नई दिल्ली: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार 'हर शक्ति का दुरूपयोग' करने पर तुली हुई है. सोनिया गांधी ने कई राज्यों में आगामी चुनावों को लेकर कहा कि ऐसे समय में उनकी पार्टी अपना संदेश सीधे लोगों तक ले जाएगी और संविधान की रक्षा के लिए समान विचारधारा वाली सभी पार्टियोंं के साथ हाथ मिलाएगी.
एक अखबार के लेख में सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार पर विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका को 'व्यवस्थित रूप से विघटित' करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्य लोकतंत्र के प्रति अनादर को प्रदर्शित करते हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री भाजपा और आरएसएस नेताओं के द्वारा उकसाई गई नफरत और हिंसा के बढ़ते ज्वार को अनदेखा करते हैं. उन्होंने एक बार भी शांति या सद्भाव का आह्वान नहीं किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि धार्मिक त्यौहार दूसरों को डराने और धमकाने के अवसर बन गए हैं.
पीएम मोदी पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उनके बयान या तो आज के सबसे अहम मुद्दों को नजरअंदाज कर देते हैं या इन मामलों से ध्यान भटकाने के लिए 'बकवास और जुबानी जिम्नास्टिक' हैं. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयासों के बावजूद देश के लोगों को चुप नहीं कराया जा सकता और न ही चुप कराया जाएगा.
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सोनिया गांधी ने कहा कि अगले कुछ महीनों में कई प्रमुख राज्यों में चुनाव होने वाले हैं. यह भारत के लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण परीक्षा होगी. उन्होंने कहा कि देश दोराहे पर है, मोदी सरकार 'हर शक्ति का दुरुपयोग' करने पर आमादा है. गांधी ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी अपने संदेश को सीधे लोगों तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास करेगी, जैसा कि उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में किया था. भारत के संविधान और उसके आदर्शों की रक्षा के लिए सभी समान विचारधारा वाले दलों के साथ हाथ मिलाएगी.
सोनिया ने आगे कहा कि कांग्रेस की लड़ाई लोगों की आवाज की रक्षा के लिए है और वह प्रमुख विपक्षी दल के रूप में अपने गंभीर कर्तव्य को समझती है. पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए सभी समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों के साथ काम करने के लिए तैयार है.
(पीटीआई)