बदायूं: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान को लेकर राजनीति गर्मा गई है. बयान के विरोध और पक्ष में हर तरफ से आवाजें आ रही हैं. इन्हीं सबके बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने जो कहा वह चौंका देने वाला है. बदायूं में मीडिया के सामने उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए कहा कि 'रामचरितमानस को रावण नहीं मानता था लेकिन, उसके हृदय में राम ही राम बसते थे.' ये बोलते समय मंत्री शायद ये भूल गईं कि जब रावण था तब रामचरितमानस की रचना ही नहीं हुई थी.
बता दें कि रामचरितमानस त्रेता युग में मुगल सम्राट अकबर के काल में अवधि भाषा में तुलसीदास ने लिखी थी. उस समय रावण नहीं था. जबकि रामायण की रचना ऋषि वाल्मीकि ने भगवान राम के काल में ही की थी. ऋषि वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा में रामायण को लिखा था. बदायूं में मीडिया से बात करते हुए माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि रावण ने हृदय से भगवान राम को माना और उसका परिणाम ये हुआ कि वह स्वर्ग गया लेकिन, उसकी दुर्दशा क्या हुई ये सभी जानते हैं.
माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि रामचरितमानस मानवता के गुणों से परिपूर्ण है जो हमें मनुष्यता की ओर अग्रसर करती है. जो उस ग्रंथ के बारे में कुछ गलत कहता है तो समझ लीजिए कि उसके अंदर कितना दोगलापन है. हम रामचरितमानस, कुरान और बाइबल सभी का सम्मान करते हैं. सांसद संघमित्रा मौर्य के पार्टी में रहने के मुद्दे पर गुलाब देवी ने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो कब क्या कर दे, यह किसी को नहीं पता होता.
धर्म सिंह सैनी के मुद्दे पर गुलाब देवी ने कहा कि घोटाला इसी वजह से सामने आया है कि हमारी सरकार बहुत ही पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है. कानपुर में हुई घटना के बारे में उन्होंने कहा कि यह बहुत दर्दनाक घटना है. इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए, संवेदनाएं होनी चाहिए. बता दें गुलाब देवी बदायूं की प्रभारी मंत्री भी हैं. गुरुवार को बदायूं में उन्होंने यूपी बोर्ड की परीक्षा के केंद्रों का जायजा लिया. साथ ही पार्टी के पदाधिकारियों से पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में मुलाकात की. इस दौरान प्रभारी मंत्री ने बजट पर चर्चा की और उसके फायदे गिनाए. यूपी बोर्ड की परीक्षाओं को कैसे नकल विहीन किया जाएगा उस प्लान के बारे में भी बताया.