सुलतानपुर: जिला मुख्यालय की मंडी में लगभग 10 साल से ड्रेनेज व्यवस्था फेल है. अफसर आते हैं और झूठा वादा करके चले जाते हैं और इसका दंश व्यापारियों को झेलना पड़ता हैं. इस बार की बारिश में भी यह मंडी प्रशासन की पोल खोलता नजर आ रहा है.
मामले को लेकर व्यापारी वर्ग आंदोलित हैं. उनका कहना है कि अभी तक आश्वासन ही मिला है. जरा सी बारिश में पूरी मंडी तलाब में तब्दील हो जाती है. ऐसे में इस बार व्यापारियों ने बड़े आंदोलन का रुख किया है.
ड्रेनेज सिस्टम से व्यापारी हुए आंदोलित
- सुल्तानपुर की मंडी में जहां प्रतिमाह 15 से 20 लाख का कारोबार होता है
- लेकिन यह ड्रेनेज व्यवस्था बीते 10 साल से फेल है.
- जरा सी बारिश में पूरी मंडी पानी से लबालब हो जाती है.
- कारोबारी व्यापार बंद कर देते हैं, सड़क पर आ जाते हैं, विरोध प्रदर्शन होते हैं और फिर अफसर प्रस्ताव भेजते हैं.
- यह क्रम बीते 5 सालों से लगातार चल रहा है.
- इस बार व्यापारी बेहद नाराज हैं.
- मंडी प्रशासन से आर-पार की लड़ाई करने का मन बना रहे हैं.
नालियां चोक हैं जिसकी वजह से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. कई बार मंडी के अफसरों को पत्रों के जरिए सूचित किया गया. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. कूड़े के ढेर नालियों में लग रहे हैं. सफाई नहीं होने से ड्रेनेज व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है.
मोहम्मद नदीम, प्याज व्यापारी
प्रस्ताव बनाकर मंडी की निर्माण इकाई के जरिए शासन को भेजा जा रहा है. जिसमें नालियों के ड्रेन समेत अन्य कार्य कराए जाने हैं. पैसा अवमुक्त होते ही ड्रेनेज का कार्य कराया जाएगा.
अवधेश सिंह, मंडी सचिव