नई दिल्ली : निर्वाचन आयोग ने सोमवार को कर्नाटक भाजपा को नोटिस जारी करके उस समाचारपत्र विज्ञापन के बारे में मंगलवार शाम तक सत्यापन योग्य और पता लगाने योग्य तथ्य प्रदान करने के लिए कहा जिसमें कांग्रेस को 'दुनिया की सबसे भ्रष्ट पार्टी' बताया गया था. कांग्रेस ने भाजपा की कर्नाटक इकाई द्वारा जारी विज्ञापन के खिलाफ निर्वाचन आयोग से संपर्क किया था.
निर्वाचन आयोग (ईसी) ने कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष को जारी अपने नोटिस में कहा कि विरोधी दलों की नीति और शासन की आलोचना संविधान में निहित एक गारंटीकृत अधिकार है और साथ ही भारत की चुनावी प्रक्रिया के तहत विभिन्न राजनीतिक नेताओं का एक आवश्यक कार्य है. आयोग ने कहा, 'हालांकि, इस अधिकार का प्रयोग करते हुए और इस आवश्यक कार्य को करते हुए, विभिन्न राजनीतिक दलों से अपेक्षा की जाती है कि वे सार्वजनिक विमर्श के उच्च मानकों को बनाए रखें और आदर्श आचार संहिता और प्रासंगिक कानूनों के विभिन्न प्रावधानों का पालन करें.'
आयोग ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई को 9 मई को रात 8 बजे तक उनके द्वारा दिए विज्ञापन में किए गए दावों के बारे में स्पष्टीकरण के साथ 'सत्यापन योग्य और पता लगाने योग्य तथ्यों को व्यक्त करने' और इसे सार्वजनिक’ करने का निर्देश दिया है. इससे पहले, उसने कांग्रेस को उसके "भ्रष्टाचार दर कार्ड" विज्ञापन के लिए इसी तरह का नोटिस जारी किया था.
वहीं दूसरी ओर निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से सोनिया गांधी के हवाले से कर्नाटक की संप्रभुता संबंधी टिप्पणी पर पार्टी की सोशल मीडिया पोस्ट पर स्पष्टीकरण देने और उसमें सुधार करने को कहा. खड़गे को निर्वाचन आयोग का पत्र छह मई को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दिखाई देने वाले एक ट्वीट के संबंध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा एक शिकायत किये जाने के बाद भेजा गया है.
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(पीटीआई-भाषा)