नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के सदस्यों के लिए निर्मित बहुमंजिला फ्लैटों का आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया. ये फ्लैट राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में में डॉ. बीडी मार्ग पर स्थित हैं.
आठ पुराने बंगलों का, जो 80 साल से अधिक पुराने थे, समेत 76 फ्लैटों का निर्माण किया गया. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक, कोविड-19 के प्रभाव के बावजूद स्वीकृत लागत से लगभग 14 प्रतिशत की बचत के साथ और बिना अधिक समय लगे इन फ्लैटों का निर्माण पूरा हो चुका है.
बता दें कि, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी उद्घाटन के दौरान मौजूद रहे.
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इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि, दिल्ली में जनप्रतिनिधियों के लिए आवास की इस नई सुविधा के लिए आप सभी को बधाई. आज हमारे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरलाजी की जन्मदिन भी है. उन्हें जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं.
'इस सरकार के समय में शुरू हुए कई निर्माण'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, कई इमारतों का निर्माण इस सरकार के दौरान शुरू हुआ और तय समय से पहले समाप्त भी हुआ. अटलजी के समय जिस अंबेडकर नेशनल मेमोरियल की चर्चा शुरू हुई थी, उसका निर्माण इसी सरकार में हुआ.
नेशनल पुलिस मेमोरियल का निर्माण
उन्होंने कहा कि, केंद्रीय सूचना आयोग की नई बिल्डिंग का निर्माण इसी सरकार में हुआ. हमारे देश में हजारों पुलिसकर्मियों ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपना जीवन दिया है. उनकी याद में भी नेशनल पुलिस मेमोरियल का निर्माण इसी सरकार में हुआ. हमने इसे इंडिया गेट के पास उन बहादुरों की याद में बनवाया है, जिन्होंने अपना जीवन लगा दिया.
'देश एक नई दिशा की तरह बढ़ा'
पीएम मोदी ने कहा कि, 23 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का निर्माण इसी सरकार में हुआ. सदन की जो ऊर्जा बढ़ी है, इसके पीछे एक और कारण है. इसकी भी शुरुआत एक तरह से 2014 से हुई है. तब देश एक नई दिशा की तरह बढ़ना चाहता था, बदलाव चाहता था, इसलिए तब देश की संसद में 300 से ज्यादा सांसद पहली बार चुनकर आए थे. मैं भी पहली बार आने वालों में से एक था.
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'सबसे ज्यादा महिला सांसदों को चुनकर भेजने का रिकॉर्ड़'
प्रधानमंत्री ने कहा कि, 70वीं लोकसभा के नाम सबसे ज्यादा महिला सांसदों को चुनकर भेजने का भी रिकॉर्ड है. देश का ये नया मिजाज संसद की संरचना में भी दिखता है. यही कारण है कि देश की कार्यप्रणाली में, गवर्नेंस में एक नई सोच और नया तौर तरीका दिखाई दे रहा है.
'दो से तीन घंटे तक की डीबेट कर पास किए बिल'
वहीं, 16वीं लोकसभा में 60 प्रतिशत ऐसे बिल रहे हैं जिन्हें पास करने के लिए औसतन दो से तीन घंटे तक की डीबेट हुई है. हमने पिछली लोकसभा से ज्यादा बिल पास किए, लेकिन पहले से ज्यादा डीबेट की है. ये दिखाता है कि हमने प्रोडक्ट्स भी फोकस किया है और प्रोसेस को भी निखारा है.
'किसानों को बिचौलियों के चंगुल से आजाद किया'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, सिर्फ बीते एक डेढ़ वर्ष की बात करें तो देश ने किसानों को बिचौलियों के चंगुल से आजाद कराने का काम किया है, ऐतिहासिक लेबर रिफॉर्म्स किये हैं, कामगारों के हितों को सुरक्षित किया है.
'पहली बार जम्मू कश्मीर में ऐसे कानून बनें'
देश ने जम्मू कश्मीर के लोगों को भी विकास की मुख्यधारा और अनेक कानूनों से जोड़ने का काम किया है. पहली बार जम्मू कश्मीर में अब भ्रष्टाचार के खिलाफ काम हो सके ऐसे कानून बन पाए हैं. हमारे यहां कहा गया है कि- क्रिया सिद्धिः सत्त्वे भवति महतां नोपकरणे. अर्थात- कर्म की सिद्धि हमारे सत्य संकल्प पर हमारी नीयत से ही होती है. आज हमारे पास साधन भी है, और दृढ़ संकल्प भी है.