भुवनेश्वर : ओडिशा में कालाहांडी जिले के एक पत्रकार की शनिवार को संदिग्ध माओवादियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी. आईईडी विस्फोट तब हुआ जब भुवनेश्वर से प्रकाशित एक प्रमुख ओडिया दैनिक के रिपोर्टर सह फोटोग्राफर रोहित कुमार बिस्वाल एक पेड़ के पास पहुंचे, जहां माओवादियों द्वारा कुछ पोस्टर और एक बैनर लगाया गया था, जिसमें लोगों से इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे पांच चरणों वाले पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने को कहा गया था.
कालाहांडी जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. विवेक एम ने कहा कि जब भी ऐसे पोस्टर दिखते हैं तो स्थिति से निपटने के लिए पुलिस के पास एक एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) होती है क्योंकि वहां सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए माओवादियों द्वारा आईईडी लगाए जाने की आशंका रहती है. हमारी टीम सतर्क थी लेकिन इससे पहले कि हम मौके पर पहुंचते, दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गई. उन्होंने कहा कि इससे पहले कि पुलिसकर्मी मेटल डिटेक्टर से इलाके की तलाशी लेते, 46 वर्षीय पत्रकार पेड़ के पास पहुंच गए और विस्फोट में उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
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सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच शुरू कर दी है. विस्फोट में मारे गए पत्रकार के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पीड़ित परिवार के लिए 13 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की. वहीं राज्य सरकार के मीडिया सलाहकार मानस मंगराज ने कहा कि ओडिशा पुलिस पत्रकार के परिवार को नौ लाख रुपये देगी, जबकि शेष चार लाख रुपये पत्रकार कल्याण कोष से दिए जाएंगे. ओडिशा पत्रकार संघ के अध्यक्ष प्रसन्ना मोहंती ने घटना की निंदा की और बिस्वाल के परिवार को पर्याप्त मुआवजा दिए जाने की मांग की. संगठन ने वाम उग्रवाद से प्रभावित जिलों में काम करने वाले पत्रकारों के लिए उचित सुरक्षा की भी मांग की.