चंडीगढ़: पंजाब बीजेपी अध्यक्ष की घोषणा के बाद से ही राज्य की सियासत गरमा गई है. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि पंजाब में अकाली दल-बीजेपी गठबंधन का ऐलान हो सकता है. बता दें कि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल ने चंडीगढ़ में जिला अध्यक्षों और विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों की बैठक बुलाई है. इससे पहले बुधवार को अकाली दल की कोर कमेटी में इसे लेकर चर्चा हुई थी जिसमें ज्यादातर नेताओं ने गठबंधन के पक्ष में अपना समर्थन जताया था.
बताया जा रहा है कि जैसे ही अकाली दल इसे अंतिम रूप देगा उसके बाद पंजाब बीजेपी के नए अध्यक्ष सुनील जाखड़ की मौजूदगी में इसकी घोषणा की जा सकती है. अकाली दल और बीजेपी का करीब 24 साल तक गठबंधन रहा. लेकिन 2020 में किसान आंदोलन के दौरान अकाली दल ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था. उस समय केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, इसके बाद पंजाब विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों को हार का सामना करना पड़ा. सूत्र यह भी बता रहे हैं कि गठबंधन के लिए दोनों पार्टियों के बीच कुछ शर्तें रखी गई हैं.
गठबंधन के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की उम्मीद: गठबंधन के बाद सुखबीर बादल या उनकी सांसद पत्नी हरसिमरत कौर बादल फिर से केंद्र की एनडीए सरकार में मंत्री बनेंगी. गठबंधन तोड़ने के कुछ दिन बाद ही हरसिमरत ने केंद्र में खाद्य प्रसंस्करण मंत्री का पद छोड़ दिया था. उनके पुराने मंत्रालय के साथ मंत्री बनने की संभावना ज्यादा है, अगर सुखबीर केंद्र में आते हैं तो उन्हें कृषि मंत्री बनाया जा सकता है. केंद्र सरकार की कैबिनेट में फेरबदल की उम्मीद है, जिसमें यह फैसला भी लिया जा सकता है.
अकाली दल 8 और बीजेपी 5 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी: पंजाब में कुल 13 लोकसभा सीटें हैं. सूत्रों के मुताबिक गठबंधन में बीजेपी 3 की जगह 5 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. इससे पहले बीजेपी 3 सीटों गुरदासपुर, पठानकोट और होशियारपुर पर चुनाव लड़ती थी. बाकी 10 सीटें अकाली दल के पास थीं. अब बीजेपी ने जालंधर और लुधियाना सीट की भी मांग की है. नए फॉर्मूले के मुताबिक अकाली दल 8 और बीजेपी 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. राज्य की कुल 117 विधानसभा सीटों में से अकाली दल ने 94 सीटों पर और बीजेपी ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था. नए फॉर्मूले के तहत अब बीजेपी को 46 और अकाली दल को 71 सीटें मिलेंगी. ऐसी भी चर्चा है कि अगर चुनाव जीते गए तो मुख्यमंत्री का पद अकाली दल को दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें - राजस्थान कांग्रेस की बैठक में हुआ फैसला, उम्मीदवारों की सूची सितंबर के पहले सप्ताह में होंगी घोषित