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नोटबंदी व्यर्थ कदम था, जानती थी कि इससे लोगों का जीवन बर्बाद होगा : ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि 2016 में आज के दिन सरकार द्वारा उठाया गया नोटबंदी का कदम पूरी तरह से निरर्थक था और इससे देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा. जानें विस्तार से...

ममता बनर्जी ( फाइल फोटो)
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Published : Nov 8, 2019, 1:45 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि 2016 में आज के दिन सरकार द्वारा उठाया गया नोटबंदी का कदम पूरी तरह से निरर्थक था और इससे देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा.

नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें शुरू से ही पता था कि इस फैसले से लाखों लोगों का जीवन बर्बाद हो जाएगा.

ममता ने ट्वीट किया, 'आज #नोटबंदी आपदा को तीन साल पूरे हो गए . घोषणा के कुछ ही मिनटों बाद मैंने कहा था कि यह अर्थव्यवस्था और लाखों लोगों की जिंदगियों को बर्बाद कर देगा. मेरी उस बात से प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, आम लोग और सभी विशेषज्ञ अब सहमत हैं. आरबीआई के आंकड़ों से भी पता चलता है कि यह एक निरर्थक फैसला था.'

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ममता बनर्जी द्वारा साझा किया गया ट्वीट

उन्होंने आगे कहा, 'उस दिन जो आर्थिक आपदा शुरु हुई थी, देखिये, वह अब कहां पहुंच चुकी है. बैंकों पर दबाव बढ़ गया है,अर्थव्यवस्था पूरी तरह मंदी में है. किसान, युवा,मजदूर, व्यापारियों से लेकर गृहिणियां ... हर कोई प्रभावित है.'

गौरतलब है कि बनर्जी ने इस वर्ष की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान नोटबंदी की जांच कराने का वादा किया था.

नोटबंदी की पहली सालगिरह पर, उन्होंने विरोध में अपनी ट्विटर डिस्प्ले तस्वीर काली कर दी थी. कई मौकों पर, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार का यह कदम एक “बड़ा घोटाला” था, जिसका लाभ केवल मुट्ठी भर लोगों को मिला.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीवी पर अपने संबोधन में आठ नवंबर, 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से हटाए जाने का ऐलान किया था. मोदी ने कहा था कि यह फैसला काले धन, आतंक के वित्त पोषण और भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए किया गया था.

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि 2016 में आज के दिन सरकार द्वारा उठाया गया नोटबंदी का कदम पूरी तरह से निरर्थक था और इससे देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा.

नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें शुरू से ही पता था कि इस फैसले से लाखों लोगों का जीवन बर्बाद हो जाएगा.

ममता ने ट्वीट किया, 'आज #नोटबंदी आपदा को तीन साल पूरे हो गए . घोषणा के कुछ ही मिनटों बाद मैंने कहा था कि यह अर्थव्यवस्था और लाखों लोगों की जिंदगियों को बर्बाद कर देगा. मेरी उस बात से प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, आम लोग और सभी विशेषज्ञ अब सहमत हैं. आरबीआई के आंकड़ों से भी पता चलता है कि यह एक निरर्थक फैसला था.'

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ममता बनर्जी द्वारा साझा किया गया ट्वीट

उन्होंने आगे कहा, 'उस दिन जो आर्थिक आपदा शुरु हुई थी, देखिये, वह अब कहां पहुंच चुकी है. बैंकों पर दबाव बढ़ गया है,अर्थव्यवस्था पूरी तरह मंदी में है. किसान, युवा,मजदूर, व्यापारियों से लेकर गृहिणियां ... हर कोई प्रभावित है.'

गौरतलब है कि बनर्जी ने इस वर्ष की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान नोटबंदी की जांच कराने का वादा किया था.

नोटबंदी की पहली सालगिरह पर, उन्होंने विरोध में अपनी ट्विटर डिस्प्ले तस्वीर काली कर दी थी. कई मौकों पर, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार का यह कदम एक “बड़ा घोटाला” था, जिसका लाभ केवल मुट्ठी भर लोगों को मिला.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीवी पर अपने संबोधन में आठ नवंबर, 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से हटाए जाने का ऐलान किया था. मोदी ने कहा था कि यह फैसला काले धन, आतंक के वित्त पोषण और भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए किया गया था.

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PRI GEN NAT
.KOLKATA CAL1
WB-MAMATA-LD NOTEBAN
Note ban derailed economy, says Mamata; BJP hits back
         (Eds: with additional inputs)
         Kolkata, Nov 8 (PTI) West Bengal Chief Minister Mamata
Banerjee on Friday described demonetisation as a "futile
exercise" and said the BJP-led central government's move to
ban high-value currency notes on this day in 2016 ruined the
country's economy.
         The saffron party was quick to hit back, claiming that
the global financial crisis had a cascading effect on India's
economy and demonetisation had no role in it.
         The Trinamool Congress supremo, on the third
anniversary of note ban, asserted that she knew from the very
beginning that the decision would ruin millions of lives.
         "Today is the third anniversary of
#DeMonetisationDisaster. Within minutes of announcement, I had
said that it will ruin the economy and the lives of millions.
Renowned economists, common people & all experts now agree.
Figures from RBI have also shown it was a futile exercise,"
the chief minister tweeted.
         "Economic disaster started on that day and look where
it has reached now. Banks stressed, economy in a complete
slump. All affected. From farmers to the young generation to
workers to traders, housewives... everyone is affected," she
added.
         Taking a jibe at Banerjee, state BJP general secretary
Sayantan Basu said the chief minister should refrain from
commenting on matters she did not understand.
         "It would be better if she takes concrete steps to
revive the economy of the state instead of trying to score
brownie points in politics. The economic slowdown is due to
global economic crisis. All nations are affected. The chief
minister should stop commenting on matters she doesn't
understand," Basu maintained.
         Not a single industry has come up in Bengal during
Banerjee's tenure, the BJP leader said.
         "I would request her to look for avenues to improve
the economic and industrial scenario of the state. During her
tenure we have not seen a single industry coming up in
Bengal," Basu added.
         Banerjee, during her campaign for Lok Sabha elections,
earlier this year, had promised to conduct a probe into the
demonetisation drive, if voted to power at the Centre.
         On the first anniversary of note ban, she had turned
her Twitter display picture black in protest.
         On several occasions, the Trinamool Congress supremo
alleged that the Narendra Modi government's move was a "big
scam" which benefited only a handful of people.
         Prime Minister Narendra Modi, in a televised address
on November 8, 2016, announced to the nation that Rs 500 and
Rs 1,000 currency notes -- 86 per cent of all currency notes
in circulation in value -- would cease to be legal tender.
         Modi had said that the decision was taken to crack
down on black money, terror funding and corruption. PTI SCH
PNT
RMS
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11081244
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