह मंडी प्रशासन की पोल खोलता नजर आ रहा है.

मामले को लेकर व्यापारी वर्ग आंदोलित हैं. उनका कहना है कि अभी तक आश्वासन ही मिला है. जरा सी बारिश में पूरी मंडी तलाब में तब्दील हो जाती है. ऐसे में इस बार व्यापारियों ने बड़े आंदोलन का रुख किया है.

सुलतानपुर में ड्रेज समस्कया

ड्रेनेज सिस्टम से व्यापारी हुए आंदोलित

  • सुल्तानपुर की मंडी में जहां प्रतिमाह 15 से 20 लाख का कारोबार होता है
  • लेकिन यह ड्रेनेज व्यवस्था बीते 10 साल से फेल है.
  • जरा सी बारिश में पूरी मंडी पानी से लबालब हो जाती है.
  • कारोबारी व्यापार बंद कर देते हैं, सड़क पर आ जाते हैं, विरोध प्रदर्शन होते हैं और फिर अफसर प्रस्ताव भेजते हैं.
  • यह क्रम बीते 5 सालों से लगातार चल रहा है.
  • इस बार व्यापारी बेहद नाराज हैं.
  • मंडी प्रशासन से आर-पार की लड़ाई करने का मन बना रहे हैं.



नालियां चोक हैं जिसकी वजह से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. कई बार मंडी के अफसरों को पत्रों के जरिए सूचित किया गया. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. कूड़े के ढेर नालियों में लग रहे हैं. सफाई नहीं होने से ड्रेनेज व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है.
मोहम्मद नदीम, प्याज व्यापारी


प्रस्ताव बनाकर मंडी की निर्माण इकाई के जरिए शासन को भेजा जा रहा है. जिसमें नालियों के ड्रेन समेत अन्य कार्य कराए जाने हैं. पैसा अवमुक्त होते ही ड्रेनेज का कार्य कराया जाएगा.
अवधेश सिंह, मंडी सचिव


सुलतानपुर: जिला मुख्यालय की मंडी में लगभग 10 साल से ड्रेनेज व्यवस्था फेल है. अफसर आते हैं और झूठा वादा करके चले जाते हैं और इसका दंश व्यापारियों को झेलना पड़ता हैं. इस बार की बारिश में भी यह मंडी प्रशासन की पोल खोलता नजर आ रहा है.

मामले को लेकर व्यापारी वर्ग आंदोलित हैं. उनका कहना है कि अभी तक आश्वासन ही मिला है. जरा सी बारिश में पूरी मंडी तलाब में तब्दील हो जाती है. ऐसे में इस बार व्यापारियों ने बड़े आंदोलन का रुख किया है.

सुलतानपुर में ड्रेज समस्कया

ड्रेनेज सिस्टम से व्यापारी हुए आंदोलित

  • सुल्तानपुर की मंडी में जहां प्रतिमाह 15 से 20 लाख का कारोबार होता है
  • लेकिन यह ड्रेनेज व्यवस्था बीते 10 साल से फेल है.
  • जरा सी बारिश में पूरी मंडी पानी से लबालब हो जाती है.
  • कारोबारी व्यापार बंद कर देते हैं, सड़क पर आ जाते हैं, विरोध प्रदर्शन होते हैं और फिर अफसर प्रस्ताव भेजते हैं.
  • यह क्रम बीते 5 सालों से लगातार चल रहा है.
  • इस बार व्यापारी बेहद नाराज हैं.
  • मंडी प्रशासन से आर-पार की लड़ाई करने का मन बना रहे हैं.



नालियां चोक हैं जिसकी वजह से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. कई बार मंडी के अफसरों को पत्रों के जरिए सूचित किया गया. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. कूड़े के ढेर नालियों में लग रहे हैं. सफाई नहीं होने से ड्रेनेज व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है.
मोहम्मद नदीम, प्याज व्यापारी


प्रस्ताव बनाकर मंडी की निर्माण इकाई के जरिए शासन को भेजा जा रहा है. जिसमें नालियों के ड्रेन समेत अन्य कार्य कराए जाने हैं. पैसा अवमुक्त होते ही ड्रेनेज का कार्य कराया जाएगा.
अवधेश सिंह, मंडी सचिव


Intro:एक्सक्लुसिव ईटीवी
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शीर्षक : यहां दशक भर से व्यापारियों को ड्रेनेज का इंतजार, अब कारोबारी आंदोलन की ओर।


सुल्तानपुर की जिला मुख्यालय मंडी में लगभग 10 साल से ड्रेनेज व्यवस्था फेल है। अफसर आते हैं, जाते हैं। झूठा वादा करते हैं और व्यापारी इसका दंश झेलते रहते हैं। इस बार की बारिश में भी कहीं मंडी प्रशासन की पोल ना खुल जाए व्यापारी आंदोलित हैं। उनका कहना है कि अभी तक कोरा आश्वासन ही मिला है। जरा सी बारिश में पूरी मंडी तलैया में तब्दील हो जाती है। ऐसे में इस बार व्यापारियों ने बड़े आंदोलन का रुख किया है।


Body:सुल्तानपुर की आवाज मंडी जहां जिले की सबसे बड़ी राजस्व वसूली होती है । प्रतिमाह 15 से 20 लाख का कारोबार होता है और वार्षिक आय 15 से 20 करोड़ के उतार-चढ़ाव के साथ देखी जाती है। लेकिन यह ड्रेनेज व्यवस्था बीते 10 साल से फेल है । जरा सी बारिश में पूरी मंडी पानी से लबालब हो जाती है। कारोबारी व्यापार बंद कर देते हैं। सड़क पर आ जाते हैं ।.विरोध प्रदर्शन होते हैं और फिर अफसर प्रस्ताव भेजते हैं । यह क्रम बीते 5 सालों से लगातार चल रहा है। इस बार किसान बेहद आंदोलित हैं । नाराज हैं, लग रहा है मंडी प्रशासन से आर-पार की लड़ाई करने का मन बना रहे हैं।


Conclusion:बाइट : प्याज व्यापारी मोहम्मद नदीम कहते हैं कि नालियां चोक है । पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। कई बार मंडी को पत्र अफसरों के जरिए दिया गया है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है । कारोबारी मोहम्मद शोएब कहते हैं कि उड़े के ढेर नालियों में लग रहे हैं। सफाई नहीं होने से ड्रेनेज व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।


बाइट : मंडी सचिव अवधेश सिंह कहते हैं कि प्रस्ताव बनाकर मंडी की निर्माण इकाई के जरिए शासन को भेजा जा रहा है। जिसमें नालियों के ट्रेन में समेत अन्य कार्य कराए जाने हैं। पैसा अवमुक्त होते ही ड्रेनेज का कार्य कराया जाएगा।


आशुतोष मिश्रा, सुल्तानपुर, 9450 49 256
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