सैनफ्रांसिस्को : राइड सर्विस देने वाली कंपनी उबर के खिलाफ अमेरिका के एक शख्स ने याचिका दायर की है और कंपनी से 63 मिलियन डॉलर का हर्जाना मांगा है.
मैसाचुसेट्स के बोस्टन के सफ़ोक सुपीरियर कोर्ट में मुकदमा दायर करने वाले विलियम गुड ने दावा किया है कि उबर ने एक कार ड्राइवर को काम पर रखा था, जिसका ट्रैक रेकॉर्ड खतरनाक था. वह 20 से अधिक बार ड्राइविंग मे गलती की थी, इसके बावजूद कंपनी ने उसे काम पर रखा. जबकि उसे मैसाचुसेट्स ड्राइविंग की रिट्रेनिंग कोर्स करने की जरूरत थी. गलत ड्राइविंग के कारण वह लकवे का शिकार बन गया. उसने कोर्ट को बताया कि सफर के दौरान उसका सिर पैसेंजर सीट से टकरा गया, तभी उसे समझ में आया कि उसे लकवा मार गया है.
गुड्स के वकील विक्टोरिया सैंटोरो मेयर ने कहा कि मैसाचुसेट्स के लोगों की हेल्थ, सुरक्षा और वेलफेयर के लिए हमें उम्मीद करना चाहिए कि उबर ऐसे ड्राइवर को काम पर नहीं रखेगा, जिसका इतिहास और ट्रैक रिकॉर्ड खराब हो. विलियम गुड ने इस केस की जूरी ट्रायल की मांग की है. साथ ही शारीरिक, मानसिक चोट और स्थायी विकलांगता के लिए 63 मिलियन डॉलर का हर्जाना मांगा है.
उसके वकील ने कहा कि कोर्ट में दायर मुकदमे में ड्राइवर को वादी नहीं बनाया गया है, क्योंकि अगर कस्टमर उबर की सर्विस ले रहा है तो उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी कंपनी की है. राज्य के अटॉर्नी जनरल मौर्य हीली ने इसके कानूनी पहलू पर कहा कि उबर अपने ड्राइवरों को कर्माचारी नहीं बताता है. वह कंपनी के लिए स्वतंत्र रूप से ठेके पर काम करते हैं. यह स्थिति कंपनी को ड्राइवरों की गलतियों से बचने का रास्ता देता है.
गुड्स के वकील विक्टोरिया सैंटोरो मेयर ने कहा कि लोगों को कंपनी के व्यावसायिक नीतियों के बारे में पता होना चाहिए. बता दें कि यह मुकदमा ऐसे समय आया है, जब उबर अन्य कंपनियों के साथ समझौते करने वाली है.
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