ETV Bharat / briefs

उन्नाव: गौशाला में तीन महीने के अंदर 30 गोवंशों की हुई मौत

सीएम योगी की गायों को बचाने की मुहिम फेल होती नजर आ रही है. क्योंकि जिले की गोशाला में तीन महीने के अंदर 30 गोवंशों की मौत गर्मी के कारण हो चुकी है. क्योंकि न तो गोशाला में टीन शेड है और न ही जानवरों के हिसाब से पर्याप्त नादें.

author img

By

Published : May 3, 2019, 11:02 PM IST

गौशाला में तीन महीने अंदर 30 गोवंशों की हुई मौत

उन्नाव: आवारा जानवरों से किसानों की फसल को बचाने और गौ रक्षा के लिए जिलों में गौशाला बनाकर गायों को संरक्षित करने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फरमान फिलहाल जिले में बेअसर साबित हो रहा है क्योंकि यहां की गौशाला में पिछले तीन महीनों में 30 गोवंशों की मौत हो चुकी है. गौशाला में धूप से बचने के लिए ना तो टीन शेड है और नहीं जानवरों के हिसाब से खाने के लिए पर्याप्त संख्या में नादें बनाई गई हैं.

संवाददाता ने गौशाला कर्मचारी से की बातचीत.

जानिए क्या है पूरा मामला

  • उन्नाव-लखनऊ बाईपास के पास गदन खेड़ा चौराहे पर बनी गौशाला इस समय गायों के लिए किसी वधशाला से कम नहीं है.
  • पिछले तीन महीने में यहां 30 गोवंशों की मौत हो गई है.
  • पहले इस गौशाला में जहां 130 गोवंश पशुओं की संख्या थी वहीं इसकी संख्या अब घटकर महज 100 रह गई है.
  • वहीं जब गौशाला में जानवरों की देखभाल करने वाले नगर पालिका के कर्मचारी सतीश से मीडिया ने बात की तो उन्होंने बताया भीषण गर्मी की वजह से टीन शेड ना होने से गर्मी से गाय बीमार पड़ गई थी.
  • जिन्हें समय पर इलाज नहीं मिला और वहीं गौशाला में 100 जानवरों की संख्या के लिए सिर्फ सात नाद हैं. जिससे चारा खाने में कभी कभार जानवर एक दूसरे को चुटहिल भी कर देते हैं.
  • जिससे घायल जानवरों को समय पर इलाज ना मिल पाने से उनकी मौत हो गई.

उन्नाव: आवारा जानवरों से किसानों की फसल को बचाने और गौ रक्षा के लिए जिलों में गौशाला बनाकर गायों को संरक्षित करने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फरमान फिलहाल जिले में बेअसर साबित हो रहा है क्योंकि यहां की गौशाला में पिछले तीन महीनों में 30 गोवंशों की मौत हो चुकी है. गौशाला में धूप से बचने के लिए ना तो टीन शेड है और नहीं जानवरों के हिसाब से खाने के लिए पर्याप्त संख्या में नादें बनाई गई हैं.

संवाददाता ने गौशाला कर्मचारी से की बातचीत.

जानिए क्या है पूरा मामला

  • उन्नाव-लखनऊ बाईपास के पास गदन खेड़ा चौराहे पर बनी गौशाला इस समय गायों के लिए किसी वधशाला से कम नहीं है.
  • पिछले तीन महीने में यहां 30 गोवंशों की मौत हो गई है.
  • पहले इस गौशाला में जहां 130 गोवंश पशुओं की संख्या थी वहीं इसकी संख्या अब घटकर महज 100 रह गई है.
  • वहीं जब गौशाला में जानवरों की देखभाल करने वाले नगर पालिका के कर्मचारी सतीश से मीडिया ने बात की तो उन्होंने बताया भीषण गर्मी की वजह से टीन शेड ना होने से गर्मी से गाय बीमार पड़ गई थी.
  • जिन्हें समय पर इलाज नहीं मिला और वहीं गौशाला में 100 जानवरों की संख्या के लिए सिर्फ सात नाद हैं. जिससे चारा खाने में कभी कभार जानवर एक दूसरे को चुटहिल भी कर देते हैं.
  • जिससे घायल जानवरों को समय पर इलाज ना मिल पाने से उनकी मौत हो गई.
Intro:उन्नाव:-- आवारा जानवरों से किसानों की फसल को बचाने और गौ रक्षा के लिए जिलों में गौशाला बनाकर गायों को संरक्षित करने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फरमान फिलहाल उन्नाव में बेअसर साबित हो रहा है क्योंकि यहां की गौशाला में पिछले 3 महीनों में 30 गायों की मौत हो चुकी है भीषण गर्मी में खुले आसमान के नीचे सूरज की तपिश से बीमार हुई गायों की इलाज के अभाव में तड़प तड़प कर जान चली गई वहीं गौशाला में धूप से बचने के लिए ना तो टीन शेड है और खाने के लिए ना ही पर्याप्त मात्रा में नादिया बनाई गई हैं इस मामले के बाद अब जिले का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है


Body:उन्नाव लखनऊ बाईपास के पास गदन खेड़ा चौराहे पर बनी गौशाला इस समय गायो के लिए किसी वधशाला से कम नहीं है क्योंकि पिछले 3 माह में यहां 30 गायों की मौत हो गई है जी हां पहले इस गौशाला में जहां 130 गोवंश पशुओं की संख्या थी वहीं इसकी संख्या अब घटकर महज 100 रह गई है गौशाला में जानवरों की देखभाल करने वाले नगर पालिका के कर्मचारी सतीश की मानें तो भीषण गर्मी की वजह से टीन शेड ना होने से गर्मी से गाय बीमार पड़ गई थी जिन्हें समय पर इलाज नही मिला और गौशाला में 100 जानवरों की संख्या के अपेक्षा सिर्फ 7 नादिया हैं जिससे चारा पानी करने पर कभी कभार जानवर एक दूसरे को चुटहिल भी कर देते हैं जिससे घायल जानवरों को समय पर इलाज ना मिल पाने से उनकी मौत हो गई सतीश की मानें तो अब तक 3 महीनों में 30 गायों की मौत हो चुकी है गौशाला में टीन शेड और इलाज की समुचित व्यवस्था ना होने को लेकर सतीश इसे जानवरों की मौत की वजह बता रहे हैं।

बाईट--सतीश(नगरपालिका कर्मी)


Conclusion:वहीं इस मामले के बारे में जब हमने जिले के उच्चाधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया अब ऐसे में सवाल यह है कि आखिर इन बेजुबान जानवरों की मौत का जिम्मेदार कौन है।

वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-9839757000
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.