नई दिल्ली/ ग्रेटर नोएडाः बीटा दो थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक अपार्टमेंट में आधुनिक गांजा खेती कर नशे का कारोबार चलाने के एक आरोपी को पुलिस और नारकोटिक सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर घर के अंदर ही गांजे की खेती कर रहा था. पुलिस के अनुसार आरोपी डार्क वेब के माध्यम से इस प्रीमियम गांजे की सप्लाई करता था. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 2 किलो अवैध गांजा, 163 ग्राम कैनाबिस (ओजी) और विभिन्न रसायन व खेती करने में प्रयोग किए गए बीज व खाद सहित अन्य उपकरण बरामद किए हैं.
गांजा उगाने की अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमालः गमले में लगे यह प्लांट खूबसूरती के लिए नहीं लगाई गई, बल्कि यह प्लांट प्रीमियम गांजे के हैं. जहा आरोपी अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर घर के अंदर ही गांजे की खेती कर रहा था. बीटा दो पुलिस नारकोटिक सेल और थाना ईकोटेक 1 पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस ने पार्श्वनाथ सोसायटी के एक फ्लैट से प्रीमियम गांजे की खेती करने वाले आरोपी को पी 3 गोल चक्कर से गिरफ्तार किया है.
डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि गांजे की खेती करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान थाना बीटा दो क्षेत्र स्थित पार्श्वनाथ पैनोरमा सोसायटी के टावर नंबर 5 के फ़्लैट नंबर 1001 में रहने वाले राहुल चौधरी के रूप में हुई है. जो मूल रूप से जिला मेरठ थाना दौराला ग्राम धांजू का रहने वाला है.
विदेश से गांजा का बीज मंगाया करता थाः डीसीपी ने बताया कि आरोपी अंग्रेजी विषय से परास्नातक है. जो इंटरनेट का अच्छा जानकार है. इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से कैनाबिस के पौधे की खेती करना सीख गया. विदेशी वेबसाइट सीड्समैन के माध्यम से ऑनलाइन ऑर्डर कर कैनाबिस के बीच को आयात किया और पे-पल ऐप के माध्यम से गांजे को बेच कर रुपयों का लेनदेन करता है. आरोपी के द्वारा अपने फ्लैट में एयर कंडीशनर की मदद से एक निश्चित तापमान पर फूल स्पेक्ट्रम प्लांट ग्रोइंग लाइट की सहायता से कैनाबिस के बीजों को गमले में प्रत्यारोपित कर फसल तैयार की है.
नोएडा, यूपी के फ्लैट में गांजा (नशीला पदार्थ) की गमलों में खेती करने वाला राहुल चौधरी गिरफ्तार !!
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 12, 2024
इसने विदेशी वेबसाइट से कैनाबिस बीज मंगवाए। AC के टेंप्रेचर में फसल उगाई।
एक पौधे में 5–7 हजार खर्च। इससे करीब 40 ग्राम कैनाबिस (गांजा) प्राप्त होता है। मार्केट प्राइस 60 से 80 हजार… pic.twitter.com/MxcPAtzcs1
उन्होंने बताया कि आरोपी राहुल ने पूछताछ में बताया कि बीज, खाद, रसायन, कीटनाशक व बिजली आदि की कुल लागत लगाकर एक पौधे पर करीब 5 हजार से 7 हजार रुपए का खर्च आता है. जिससे करीब 30 से 40 ग्राम ओजी प्राप्त हो जाती है. जिसकी बाजार में कीमत 60 हजार से 80 हजार रुपये के लगभग होती है. आरोपी डार्क वेब के माध्यम से अपने ग्राहकों तक इसकी सप्लाई करता था. इस प्रकार आरोपी ने अपने फ्लैट में कैनाबिस की खेती कर मुनाफा कमाकर अवैध धन अर्जित किया है.
पुलिस ने ये समान किया बरामदः पुलिस ने आरोपी के कब्जे से लगभग 2.070 किलोग्राम गांजा, 163.4 ग्राम ओजी, नीथा 1500 कीटनाशक एक प्लास्टिक की बोतल 500 ML,कोहिनूर, हॉमिक एसिड, सल्फ्यूरिक लिक्विड व फर्टिलाइजर सहित अन्य फसल को उगाने वाला सामान बरामद किया है. इसके साथ ही उसके फ़्लैट से गमले, वजन तोलने का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, कांच के बने स्मोकिंग पाइप्स, हुक्का पाइप व स्प्रे मशीन सहित अन्य सामान बरामद किया गया है.
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